🔵विजय दिवस पर याद किये गये माँ भारती के वीर सपूत
🔴अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के तत्वावधान मे आयोजित कार्यक्रम
🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर । बांग्लादेश को पाकिस्तान के चंगुल से छुड़ाने के लिए 1971 में लड़े गए भारत-पाक युद्ध की याद में शनिवार को विजय दिवस धूमधाम से मनाया गया। पडरौना नगर पालिका के जलकल परिसर मे आयोजित कार्यक्रम में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद वीर शहीदों की वीरांगनाओं, आश्रितों व पूर्व सैनिकों को अंगवस्त्र भेटकर सम्मानित किया गया। इस दौरान सैनिक कल्याण बोर्ड के अधिकारी मौजूद रहे।
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के तत्वावधान मे आयोजित कार्यक्रम को बतौत मुख्य अतिथि नपाध्यक्ष विनय जायसवाल ने वीर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि 1971 मे लडी गई भारत-पाकिस्तान की जंग मे माँ भारती के वीर सपूतों की शहादत को हमेशा याद रखा जायेगा। उन्होंने कहा भारतीय सेना हमेशा अपनी शूरवीरता का परचम लहराया है जिसका परिणाम यह रहा कि वर्ष 1948,1965,1971 व 1999 मे पाकिस्तान को भारतीय सेना के सामने घुटना टेककर पराजय का सामना करना पडा। उन्होंने कहा कि 1971 के युद्ध मे पूर्वी व पश्चिमी पाकिस्तान को अलग थलग करते हुए बांग्लादेश के गठन और 93000 सशस्त्र पाक सैनिकों को आत्मसमर्पण करवाने वाली भारतीय सेना ने पूरे विश्व मे अपने युद्धकौशल और शौर्यता का परचम लहराया था। आज हमारी भारतीय सेना पूरे विश्व में तीसरी सबसे शक्तिशाली सेना होने का गौरव हासिल किए हुए है जो जल थल और नभ में अपनी सीमाओं की रक्षा करने के साथ ही विश्व शांति में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
इस अवसर पर नपाध्यक्ष प्रतिनिधि मनीष बुलबुल जायसवाल, कैप्टेन दयाशंकर पाण्डेय, कैप्टेन आर एन पाण्डेय, कैप्टेन नागेंद्र पाण्डेय, सूबेदार मेजर जेपी यादव, सार्जेंट ओपी वर्मा, सार्जेंट शंकर दुबे, हवलदार अनिल सिंह, ओपी कुशवाहा, दिनेश दुबे, जगरनाथ के अलावा सीताराम शर्मा, युद्धवीर सिंह, वीरेंद्र कुमार, चंद्रिका प्रसाद, चंद्रिका कुशवाहा, सूबेदार मुस्तफा, धर्मेंद्र सिंह, अफसरा देवी, इलायची देवी, इसा खातून, इसनावती देवी के अलावा अन्य पूर्व सैनिक व उनके आश्रितों के अलावा आमजन उपस्थित रहे।
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