🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
लखनऊ । श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में नवनिर्मित भव्य मंदिर में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख जस-जस नजदीक आ रही है, तस-तस पूरा देश राममय होता जा रहा है। इधर राम विरोधियों और तथाकथित सेकुलर पार्टियों के नेताओं में खलबली मची हुई है। यही वजह है कि वह अपने उटपटांग बयानों और हरकतों से रंग में भंग डालने की कोशिश कर रहे हैं, उनकी नफरत खुलकर सामने आ रही है। कोई मंदिर निर्माण के खिलाफ विवादित बयान दे रहा है तो कोई प्राण प्रतिष्ठा के लिए आयोजित समारोह से खुद को दूर रहने का ऐलान कर रहा है। इसमें समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव का नाम भी जुड़ गया है, जो पहले राम मंदिर के निमंत्रण की खिल्ली उड़ाये और अब निमंत्रण को ठुकरा दिया।
🔴अखिलेश ने निमंत्रण देने वाले वीएचपी नेताओं का किया अपमानकाबिलेजिक्र है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जब विश्व हिन्दू परिषद के नेता आलोक कुमार श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता देने पहुंचे तो सपा अध्यक्ष ने ना सिर्फ निमंत्रण लेने से इनकार कर दिया, बल्कि अतिथि देवो भव: की परंपरा को ताक पर रखकर विहिप नेता से बहस कर उनका अपमान किया। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जो निमंत्रण लेकर आए थे, उनको न मैं जनता हूं और ना ही मेरा उनसे कोई परिचय है जो परिचय वाले हैं उनसे व्यवहार है।
🔴भगवान राम नही चाहते वह अयोध्या आए-आलोक कुमारअखिलेश को निमंत्रण देने के मुद्दे पर विश्व हिन्दू परिषद के नेता आलोक कुमार ने कहा, “हमने उनका पहले का बयान देखा था जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर उन्हें बुलाया जाएगा तो वह आएंगे। इसीलिए उन्हें निमंत्रण भेजा गया लेकिन अब वह कह रहे हैं कि जब भगवान राम उन्हें बुलाएंगे तो वह जाएंगे। ऐसे में अगर वह नहीं आते हैं तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि भगवान राम भी नहीं चाहते कि वह अयोध्या आएं।”
🔴अखिलेश यादव ने निमंत्रण का उड़ाया था उपहास
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ग्रेटर नोएडा में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि अगर निमंत्रण मिलेगा तो वह मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होंगे। इससे पहले अखिलेश यादव ने निमंत्रण को लेकर मजाकिया अंदाज में जिस तरह उपहास उड़ाने की कोशिश की, वो उनकी हिन्दू विरोधी मानसिकता को बताता है। अखिलेश यादव ने कहा, “भगवान जिसकों बुलाएंगे, वो दौड़ा चला जाएगा। और ये भी सही है कि भगवान कब किसको बुला ले किसी को नहीं पता। इतना करीब भगवान के है वो लोग, क्या उन्हें तारीख पता है।”
🔴 जहरीले बोल, पोस्टर सियासतलखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यालय के बाहर एक होर्डिंग लगा है, जिसमें प्रभु राम की मूर्ति के साथ अखिलेश यादव की फोटो भी है। सपा के युवजन सभा के पूर्व प्रदेश सचिव आशुतोष सिंह की ओर से होर्डिंग लगाई गई है। पोस्टर में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव और पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव (युवजन सभा) आशुतोष सिंह दिख रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले ये होर्डिंग लगाई गई। जिसमें लिखा है ‘आ रहे हैं हमारे आराध्य- प्रभु श्रीराम’।
🔴लोगों ने कहा- अपने पिता के पापों का समर्थन करते हैं अखिलेश
सोशल मीडिया में लोगों ने अखिलेश यादव और सपा की सियासत की पोल खोल कर रख दी है। लोगों ने कहा कि अखिलेश ने न्योता ठुकराकर संदेश दे दिया कि अपने पिता जी स्वo मुलायम सिंह जी ने रामभक्तों पर गोली चलवाई थी, उससे सहमत है और किसी भी तरह से राम मंदिर से जुड़ाव नहीं रखना चाहते। कुछ लोगों ने निमंत्रण पर ही सवाल उठाया है। लोगों ने कहा कि जिसके बाप ने कारसेवकों के शवों से सरयू पाट दी थी, उसको निमंत्रण भेजना उचित नहीं है।
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