फर्जी प्रमाण पत्र पर ठेका हथियाकर, लाखो रुपये का लगाया चूना - Yugandhar Times

Breaking

Sunday, November 19, 2023

फर्जी प्रमाण पत्र पर ठेका हथियाकर, लाखो रुपये का लगाया चूना

🔵फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगाकर गलत तरीके से ठेकेदार ने हासिल किया गन्ना ढुलाई का ठेका

🔴केन यूनियन के सदस्य ने किया खुलासा, गन्ना आयुक्त को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की

🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो 

कुशीनगर । गलत तरीके से जिले के एक चीनी मिल से फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बनवाकर  जनपद के एक ठेकेदार द्वारा गोरखपुर क्षेत्र के पिपराइच चीनी मिल के ढुलाई का ठेका हथियाकर सरकार का लाखो रुपये का चूना लगाने का मामला प्रकाश मे आया है। कठकुईयां केन यूनियन के सदस्य व कटया गांव के निवासी संजय मिश्रा ने सूबे के चीनी मिल निगम के प्रबंध निदेशक को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है।

जनपद के कठकुईयां केन यूनियन के सदस्य व कटया गांव के निवासी संजय मिश्रा ने सूबे के गन्ना आयुक्त को भेजे गये शिकायती पत्र मे कहा है कि गोरखपुर जनपद के पिपराइच स्थित चीनी मिल के प्रबंधक द्वारा गत 2022-23 के गन्ना पेराई सत्र के दरम्यान कुशीनगर जनपद के विशुनपुरा विकास खण्ड क्षेत्र के पचफेडा ग्रामसभा निवासी मीरा पाण्डेय पति देवेन्द्र पाण्डेय को जनपद के 23 क्रय केन्द्रो से गन्ना ढुलाई का ठेका दिया गया था। पत्र में यह भी कहा गया है कि श्रीमती पाण्डेय ने ढुलाई का यह ठेका पाने के लिए ढाढा चीनी मिल के पैड पर फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बनवाकर पिपराइच चीनी मिल मे लगाया  है। केन यूनियन के सदस्य श्री मिश्र ने अनुभव प्रमाण पत्र को फर्जी करार देते हुए कहा है कि चीनी मिल के अधिकारियों व कर्मचारियों के मिलीभगत से श्रीमती पाण्डेय ने फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर गलत तरीके से ढुलाई का ठेका हथियाकर लाखो रुपये कि हेराफेरी का बड़ा खेल कर राजस्व की क्षति पहुंचायी है। हेराफेरी के इस खेल में  गन्ना क्रय केन्द्र से चीनी मिल तक की दूरी गलत दर्शाकर धन का बंदरबांट किया गया है। उन्होंने कहा कि  इस मामले की जानकारी उन्होने पत्र के माध्यम से कुशीनगर सहित गोरखपुर के जिला गन्ना अधिकारी को भी दी है। इस पर जिला गन्ना अधिकारी कुशीनगर ने दिनांक - 22 सितंबर-23 को पत्र संख्या 3355 के माध्यम से ढांढा चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक को पत्र भेजकर अनुभव प्रमाण पत्र की वैधता जाचने व ठेकेदार द्वारा वर्षवार पेराई सत्र मे किन-किन गन्ना क्रय केन्द्रो से ढुलाई करने संबधित विस्तृत जानकारी मांगी गयी है। 

🔴 चीनी मिल ने दिया  गोलमोल जबाब

जिला गन्ना अधिकारी द्वारा भेजे गये पत्र संख्या - 3354 के जबाब मे ढांढा चीनी मिल के अध्यासी/प्रधान प्रबंधक ने गोलमोल जबाब दिया है जिससे यह साबित होता है कि केन यूनियन के सदस्य द्वारा लगाये गये आरोप कही न कही सत्य है।  चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक ने अपने जबाब मे कहा है कि  चीनी मिल स्तर से ऐसे अनुभव प्रमाण पत्र जारी किये जाते हैं एवं तीन-चार वर्ष बाद सभी दस्तावेज मुख्यालय को भेज दिया जाता है। उन्होंने कहा है कि आप द्वारा पत्र के साथ जो   अनुभव प्रमाण पत्र जांच के लिए प्रेषित किया गया है वह मेरे कार्यकाल का नहीं है। इस लिए उक्त प्रमाण पत्र का जांच कर पाना सम्भव नही हो पा रहा है। कहना न होगा कि ठेकेदार मीरा पाण्डेय द्वारा पेराई सत्र-2022-23 के ढुलाई के लिए निकाले गये टेण्डर मे उक्त अनुभव प्रमाण पत्र लगाया गया है जिसमे ढांढा चीनी मिल द्वारा वर्ष 2014 से 2018 तक ढुलाई का अनुभव दर्शाया गया है। जानकार बताते है कि ढुलाई के लिए निकाले गये टेण्डर मे छह माह के अन्दर जारी किये गये अनुभव प्रमाण पत्र ही मान्य होता है। ऐसे मे वर्ष-2022-23 के ढुलाई टेण्डर मे ठेकेदार ने जो प्रमाण पत्र लगाये गये है वह स्वभाविक तौर पर वर्ष 2022 मे जारी किया गया होगा उस दरम्यान मौजूदा प्रधान प्रबंधक करन सिंह अपने पद पर ढांढा चीनी मिल मे कार्यरत थे। अब सवाल यह उठता है कि    जब प्रधान प्रबंध के कार्यकाल मे ही ठेकेदार मीरा पाण्डेय को अनुभव प्रमाण पत्र जारी किया गया है तो प्रधान प्रबंधक ने जिला गन्ना अधिकारी के पत्र के जबाब में क्यो कहा है कि मामला उनके कार्यकाल का नही है ?अगर प्रधान प्रबंधक के कार्यकाल मे यह अनुभव प्रमाण पत्र जारी नही किया गया है तो फिर पेराई सत्र - 2022-23 के टेण्डर मे पुराना प्रमाण पत्र कैसे स्वीकृत कर लिया गया। बेशक! दाल मे कुछ काला नही है बल्कि पूरी दाल काली है जिसकी उच्चस्तरीय जांच मुनासिब होगा।

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad

Responsive Ads Here