🔴 शपथ पत्र देकर शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी से की कार्रवाई की मांग
🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर। जिले के रामकोला विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत पड़री में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शैलेष और तत्कालीन सेक्रेटरी राजेश यादव के मिलीभगत से 10 लाख 88 हजार रुपये सरकारी धन गबन किये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। प्रधान व सेक्रेटरी के कारस्तानी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली और मुंबई कमाने वाले फर्जी जॉब कार्ड धारकों के बैंक खातों में बगैर काम किये पैसा भेज कर निकाला गया है । गांव के नूर मोहम्मद ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र देकर पूरे मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।
शिकायतकर्ता नूर मोहम्मद की माने तो नाली मरम्मत के लिए मजदूरी के नाम पर मनोहर कुशवाहा के खाते में 55 हजार 590 रुपये भुगतान किया गया है जबकि यह कार्य भी नहीं किया गया है । झाड़ी कटाई के लिए अराफात अली के बैंक खाते में 20 हजार 400 रूपये का भुगतान किया गया है लेकिन गांव में झाड़ियों की साफ सफाई नहीं की गई है । अब देखना दिलचस्प होगा कि गांव के चहुंमुखी विकास के लिए योगी सरकार में शासन द्वारा अवमुक्त किये गये धनराशि को डकारने वाले ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शैलेष कुशवाहा और सेक्रटरी राजेश यादव के खिलाफ जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज क्या कार्रवाई करते है वैसे डीएम के सख्त कार्य प्रणाली से सभी वाकिफ है ऐसे मे प्रधान व जनपद के बाहर स्थानांतरित सेक्रेटरी के खिलाफ कार्रवाई तय मानी जा रही है। फिलहाल शिकायतकर्ता के शिकायत के बाद प्रधान गीता कुशवाहा, उनके पति शैलेष कुशवाहा और आजमगढ़ कार्य संभाल रहे तत्कालीन सेक्रेटरी राजेश यादव की नींद हराम हो गयी है।
🔴एक दिन मे किया गया सब भुगतान
बतादे कि तत्कालीन ग्राम पंचायत सचिव राजेश यादव का अन्यत्र जनपद में स्थानान्तरण होने के बाद भ्रष्टाचार के नियत से वह ग्राम प्रधान व उनके प्रतिनिधि से साठगांठ कर 3 जुलाई - 2024 को योजनबद्ध तरीके से कूटरचित अभिलेख तैयार कर बिना कार्य कराये अनियमित रुप से कुल1088097रुपये(दसलाख अट्ठासी हजार सत्तानबे रुपये) की धनराशि आहरित कर सरकारी धन का गबन कर लिया गया है।
🔵 रिपोर्ट - संजय चाणक्य
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