🔴चर्चा - ए-सरेआम है कि ढाई लाख रुपये मे हो रहा है मामला मैनेज
🔵अवैध रूप से संचालित पूर्वाचल अल्ट्रा साउण्ड सेन्टर को किया गया था सीएमओ और सदर एसडीएम के मौजूदगी मे सील
🔴 चर्चाओं के बाजार में मैनेज के खेल की हो रही है खूब चर्चा
🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर। बीते सितम्बर माह के 25 तारीख को कुबेरस्थान सीएससी अन्तर्गत सीएमओ व एसडीएम के मौजूदगी मे सील किये गये अवैध रूप से संचालित पूर्वाचल अल्ट्रा साउण्ड सेन्टर को खोलने के लिए संचालक और स्वास्थ्य विभाग के बीच मैनेज का खेल शुरु हो गया है। विश्वस्त सूत्र बताते है कि मामला ढाई लाख रुपये मे तय हो गया है।विभाग-ए-शहंशाह आज-कल मे कभी भी सेन्टर को खोलने की अनुमति दे सकते है। अब सवाल यह उठता है कि बिना रजिस्टेशन, बिना किसी रेडियोलाजिस्ट और बिना पीसी पीएनडीटी प्रमाणपत्र के अवैध रुप से संचालित हो रहे पूर्वाचल अल्ट्रा साउण्ड सेन्टर को किस आधार पर खोलने की अनुमति देने की तैयारी चल रही है?
बीते दिनो नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र के गढ़हिया बसन्तपुर गांव के निवासी और कोटवा बाजार में स्थित खुशी हॉस्पिटल के संचालक राजू कुमार ने जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज को शपथ-पत्र देकर सीएमओ डाँ. सुरेश पटारिया पर हास्पिटल का नवीनीकरण करने के नाम पर पांच लाख रुपये घूस मांगने का गंभीर आरोप लगाया था। हास्पिटल संचालक राजू कुमार ने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य विभाग लखनऊ को भी रजिस्टर्ड डाक से शपथ पत्र के साथ सीएमओ पर पांच लाख रुपये धूस मागने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करायी है। शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी को दिये एंव प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को भेजे गये शपथ-पत्र में कहा है कि मुख्य चिकित्साधिकारी डाँ. सुरेश पटारिया हॉस्पिटल के नवीनीकरण और स्वास्थ्य मंत्री की बेटी की शादी में पांच लाख रुपये देने की मांग कर रहे है जबकि वर्ष 2015 से कोटवा बाजार में उनका खुशी हॉस्पिटल नियमानुसार संचालित होता आ रहा है। वर्ष 2023 में अबैध धन की मांग को पूरा नही करने पर सीएमओ द्वारा उनका हॉस्पिटल को सील कर दिया गया, जो न्यायालय के आदेश पर खुला है। शिकायतकर्ता ने सीएमओ डाँ. सुरेश पटारिया पर लगाये गये आरोपो का पुख्ता प्रमाण होने का दावा किया है। ऐसे मे सील किये गये पूर्वाचल अल्ट्रा साउण्ड सेन्टर को ढाई लाख रुपये मे मैनेज कर खोलने की हो रही चर्चा व खुशी हास्पिटल के संचालक द्वारा लगाये गये आरोप विभाग-ए-शहंशाह के ईमानदारी पर सवाल खडा करने के लिए विवश करता है।
🔵 रिपोर्ट - संजय चाणक्य
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