कुशीनगर से भी तो नही जुडा खून तस्करो का तार - Yugandhar Times

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Tuesday, February 27, 2024

कुशीनगर से भी तो नही जुडा खून तस्करो का तार

 

🔵 वर्ष 2022 मे एसटीएफ ने कुशीनगर  से तस्करों के तार जुडने का किया था खुलासा

🔴ब्लड बैंक सीएमओ कार्यालय से मामला मैनेज हो जाने का कर रहा है दावा

🔵 संजय चाणक्य 

कुशीनगर । कही कुशीनगर जनपद से भी ब्लड तस्करों के तार तो नही जुड़े है। वजह यह है कि आटो चालक द्वारा लावारिस हालत मे तीन थैला ब्लड लेकर थाने से लगायत सीएमओ कार्यालय का चक्कर लगाने के बाद भी उस समय किसी ने उसकी सुधि न ली। मीडिया ने जब मामले को प्रमुखता से उठाया तो स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया। सीएमओ जांच कराकर कार्रवाई करने का दम भर रहे है तो पडरौना चैरिटेबल ब्लड बैंक सीएमओ कार्यालय से मामला मैनेज कर लेने का दावा कर रहा है। अब देखना यह है कि ऐसे मे दोषी ब्लड बैंक के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग के विभाग-ए-शहंशाह क्या कार्रवाई करते है।

काबिलेजिक्र है कि शनिवार को दोपहर तकरीबन दो बजे पडरौना नगर से यात्रियों को लेकर एक ई-रिक्शा चालक रवीन्द्रनगर की ओर बढ रहा था तभी नगर के छावनी स्थित पडरौना चैरिटेबल ब्लड बैंक से एक युवक हाथ मे बैग लेकर ई-रिक्शा को रोककर बैठ जाता है और अर्जुनहा चलने की बात करता है लेकिन चालक जिला मुख्यालय रवीन्द्रनगर तक चलने और वहा से दुसरा आटो पकड लेने की सुझाव देता है इस पर युवक हामी भरते हुए ई- रिक्शा पर सवार होकर आगे बढता है और रवीन्द्रनगर पहुचकर चालक को किराया देकर चला जाता है। कुछ देर बाद चालक देखता है तो उस युवक का बैग वही सीट पर पडा है जहा वह बैठा हुआ था। चालक उस युवक को इधर उधर देखता है लेकिन वह युवक कही दिखाई नही देता है। फिर वह अपने ई- रिक्शा के पास कुछ देर तक युवक का इंतजार करता है और जब वह युवक वापस नही आता है तो चालक बैग खोलकर तलाशी लेता है और यह देखकर चौक जाता है कि उसमे तीन पैकट ब्लड रखा हुआ है। 

🔴थाने से सीएमओ कार्यालय तक लगाता रहा दौड 

सिधुआ स्थान निवासी व ई-रिक्शा चालक रामविलास लावारिस बैग मे रखे खून के थैले को लेकर पहले रवीन्द्रनगर थाने  पहुचा और घटना से अवगत कराया लेकिन वहा मौजूद जिम्मेदारो ने खून वाले बैग को लेने से इंकार कर दिया। इसके बाद चालक रामविलास मेडिकल कालेज गया यहां भी उसे यह कहकर बैरंग वापस भेज दिया गया कि ब्लड थैले पर न तो ब्लड ग्रुप लिखा है न डाक्टर का रिफ्रेशमेंट अंकित है। थक हार कर चालक सीएमओ कार्यालय पहुचा और सीएमओ से मिलकर पूरी बात बतायी लेकिन सीएमओ ने ब्लड के थैल को रखने से इंकार कर दिया इसके बाद रामविलास बैग को सीएमओ कार्यालय मे छोडकर चलता बना, जब यह बात मीडिया तक पहची तो मीडिया ने मामले की तफ्तीश करने के लिए सीएमओ के पास फोन घनघनाना शुरू कर दिया इसके बाद स्वास्थ्य विभाग मे हड़कंप मच गया। तत्काल सीएमओ ने जांच के लिए टीम गठित कर दिया और दो दिन अन्दर रिपोर्ट प्रेषित करने का निर्देश दिया। 

🔴सीएमओ कार्यालय से मैनेज हो गया मामला

घटना के दुसरे दिन रविवार को मीडिया ने जब पडरौना चैरिटेबल ब्लड बैंक के बोर्ड से 8756522332 पर संपर्क किया गया तो फोन पर मीडिया से बात करने वाला व्यक्ति खुद को ब्लड बैंक का जिम्मेदार बताते हुए कहा कि सारा मामला मैनेज हो गया है। सीएमओ कार्यालय गया था वहा सब कुछ मैनेज हो गया। सवाल पूछने पर फोन पर बात कर रहा व्यक्ति गलती भी स्वीकार किया और फिर इधर-उधर की बात कर मामला मैनेज हो गया है कहकर फोन काट दिया।

🔴 एक वर्ष पूर्व कुशीनगर का युवक चढा था एसटीएफ के हत्थे 

कहना ना होगा कि वर्ष 2022 में एसटीएफ ने अंतरराज्यीय खून तस्कर गिरोह का खुलासा करते हुए राजधानी लखनऊ से सात लोगों को गिरफ्तार किया था। इन खून तस्करों के पास से पुलिस ने 302 यूनिट खून बरामद किया गया था। एसटीएफ ने खुलासा किया था कि यह गिरोह कूट रचित दस्तावेजों के सहारे राजस्थान से यूपी में खून की तस्करी करता है। इन सातों तस्करों को एसटीएफ ने ठाकुरगंज के मिड लाइफ ब्लड बैंक से गिरफ्तार किया था। आरोपियों में पांच लखनऊ के, एक उन्नाव और एक कुशीनगर जनपद के रामकोला थानाक्षेत्र के निवासी नौशाद भी शामिल था। 

🔴क्या कहते है प्रत्यक्षदर्शी 

प्रत्यक्षदर्शी बताते है कि सीएमओ कार्यालय में लावारिस हालत मे बैग मे रखे तीन थैला ब्लड पर न तो एक्सपाइरी तिथि व ग्रुप अंकित था और न ही जरूरी तापमान की व्यवस्था। बताया जाता है कि ब्लड बैंक का लेबल भी स्पष्ट नही था इसको लेकर जानकार यह अंदेशा व्यक्त कर रहे है कि कही यह मामला तस्करी से तो नही जुडा है।



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