🔵जिला पंचायत सदस्य ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर की शिकायत
🔴रोहुआ पुल के बाद जिला पंचायत की नई कारस्तानी आयी सामने
🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर । जिला पंचायत द्वारा रोहुआ पुल निर्माण में किया गया धन का बंदरबांट का मामला अभी जनपदवासियों के जेहन से ओझल भी नही हुआ कि जिला पंचायत की एक नई कारस्तानी सामने आ गया है। इसका खुलासा जिला पंचायत के एक सदस्य ने की है। मामला यह है कि निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद जिला पंचायत ने उस कार्य का टेण्डर निकाला है जो जिला पंचायत मे व्याप्त भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रहा है। सदस्य ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर दोषी और जिम्मेदार लोगो के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।

मुख्यमंत्री को भेजे गये शिकायती पत्र मे पडरौना उत्तरी वार्ड संख्या 57 के जिला पंचायत सदस्य मीरा यादव ने कहा है कि ग्राम पंचायत रतनवां में बेचू राजभर के घर से भरत राजभर के घर तक 16 लाख 45 हजार 700 रुपये की लागत से भूमिगत नाली निर्माण कार्य कराने के लिए जिला पंचायत द्वारा दिनांक 26 दिसंबर - 2024 को टेण्डर प्रकाशित किया गया है, जिसमें यह कार्य क्रम संख्या 92/189 पर अंकित है। मजे की बात यह है कि यह कार्य पहले ही पूर्ण हो चुका है। शिकायतकर्ता का दावा है कि जिला पंचायत अपने आदतन सरकारी धन का लूट खसोट व फर्जी भुगतान के लिए यह टेण्डर निकाला है।शिकायतकर्ता ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर नियम विरुद्ध तरीके से निविदा निकाल कर करोडो रुपये धन का बंदरबांट किये जाने का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री को भेजे गये पत्र में शिकायतकर्ता जिला पंचायत सदस्य मीरा यादव ने कहा है कि इसके पूर्व भी जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा पिछले वित्तीय वर्षों में नियम विरुद्ध तरीके से ओपेन जीम, हाईमास्कट लाईट, सोलर वाटर पम्प, आदि निविदा प्रकाशित करके करोड़ों रूपये सरकारी धन का दुरूपयोग किया जा चुका है। शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री से पूर्व मे कराये गये भूमिगत नाली निर्माण कार्य का निविदा प्रकाशित कर लूट खसोट करने वाले अध्यक्ष एवं संबंधित विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने एवं इसके पहले कराये गये ओपेन जीम, हाईमास्क लाईट, सोलर वाटर पम्प आदि कार्यों के निविदा प्रक्रिया की जांच कराते हुए तकनीकी एवं भौतिक सत्यापन कराने की मांग की है।
🔴 क्या है रोहुआ पुल मामला
सीबीआइ ने उच्च न्यायालय के आदेश पर 2012 में उत्तर प्रदेश के सात जनपदों में मनरेगा घोटाले की जांच शुरू की थी। कुशीनगर जनपद के खड्डा विकास खण्ड क्षेत्र के शाहपुर ग्रामसभा में मनरेगा से बने बहुचर्चित 30 मीटर लंबे रोहुआ पुल की जांच 2012 से प्रारम्भ हुआ। मनरेगा के गाइड लाइन को दरकिनार करते हुए रोहुआ पुल निर्माण के घोटाले से जुड़े अधिकारियों व कुछ पूर्व जनप्रतिनिधि सहित आधा दर्जन से अधिक सहित लोगों को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था।
🔵 रिपोर्ट - संजय चाणक्य
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