🔵कसया के कसडा चौक पर अवैध रूप से संचालित हास्पिटल को स्वास्थ्य विभाग ने किया था सील
🔴 स्वास्थ्य विभाग ने उठाया सख्त कदम, अवैध संचालकों में मचा हड़कंप
🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर । पढने वाले युवको द्वारा अबैध रुप से संचालित किये जा रहे हास्पिटल को सील करने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उन युवको के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार किया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसया के प्रभारी निरीक्षक ने न्यू फातिमा के नाम से अवैध हास्पिटल संचालित कर रहे चार युवको के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए कसया थाने को विभागीय पत्र भेजा है।
बतादे कि कसया नगर के बैरिया चौराहा (कसाडा चौक) पर अवैध व बिना प्रशिक्षित डाक्टर द्वारा न्यू फातिमा के नाम से अवैध हॉस्पिटल संचालित किया जा रहा था। लगातार मिल रही शिकायत को गंभीरता से लेते स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डॉ अवधेश कुशवाहा व सीएचसी अधीक्षक मार्कडेय चतुर्वेदी मंगलवार की शाम टीम के साथ न्यू फातिमा हास्पिटल पहुचे जहां पढाई करने वाले छात्र 17 वर्षीय सन्नी पुत्र तूफानी चौधरी दुर्गेश, 26 वर्षीय दुर्गेश पुत्र नरेश, 20 वर्षीय इमरान पुत्र मंसूर आलम एंव 26 वर्षीय इरफान पुत्र वादिज अली बिना रजिस्टेशन, बिना किसी प्रशिक्षित चिकित्सक और बिना किसी नियम के अवैध तरीक से न्यू फातिमा हास्पिटल को संचालित कर रहे थे। जांच टीम ने हास्पिटल संचालन से संबंधित कागजात की मांग की तो किसी ने कोई दस्तावेज प्रस्तुत नही किया।
🔴कार्रवाई के लिए सीएचसी अधीक्षक ने कसया थाने को भेजा विभागीय पत्र
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, कसया के अधीक्षक डाॅ. मार्कण्डेय चतुर्वेदी द्वारा थानाध्यक्ष कसया को भेजे गये विभागीय पत्र के पत्राक-अस्पताल/अवैध संचालन / सूचना/2024-25/259 दिनाक-4 दिसम्बर-24 मे कहा गया है कि सनी चौधरी, अदेन आलम, दुर्गेश, इरफान द्रारा कसाडा चौक कसया में न्यू फातिमा अस्पताल के नाम से एक अवैध अस्पताल संचालित करता हुआ पाया गया। जिस समय स्वास्थय विभाग की टीम मौके पर पहुंची उस समय अस्पताल में 6 मरीज भर्ती किये गये थे, अस्पताल मे एक अवैध आपरेशन थियेटर भी इनके द्वारा स्थापित किया गया है, जिससे आम जनमानस के स्वास्थय के साथ खिलवा किया गया जा रहा है तथा कोइ भी अप्रिय घटना घट सकती थी। संचालन स्कूल कालेज मे पढने वाले बच्चे कर रहे थे, जिनके पास स्वास्थ्य विभाग की कोई शिक्षण या प्रशिक्षण प्राप्त नही है। स्वास्थय विभाग द्वारा उक्त प्रतिष्ठान को सील कर दिया गया है। सीएचसी अधीक्षक ने इन युवको के खिलाफ थानाध्यक्ष से कार्रवाई करने की अपेक्षा जताई है।
🔴 फ्लैशबैककहना ना होगा कि नोडल आधिकारी डाॅ. कुशवाहा व सीएचसी अधीक्षक डाॅ. चतुर्वेदी के अगुवाई में स्वास्थ्य टीम जब कसाडा चौक पर अवैध रूप से संचालित न्यू फातिमा हास्पिटल पहुची तो जांच के दौरान वार्ड मे कुल छह मरीज भर्ती पाये गये। इसमे अख्तर पुत्र एमएच अंसारी, पुनम पत्नी राजू, नीलम पत्नी ब्रह्म गोड, ममता पत्नी राकेश यादव, पुष्पा देवी अनिल शर्मा, ममिना खातून पत्नी शहजाद अंसारी शामिल थे। भर्ती मरीज अख्तर के शरीर से रक्तस्राव हो रहा था जबकि ममिना का पित्त की थैली का आप्रेशन हुआ था। स्वास्थ्य टीम ने तत्काल एम्बुलेंस बुलाकर सभी भर्ती मरीजों को कसया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजवा दिया। जांच के दौरान आप्रेशन थियेटर पूरी तरह अवैध व मानक के विपरीत पाया गाया। आप्रेशन थियेटर में एक टेबल, एक बडा आक्सीजन सिलेंडर, चार ड्रम, एक एक्जामिनेशन टेबल, एक ओटी लैंप व आप्रेशन से संबंधित औजार उपलब्ध था। इसी कडी मे हास्पिटल के वार्ड मे छह बेड, दो ब्रेंच, एक मेज तथा दो प्लास्टिक की कुर्सियां और एक रैक मे दवा रखी गयी थी। इसके अलावा चेम्बर मे मेज, रिवाल्विंग चेयर, एक परीक्षण मेज और दो प्लास्टिक की कुर्सियां पायी गयी। इसके अलावा अस्पताल के साथ संचालित हो रहे मेडिकल स्टोर का कोई भी बैध कागजात संचालक द्वारा प्रस्तुत नही किया गया। इसके बाद जांच टीम ने अवैध रुप से संचालित न्यू फातिमा हास्पिटल को तत्काल प्रभाव से सील करते हुए मौके पर आठ विन्दओ पर जांच आख्या तैयार किया। अपनी आख्या जांच टीम ने रिपोर्ट दर्ज किया कि न्यू फातिमा हास्पिटल का कोई भी रजिस्टेशन नही है। आप्रेशन थियेटर अवैध व मानक के विपरीत पाया गया तथा हास्पिटल का संचालन चार पढने वाले छात्रों द्वारा किया जा रहा था।
🔵 रिपोर्ट - संजय चाणक्य
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