🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कानपूर। सूबे के कानपुर में अवैध संबंध में कत्ल और कत्ल के पीछे की साजिश का खुलासा हुआ है, जिसे जानकर हर कोई हैरान है। हुआ यह कि एक करोड़पति शिक्षक की अमीर पत्नी ने एक राज मिस्त्री के प्यार में पागल होकर ऐसी साजिश रच डाली कि पुलिस आंखें खुली की खुली रह गई। पत्नी ने खुद अपने पति को मारने का फुलप्रूफ प्लान बनाया और फिर उसे अमीलजामा पहनाया। वैसे तो यह घटना महज एक एक्सीडेंट बनकर खत्म हो जाता, लेकिन मारे गए शिक्षक के घरवालों का शक इस मामले के खुलासे की वजह बन गया।
यह पूरी साजिश किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं है. दरअसल, इस कहानी का आगाज़ एक साल पहले तब हुई थी जब कानपुर के करोड़पति टीचर राजेश गौतम ने अपना मकान बनवाने का ठेका एक राजमिस्त्री शैलेंद्र सोनकर को दिया था। मकान बन रहा था. घर में शैलेंद्र सोनकर का रोज आना-जाना होता था. इसी दरम्यान उसका सम्पर्क शिक्षक राजेश की पत्नी पिंकी से हुई। पिंकी पोस्ट ग्रेजुएट होने के साथ-साथ बीएड पास और खूबसूरत भी है. लिहाजा, शैलेंद्र उस पर फिदा हो गया। इधर, पिंकी भी खुद पर काबू नहीं रख पाई और शैलेंद्र के छलावा में फंसती चली गई। इसके बाद शैलेंद्र घर में ही पिंकी के साथ गुलछर्रे उड़ने लगा। दोनों के बीच संबंध बन गए. कुछ महीनों तक तो यह सब चलता रहा। दोनों अवैध संबंध के रास्ते मे काफी आगे निकल गए. लेकिन एक दिन राजेश को अपनी पत्नी की इस करतूत के बारे में भनक लग गई. इसके बाद राजेश का अपनी पत्नी पिंकी से झगड़ा शुरू हो गया। यही नहीं, राजेश ने अपने घर में शैलेंद्र की एंट्री पर रोक लगा दी। इसके बाद पिंकी काफी परेशान हो गयी वह शैलेंद्र के प्यार में होश खो बैठी थी. नतीजतन , उसने अपने प्रेमी शैलेन्द्र सोनकर के साथ मिलकर अपने पति को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। पिंकी जानती थी कि उसके अमीर पति का डेढ़ करोड़ का बीमा है. उसकी मौत के बाद वह रकम भी उसे मिल जाएगी और साथ में कई करोड़ की प्रॉपर्टी की मालकिन भी बन जायेगी। प्लान बड़ा था. लिहाजा, राज मिस्त्री शैलेंद्र सोनकर अपने चचेरे भाई विकास सोनकर को भी अपने साथ शामिल कर लिया. फिर दोनों ने एक ड्राइवर सुमित कठेरिया को भी इस साजिश का हिस्सा बनाया. असल में शैलेंद्र ने विकास सोनकर और सुनील कठेरिया को चार लाख रुपये की सुपारी दी थी।
🔴 राजेश रोज मॉर्निंग वॉक पर निकलते थेएडीसीपी अंकित शर्मा ने बताया कि टीचर राजेश हर रोज मॉर्निंग वॉक पर जाते थे. इसलिए आरोपियों ने उसी वक्त उन्हें मारने का प्लान बनाया। साजिश के तहत प्लान यह था कि टीचर राजेश का एक्सीडेंट करके उसे खत्म कर दिया जाए. ताकि यह मामला हत्या का नहीं बल्कि एक्सीडेंट का लगे। प्लान के मुताबिक, एक्सीडेंट करने के लिए 4 नवंबर का दिन तय किया गया। उस दिन टीचर राजेश रोज की तरह मार्निंग वॉक पर निकले थे. शैलेंद्र, विकास और सुमित पूरी तरह से तैयार थे. एक कार में शैलेंद्र और सुमित बैठे थे. वही सुमित किसी की इको कार लेकर आया था. जबकि विकास वैगनआर कार में था। राजेश अलसुबह सेनपारा इलाके में पहुंचे. वह सुबह तकरीबन साढे पांच बजे जब स्वर्ण जयंती बिहार में सड़क पर टहल रह थे। ठीक उसी समय सुमित और शैलेंद्र ने इको कार से राजेश को कुचल डाला और उनकी हत्या कर दी। इस दौरान उनकी कार सामने वाले बिजली के पोल से जाकर टकरा गई, यह सब देख लोग वहां जमा होने लगे। इधर पीछे से आ रही विकास की कार को सुमित और शैलेंद्र ने फोन करके बुलाया और चुपचाप उसमें बैठ कर वहां से फरार गए।
🔴शुरुआत मे पुलिस भी मान रही था घटना को एक्सीडेंट
पुलिस ने भी शुरुआत में इस घटना को एक्सीडेंट ही माना था. क्योंकि अमूमन सुबह जब लोग टहलने आते हैं, तो कई बार इस तरह के एक्सीडेंट हो जाते हैं. लेकिन इस दौरान राजेश के भाई ब्रह्म दत्त ने पुलिस के सामने शक जताया कि उनके भाई की हत्या की गई है. क्योंकि राजेश ने कई दिन पहले अपने घरवालों को बताया था कि कोई उनका पीछा करता है. उनकी हत्या भी की जा सकती है। भाई की शिकायत के बाद आखिरकार 10 दिनो के बाद पुलिस ने मौका-ए-वारदात के आस-पास के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की. पुलिस ने एक कैमरे की फुटेज में देखा कि जिस गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ था और जिस गाड़ी से एक्सीडेंट करने वाले भागे थे. वह दोनों गाड़ी पहले एक साथ खड़ी थीं. एक साथ ही आई थीं. इससे साफ हो गया कि राजेश की मौत एक्सीडेंट नहीं बल्कि हत्या हुई है। इसके बाद पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर मर्डर के एंगल से जांच शुरू की। पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि राजेश का कुछ दिनों से अपनी पत्नी पिंकी के साथ अक्सर विवाद होता रहता था. पुलिस ने इस दौरान एक्सीडेंट करने वाली गाड़ी का पता लगाया तो उसमें देखा कि उस पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई गई थी. इससे साफ हो गया कि राजेश की हत्या की गई है. फिर पुलिस ने राजेश की पत्नी पिंकी का मोबाइल नंबर को चेक किया। पुलिसिया जांच-पड़ताल में यह पता चला जिस दौरान राजेश का एक्सीडेंट हुआ था. उस दौरान एक नंबर से फोन आया था और जिस नंबर से फोन आया था. उसका लोकेशन एक्सीडेंट वाली जगह पर ही थी. पुलिस ने उस नंबर का पता किया तो मालूम हुआ कि वह नंबर शैलेंद्र सोनकर नाम के आदमी का है. इसके साथ-साथ शैलेंद्र की अक्सर पिंकी से बातचीत का भी रिकार्ड सीडीआर में पाई गई। इसके बाद पुलिस शैलेंद्र को पकड़ कर पूछताछ शुरू की। उधर, पिंकी ने अपने घर में कोई पदार्थ खा लिया. जिससे उसकी तबीयत खराब हो गई. उसे कानपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस दौरान पुलिस उससे पूछताछ नहीं कर पाई. 10 दिनों बाद जब पिंकी ठीक होकर घर आई, तो थानेदार पवन कुमार और एसीपी अशोक शुक्ला की टीम ने शैलेंद्र और पिंकी से एक साथ पूछताछ शुरू की. यही वह वक्त था, जब राजेश की हत्या का राज परत-दर-परत खुलने लगा।
🔴 राजेश की डेढ करोड की थी पॉलिसी
पुलिस के मुताबिक, पिंकी को लगता था कि राजेश को उसके और शैलेंद्र के संबंध के बारे में पता चल गया है, इसलिए उसे रास्ते से हटा देना ही ठीक है। बताना जरूरी है कि राजेश की एक करोड़ और 50 लाख रुपये की दो पॉलिसी थी. पिंकी और शैलेंद्र का प्लान था कि राजेश की हत्या को एक्सीडेंट दिखाकर डेढ़ करोड़ रुपये की पॉलिसी का पैसा ले लेंगे। इसके अलावा राजेश के पास 45 करोड़ की जमीन भी है, जिसकी मालकिन पिंकी बन जायेगी। फिर दोनो शादी कर अपनी दुनिया अलग बसा लेने के प्लान मे थे।
🔴 प्यार में अंधी पिंकी को बच्चो का नही आया ख्याल
इस दौरान अपने प्रेमी की चाहत में पिंकी ने अपने दो मासूम बच्चों का भी ख्याल नहीं किया. वह दोनों बच्चे राजेश और उसकी संतान हैं. इस मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने कातिल पत्नी पिंकी और उसके प्रेमी शैलेंद्र को गिरफ्तार कर लिया. फिर उनकी निशानदेही पर शैलेंद्र के चचेरे भाई विकास को भी गिरफ्तार कर लिया गया. जबकि कार से एक्सीडेंट करने वाला अभी तक फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
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