कप्तानगंज नगर पंचायत : नाला निर्माण में भ्रष्टाचार की बू , गुणवत्ता का अभाव, उडाई जा रही है मानक की धज्जियाँ - Yugandhar Times

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Sunday, September 1, 2024

कप्तानगंज नगर पंचायत : नाला निर्माण में भ्रष्टाचार की बू , गुणवत्ता का अभाव, उडाई जा रही है मानक की धज्जियाँ

🔵नगर पंचायत कप्तानगंज द्वारा सडक के दोनो तरफ कराया जा रहा नाला निर्माण

🔴अधिशासी अधिकारी व नपाध्यक्ष बने सूरदास

🔵युगान्धर टाइम्स व्यूरो 

कुशीनगर। जनपद के कप्तानगंज नगर पंचायत द्वारा जल निकासी के लिए निर्माण कराया जा रहा नाला शुरुआती दौर में ही भ्रष्टाचार की भेट चढती नजर आ रही है। सडक के दोनो तरफ करीब पचास लाख से अधिक की लागत से बन रहे नाले के निर्माण में न सिर्फ गुणवत्ता की धज्जियाँ उडाई जा रही है बल्कि मानक को भी पूरी तरह अनदेखा किया जा रहा है। मजे की बात यह कि मोटी कमीशन के चक्कर नगर पंचायत के जिम्मेदार सूरदास बने बैठे।

बतादे कि जिले के कप्तानगंज नगर पंचायत बसहिया मे स्थित पेट्रोल पंप के समीप हाटा - कप्तानगंज मुख्य सडक के दोनो तरफ नगर पंचायत द्वारा जल निकासी की समुचित व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए नाला निर्माण का कार्य शुरू किया गया है। निर्माण कार्य के शुरुआती दौर में ही नाला निर्माण के गुणवत्ता व मानक को लेकर सवाल खडे होने लगे है। बताया जा रहा है कि नाला निर्माण मे ठेकेदार द्वारा गाइडलाइन और सभी मापदंडों को दरकिनार कर घटिया सामग्रियों का प्रयोग कर नाला निर्माण कराया जा रहा है। सूत्र बताते है कि मानक के अनुरूप न तो नाले की गहराई की खुदाई की गयी है और न ही नाले की निचली स्तर बेड पर गिट्टी ढलाई की गई है। बल्कि नीचे मिट्टी और उसके उपर से बालू डालकर धन का बंदरबांट किया जा रहा है। ऐसी चर्चा है  कि नगर पंचायत अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी मोटी कमीशन के चक्कर मे धृतराष्ट्र बने बैठे है। जानकारों की माने तो नाली निर्माण में सबसे नीचे बेड पर 40 मिमी से चार इंच की ढलाई की जानी चाहिए। इसके बाद जमीन में जाल बिछाकर बीच मे 9इंच का रिंग डालने का नियम है। इसके बाद रिंग के बगल मे 12 मिमी का तीन-तीन सरिया बांधना होता है लेकिन इन मानकों दरकिनार कर नाला निर्माण कराया जा रहा है। नाले के दोनों तरफ खडी दीवाल के लिए भी मानक निर्धारित है।

🔴ईओ नही उठाते है किसी का फोन, बोले फोन उठाने के लिए नही बैठा हू

नगर पंचायत कप्तानगंज के अधिशासी अधिकारी योगेश मिश्रा का अंदाज ही निराला है। ऐसी चर्चा है कि ईओ योगेश मिश्रा न तो किसी से सीधे मुंह बात करते है और न ही किसी का फोन उठाते है। घंटो फोन मिलाते रहिए घंटी लगातार बजती रहेगी लेकिन फोन नही उठेगा। अगर कोई व्यक्ति लगातार दो-चार बार ईओ के मोबाइल नम्बर पर +919473840028 फोन कर देता है तो फिर उधर से ईओ द्वारा फोन काटकर बिजी कर दिया जाता है। कहना न होगा कि ईओ नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी है जहां नगर की तमाम समस्याओ को लेकर नगरवासी सहित अन्य लोग उनके पास फोन करते है। किन्तु अफसोस ईओ सरकार की छवि धूमिल करने की गरज से किसी का फोन इस लिए नही उठाते है ताकि समस्या जस की तस बनी रहे और नगरवासी योगी सरकार को कोसते रहे। सत्यता जानने के लिए संवाददाता ने जब   ईओ के नम्बर पर फोन किया तो पहली बार उन्होंने फोन काट दिया। दुसरी बार जब फोन किया गया तो ईओ ने फोन रिसीव किया। उनसे जब नाला निर्माण के मानक व गुणवत्ता के चर्चा की गयी तो उन्होंने कहा कि स्टीमेट के अनुसार कार्य हो रहा है और इस कार्य से मै संतुष्ट हू। ईओ योगेश मिश्रा से यह पूछा गया कि ऐसी शिकायत है कि आप किसी का फोन नही उठाते है इसके जबाब मे उन्होंने कहा कि हम काम करने के लिए है फोन उठाने के लिए नही। जब उनसे कहा गया कि जिले के सबसे बडे अधिकारी के रूप डीएम होते है वह आम आदमी का फोन उठाकर बात करते है और बोल रहे है कि हम फोन उठाने के लिए नही है। इस पर ईओ ने कहा कि डीएम के पास 90 क्लर्क है और मेरे पास सिर्फ एक कर्मचारी है मै अपना काम स्वंय करता हू।

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