🔴 विभिन्न राजनीतिक दलो के नेताओं के साथ फोटो खिचवाकर मोइनुद्दीन अपने रसूख का दिखाता था भौकाल
🔵विद्यालय के प्रधानाचार्य की चुप्पी, मोइनुद्दीन के कुर्कमो को दे रहा था बढावा
🔴 प्रधानाचार्य पर मुकदमा दर्ज करने और मोइनुद्दीन की बर्खास्तगी की उठी मांग
🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर। अपने विद्यालय मे छात्रा के साथ मुंह काला कर गुरु - शिष्य की गरिमा को कलंकित करने वाले कृषक इंटर कॉलेज का उप प्रधानाचार्य मोइनुद्दीन अंसारी विभिन्न दलो के नेताओं के साथ फोटो खिचवाकर हमेशा अपना भौकाल टाइट रखता था।यही वजह है कि तमाम छात्राओं को अपने हवस का शिकार बनाने के बावजूद उसे किसी का खौफ नही था और वह आदतन गुरु - शिष्य की गरिमा को तार-तार करने आदि हो गया था। सूत्रो का दावा है कि मोइनुद्दीन के कुकर्म से विद्यालय के प्रधानाचार्य पहले से वाकिफ थे किन्तु प्रधानाचार्य द्वारा मोइनुद्दीन के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय वह मौन व्रत धारण कर मोइनुद्दीन के कुकृत्यों का बढावा दे रहे थे।
बतादे कि जिले के कसया थाना अन्तर्गत मल्लुडीह स्थित कृषक इंटर कॉलेज में तैनात शिक्षक मोइनुद्दीन अंसारी रसूखदार है वह विद्यालय के उप प्रधानाचार्य पद के साथ साथ उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) का प्रदेश उपाध्यक्ष भी था। इसके अलावा वह विभिन्न राजनीतिक दलो के नेताओं के बीच उठता-बैठता था ताकि उसका भौकाल टाइट रहे और उसके खिलाफ कोई मुंह न खोल सके। सूत्रो की माने तो वायरल वीडियो मे अपने स्कूल की छात्रा के साथ मुंह काला कर रहे मोइनुद्दीन अंसारी के हवस की शिकार बनी 12 वी वह छात्रा इकलौती लडकी नही है जो मोइनुद्दीन की शोषण की शिकार बनी है। सूत्रो का कहना है हिन्दू छात्राएं मोइनुद्दीन के टारगेट में रहती है वह हिन्दू लडकियों को अपना शिकार बनाने के लिए किसी भी तरह का हथकंडा अपनाने से परहेज नही करता था। क्लास में उत्तीर्ण कराने का दावा करने से लेकर अच्छे अंक दिलाने व छात्राओं को धमकाने और आर्थिक मदद करने जैसा हथकंडा, मोइनुद्दीन के घटिया षड्यंत्रों में शामिल है। सूत्रो ने बताया कि जो भी छात्रा एक बार मोइनुद्दीन के चंगुल मे फस जाती थी वह छात्राएं, मैनुद्दीन के हाथो की कठपुतली बन जाती थी। सूत्रो के इन दावो मे कितनी सच्चाई है इसकी सत्यता निष्पक्ष जांच के बाद ही स्पष्ट होगा।
🔴प्रधानाचार्य की चुप्पी मोइनुद्दीन के कुकर्मों को दे रहा था बढावामोइनुद्दीन के कुकर्म का वीडियो वायरल होने के बाद जब मामला सार्वजनिक हुआ तो अपना गिरेबान फसता देख कृषक इंटरमीडिएट कालेज के प्रधानाचार्य भले ही यह दावा कर रहे हो कि उन्हें वीडियो वायरल होने से पूर्व मोइनुद्दीन के घटियापन व घिनौनी करतूतों के बारे मे कोई जानकारी नही थी लेकिन हकीकत यह है कि प्रधानाचार्य झूठ बोल रहे है, वह न सिर्फ मोइनुद्दीन के घटियापन से अच्छी तरह से वाकिफ थे बल्कि वीडियो मे दिखाई दे रही छात्रा से लेकर अन्य छात्राओं के साथ मोइनुद्दीन द्वारा किये गये कुकर्मों को भी भलीभांति जानते थे, ऐसा सूत्रो का दावा है। विद्यालय के सूत्रो की माने तो मोइनुद्दीन के कुर्कम जगजाहिर था लेकिन उसका रसूख देखकर विरोध जताने की हिम्मत कोई नही करता था। प्रधानाचार्य किस खौफ मे थे यह तो नही मालूम लेकिन वह सब कुछ जानते हुए भी चुप थे। ऐसे में कहना मुनासिब होगा कि सब कुछ जानते हुए भी प्रधानाचार्य की चुप्पी कही न कही मोइनुद्दीन के कुकर्मों को बढावा दे रहा था, जिसके लिए प्रधानाचार्य भी कम दोषी नही है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक संघ (एक जुट) ने मैनुद्दीन की प्राथमिकता सदस्यता रद्द करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष के पद से मुक्त कर संगठन से निष्कासित कर दिया गया है। संगठन के अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा की ओर से दिनांक-8 अप्रैल-25 को जारी पत्र मे कहा गया है कि सोसल मीडिया एवं अन्य प्लेटफार्म पर वायरल वीडियो एवं प्रसारित समाचार में मोइनुद्दीन अंसारी,प्रदेश उपाध्यक्ष को एक छात्रा के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पाए जाने पर प्रथम दृष्ट्या दोषी मानते हुए, सगठन की प्राथमिक सदस्यता एवं प्रदेश उपाध्यक्ष के पद से निष्कासित किया जाता है। संघ उक्त घटना की घोर निंदा करता है एवं पुलिस से मांग करता है कि घटना की जांच कर दोषी को उचित दंड दिलाया जाए। संगठन ने इसकी प्रति पुलिस अधीक्षक व संगठन के प्रदेश महामंत्री को भी भेजा है। इस संबध मे उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के महामंत्री राजीव यादव का कहना है कि संगठन को जैसे ही मोइनुद्दीन के कृत्य की जानकारी मिली संगठन ने तत्काल प्रभाव से मोइनुद्दीन की प्राथमिक सदस्यता रद्द कर उन्हें पद से हटाते हुए संगठन से निष्कासित कर दिया गया है। उन्होंने कहा शिक्षको की समस्या, अधिकार और शिक्षक हित की मांग को लेकर संगठन हमेशा शिक्षको के साथ था और हमेशा साथ रहेगा। संगठन न कभी गलत लोगो के साथ रहा है और न कभी गलत लोगो की लडाई लडेगा। उन्होंने मामले की जांचकर दोषी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है।
कृषक इंटरमीडिएट कालेज के छात्र-छात्राओं के अभिभावक सहित ग्रामीणों व सामाजिक संगठनों ने कहा कि मोइनुद्दीन पूर्व में भी तमाम छात्राओं को प्रलोभन देकर दुष्कर्म करता रहा है। वह न जाने कितनी हिन्दू लड़कियों को अपना शिकार बनाकर जिन्दगी बर्बाद कर चुका है, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। उन्होने कहा कि वीडियो वायरल होने के बाद मोइनुद्दीन का असली चेहरा आम लोगो के सामने सार्वजनिक हुआ है। विद्यालय के प्रधानाचार्य पहले ही मोइनुद्दीन के खिलाफ कार्रवाई किये होते तमाम लड़कियों की जिन्दगी बर्बाद नही होती। प्रधानाचार्य द्वारा कोई कार्यवाही नही किये जाने के कारण मोइनुद्दीन का हौसला बढता गया। इन सभी ने एक सूर मे विद्यालय के प्रधानाचार्य पर मुकदमा दर्ज करने व छात्राओं के साथ मुंह काला करने वाले मोइनुद्दीन को बर्खास्त करने की मांग की है। अब देखना मुनासिब होगा कि बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सूबे की भाजपा सरकार मोइनुद्दीन के कुकर्मों को गंभीरता से लेते हुए बर्खास्त करती है या फिर कोरमपूर्ति कार्रवाई कर भविष्य मे इस तरह की घटना को पूर्नावृति करने के लिए मोइनुद्दीन मौका देती है?
🔵रिपोर्ट - संजय चाणक्य
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