🔵दुर्गा पाण्डाल में भीड से जूझता रहा आयोजन समिति,पाण्डालों के इर्द-गिर्द नही दिखे पुलिस के जवान
🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर । शारदीय नवरात्र के नौ दिन का पावन पर्व सकुशल शान्ति पूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। शहर से लेकर गांव तक दुर्गा पूजा की धूम रही। माँ जगत जननी की दर्शन के लिए अष्टमी-नवमी के दिन पडरौना नगर मे श्रद्धालुओं का रेला लगा रहा। सभी चौक चौराहों पर मेला जैसा दृश्य देखने को मिला। दुर्गा पाण्डाल, माँ के भक्ति गीतो से गूंजयमान रहा। जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, अपर जिलाधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक से लगायत सभी अधिकारी जिम्मेदारी पूर्वक अपने ड्यूटी का निर्वहन करते हुए सडक पर दिखे। किन्तु अफसोस नगर में स्थापित दुर्गा पाण्डाल में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के जवान मौजूद नही थे। यही वजह है कि आयोजक मण्डल के लोग भीड को काबू करने के लिए पसीना बहाते रहे।
काबिलेगौर है कि पडरौना नगर के सुभाष चौक, पेट्रोल पंप के बगल मे स्थित मशीनरी मार्केट, गायत्री मंदिर, बडी गंडक नहर, बावली चौक राणा प्रताप चौक, भटवलिया चौक, बंधू छपरा, हठी माई मंदिर साहबगंज उत्तरी, साहबगंज प्राथमिक विद्यालय, दुर्गा मंदिर रोड, कश्यप अतिथि भवन, स्योबाई कन्या इण्टर कालेज, हास्पीटल चौक, धर्मशाला रोड राजेश्वरी मार्केट कसेरा टोली, तिलक चौक, आलू मंडी, छुछिया गेट, जटहा रोड, यूपी टेस्कटाइल यादव टोला, शिवालय चौक, बेलवा चुंगी , दरबार रोड रामलीला मैदान सहित शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में परम्परागत तरीके से माँ जगदम्बे की प्रतिमा स्थापित किया गया था। अष्टमी-नवमी के दिन शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के श्रद्धालु पडरौना नगर मे स्थापित विभिन्न पण्डालों में माँ जगत जननी के दर्शन के लिए भारी संख्या मे उमड पडे थे। नगर की सभी सडकें माँ के भक्तो से खचाखच भरी हुई थी। सडक के दोनो पटरियों पर अलग-अलग दुकाने सजी हुई थी। इस दौरान बेलवा चुंगी, राजेश्वरी मार्केट, धर्मशाला रोड, मशीनरी मार्केट सुभाष चौक, स्योबाई रोड, राणा प्रताप बावली चौक, आलू मंडी, छुछिया गेट, सब्जी मंडी चावल मंडी सहित नगर के तमाम पाण्डालो मे माँ के दर्शन के लिए भीड का रेला रहा किन्तु विडम्बना यह रही कि इन पण्डालों के इर्द-गिर्द कही भी दूर दूर तक कोई पुलिस के जवान दिखाई नही दिये। नतीजतन दुर्गा पूजा समिति के सदस्य भीड को काबू करने के लिए रातभर पसीना बहाते रहे। बताया जाता है कि तमाम पाण्डालों में पुलिसकर्मी पहुंचे जरूर लेकिन फोटो व सेल्फी लेकर चलते बने। कहना ना होगा कि ऐसा पहली बार हुआ जब दुर्गा पूजा के अवसर पर मेला के दिन पाण्डाल में व पाण्डाल के इर्द-गिर्द पुलिस के जवान दिखाई नही दिये और भीड को नियंत्रित करने के लिए आयोजन समिति को जूझना पडा जबकि पूर्व में हर पाण्डाल मे अथवा पाण्डाल के इर्द-गिर्द पुलिस के दो जवान भीड को नियंत्रित करते हुए देखे जाते थे।
🔴 शुक्र है कोई अप्रिय घटना नही हुईबतादे कि नगर में स्थापित दुर्गा पाण्डाल जिस तरह से सुरक्षा विहीन था। बेशक! इसे कोतवाली पुलिस की घोर लापरवाही कही जायेगी। शुक्र है कोई अप्रिय घटना नही हुई और सब कुछ सकुशल निपट गया। यहां बताना जरूरी है कि नवरात्र मे ही सोमवार पंचमी के दिन पडरौना नगर के छावनी मे मूर्ति ले जाते समय मुस्लिम समुदाय के खुराफाती युवको द्वारा पथराव कर माँ दुर्गा की प्रतिमा को खंडित कर दिया गया था जिसको लेकर भिसवा लाला गणेशीपट्टी दुर्गा पूजा आयोजन समिति के युवको ने प्रर्दशन कर विरोध जताया था। दुर्गा प्रतिमा खंडित होने को लेकर हिन्दू जनमानस व पुलिसिया कार्रवाई को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगो मे आक्रोश है। हालांकि स्थिति पूरी तरह पुलिस के नियंत्रण में है किन्तु दोनो समुदाय मे तनाव बना हुआ है। ऐसे मे सुरक्षा के दृष्टिकोण से दुर्गा पाण्डाल मे पुलिसकर्मियों का मौजूद न होना अपने मे एक सवाल है? जिसे कोतवाली पुलिस की गैरजिम्मेदाराना व दुस्साहसी कार्यप्रणाली से इंकार नही किया जा सकता है। ऐसे मे यह कहना गलत नही होगा कि माँ जगदम्बे की कृपा से कोई अप्रिय घटना नही हुई।
🔴 रिपोर्ट - संजय चाणक्य
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