🔴कबूतरबाज और कुमकुम डायग्नोस्टिक सेन्टर की साठगांठ का मामला
🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर । विदेश भेजने के नाम पर कबूतरबाज जनपद में अवैध रूप से संचालित डायग्नोस्टिक सेन्टर से मिलकर बेरोजगार युवकों को ठगी का शिकार बना रहे है। इसमे पडरौना नगर के कुमकुम डायग्नोस्टिक सेन्टर के अलावा तमाम डायग्नोस्टिक सेन्टर भी शामिल है जिसका खुलासा बीते दिनों कुशीनगर पुलिस ने की थी। मजे कि बात यह है कि जनपद मे कोई भी डायग्नोस्टिक सेन्टर विदेश जाने वालो का मेडिकल करने के लिए अधिकृत नही है ऐसा स्वास्थ्य महकमा का कहना है। इसके बावजूद इस डायग्नोस्टिक सेन्टर पर अब तक कोई कार्रवाई नही की गई। इसके पीछे वजह कुमकुम डायग्नोस्टिक सेन्टर के संचालक का रसूख बताया जा रहा है।
बता दे कि पडरौना कोतवाली पुलिस, स्वाट व साइबर सेल की पुलिस टीम ने बीते दिनों विदेश भेजने के नाम पर बेरोजगारों से लाखों रुपये का ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार कर ठगी के 11 लाख रुपये, फर्जी आधार कार्ड , कुवैत , उज्बेकिस्तान, कतर, सउदी अरब, कम्बोडिया, मलेशिया, हांकांग, आदि देशों की कंपनियों के फर्जी ऑफर लेटर, सरकारी, दस्तावेज की मुहर, कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व एक कार बरामद किया था। इसी गिरोह ने पिछले दिनों पडरौना नगर में टेक्निकल इंस्टीट्यूट खोल कर डेढ़ सौ बेरोजगार युवकों से लाखों रुपये की ठगी करके फरार हो गए थे। पुलिस विभाग द्वारा किये गये खुलासे मे यह बात सार्वजनिक हुई थी कि पडरौना नगर के सुभाष चौक स्थित कुमकुम डायग्नोस्टिक सहित नगर के तीन डायग्नोसिस सेंटर विदेश जाने वाले बेरोजगार युवकों का नियम विरुद्ध व फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाकर ठगी करने वाले इस गिरोह की मदद कर रहे थे।
🔴 कौन है डाँ. नंदलाल
बता दे कि यह वही डाॅ नंदलाल कुशवाहा है जो बीते दिनो मार्ग दुर्घटना में घायल पडरौना निवासी प्रेम नामक युवक के जिला अस्पताल में भर्ती होने के बाद दलालों द्वारा अपने बुद्धा हास्पिटल में भर्ती कराकर इलाज व आपरेशन किया था। इस के बाद जब प्रेम की हालत बिगड़ने लगी तो हास्पिटल के संचालक डाँ. नंदलाल ने प्रेम को जिला अस्पताल भेजकर वहा से उसको लखनऊ केजीएमयू रेफर कराया था जहां केजीएमयू के डॉक्टर ने प्रेम की पत्नी रीमा देवी को गलत ऑपरेशन की बात बताई और इलाज शुरू किया लेकिन प्रेम को बचाया नही जा सका। इसके बाद सुलह-समझौते के नाम पर बुद्धा हास्पिटल के संचालक डाँ.नंदलाल कुशवाहा ने मृतक प्रेम की पत्नी को 70 हजार रुपये का चेक दिया और दाह संस्कार के बाद प्रेम के इलाज मे खर्च हुए धनराशि को देने का वादा कर मामले को शांत करने का प्रयास किया था। किन्तु दाह संस्कार के बाद मृतक की पत्नी बुद्धा हास्पिटल पहुची तो डाँ नंदलाल ने पीडिता को पैसा देने से इंकार कर दिया। नतीजतन मामला खूब तूल पकडा। सीएमओ ने जांच का आदेश दिया लेकिन डाँ नंदलाल ने अपने रसूख और प्रभाव के दम पर मामले को लीपापोती करा दिया।
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