🔴बाल तस्करी को सामूहिक प्रयासों से किया जा सकता है खत्म- सूर्य प्रताप
🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर । जिला जज अशोक कुमार सिंह ने कहा कि बाल तस्करी एक गंभीर अपराध और मानवाधिकार उल्लंघन का सबसे खराब स्वरूप है जो हमारे देश के कमोबेश सभी हिस्सों मे देखने को मिल रहा है। इसके वजह से प्रगतिशील व विकसित भारत के लक्ष्य को पाने मे वाधा उत्पन हो रही है।
जिला जज रविवार को वर्ल्ड यूथ सोशल आर्गनाइजेशन के तत्वावधान मे उदित नारायण महाविद्यालय के सभागार मे " बाल तस्करी व रोकथाम विषय पर आयोजित एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बाल तस्करी विश्व व्यापी समस्या है इसका मूल कारण शिक्षा व जागरूकता का अभाव एंव गरीबी है।
कार्यशाला की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. ममता मणि त्रिपाठी ने कहा कि कहा कि बाल तस्करी सामाजिक बुराई और मानवता पर कलंक है। इस बुराई को सामूहिक प्रयासों से खत्म किया जा सकता है। साथ ही बच्चों को जागरूक करने की आवश्यकता है। हनुमान इंटर कालेज के प्रधानाचार्य शैलेंद्र दत्त शुक्ल व चन्द्रशेखर जी ने कहा कि बाल तस्करी एक वैश्विक समस्या है। इस सामाजिक बुराई को दूर करने के लिए सामाजिक स्तर पर व्यापक प्रयास करने होंगे। सिर्फ पुलिस या प्रशासन बाल तस्करी सामाजिक बुराई को खत्म नहीं कर सकते।
कार्यशाला के आयोजक यूथ सोशल आर्गनाइजेशन शशिकांत मिश्रा व इस संस्था के सहयोगी उपज फांउडेशन, द चेतक, युगान्धर टाइम्स, प्रवासी मदद फाउंडेशन, सोशल ट्रांसफाॅमेशन फाउंडेशन ने सभी आगन्तुकों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर ब्रजेश मणि त्रिपाठी, संजय चाणक्य, आरके भट्ट, शम्भू मिश्रा, पवन मिश्रा, दीपक मिश्रा, आदित्य दीक्षित, आदित्य श्रीवास्तव, आफताब आलम, शैलेश उपाध्याय, नीरज पाठक, अर्जुन मिश्रा, सौम्या जायसवाल, सूरज पाठक, आदर्श दीक्षित, सत्यम पाठक, अरुण पांडेय सहित एनएसएस और एनसीसी के छात्र उपस्थित रहे।
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