🔴वसूली मे गोरखपुर जेडी कार्यालय मे कार्यरत बाबू रामप्रवेश यादव की भूमिका महत्वपूर्ण
🔵जेडी कार्यालय के बाबू रामप्रवेश ने कराया अपने भाई व रिश्तेदारों की नियुक्ति
🔴 विधायक खड्डा मुख्यमंत्री से मिलकर करेगे शिकायत
🔵 अपराध निरोधक समिति ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर गोरखपुर मण्डल के माध्यमिक विद्यालयों मे हुए नियुक्ति की जांच कराने की मांग की
🔴 संजय चाणक्य
कुशीनगर । जिले के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयो मे आउटसोर्सिंग से किये गये चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की नियुक्ति मे बडा खेल किया गया है। यहां न सिर्फ नौकरी नियमावली को ताक पर रखकर जेडी कार्यालय के बाबू ने अपने भाई व चहेतों का चयन कराया है बल्कि सेवा प्रदाता कम्पनी द्वारा प्रत्येक अभ्यर्थियों से डेढ लाख से लगायत दो लाख रुपये की वसूली किये जाने का मामला भी प्रकाश मे आया है। बताया जाता है कि अभ्यर्थियों के चयन और उनसे वसूली किये जाने के मामले गोरखपुर जेडी कार्यालय मे कार्यरत कुशीनगर जनपद का पटल देख रहे बाबू रामप्रवेश यादव की भूमिका मास्टर माइंड की रही है। चर्चा-ए-सरेआम जनपद के माध्यमिक विद्यालयों मे आउटसोर्सिंग के जरिए नियुक्ति किये गये अभ्यर्थियों से लगभग डेढ से दो करोड़ रुपये की वसूली किये है। इस बात मे कितनी सच्चाई है यह निष्पक्ष जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकता है।
काबिलेगौर है कि कुशीनगर जनपद के तकरीबन 55 अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों मे परिचारक, सफाईकर्मी व चौकीदार के चतुर्थ श्रेणी के पद पर लगभग डेढ सौ लोगो की नियुक्ति की गई है। यह सभी नियुक्तियां गोरखपुर ज्वाइंट डायरेक्टर द्वारा चयनित गोमतीनगर स्थित, लखनऊ की हाद सर्विसेज एण्ड कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी ने किया है। सूत्रो की माने तो गोरखपुर मण्डल के सभी जनपदों में अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की नियुक्ति सेवा प्रदाता कम्पनी द्वारा किया गया है। सूत्र बताते है कि इसके लिए जेडी कार्यालय मे कार्यरत अलग-अलग जनपदो का पटल संचालित कर रहे बाबूओ ने प्रत्येक अभ्यर्थियों से डेढ से दो लाख रुपये वसूली कर सेवा प्रदाता कम्पनी को तयशुदा रकम देकर नियुक्ति करायी है। बात करे कुशीनगर जनपद की तो ऐसी चर्चा है कि संयुक्त शिक्षा निदेशक सप्तम मण्डल गोरखपुर कार्यालय मे कार्यरत कुशीनगर जनपद का पटल देख रहे बाबू रामप्रवेश यादव पर यह आरोप है कि वह अपने भाई व चहेतों की नियुक्ति कराने के साथ साथ चयनित प्रत्येक अभ्यर्थियों से डेढ से दो लाख रुपये वसूली किये है। सूत्रों का दावा है कि सेवा प्रदाता के लिए चयनित कम्पनी ने जनपदवार सहायता प्राप्त विद्यालयों मे परिचारक, सफाईकर्मी व चौकीदार के पद पर नियुक्ति के लिए जेडी कार्यालय के लिपिको के मिलीभगत के साथ तमाम एजेन्ट छोड रखा था। यह एजेन्ट अलग-अलग जनपद के अभ्यर्थियों को उनके ही जनपद के माध्यमिक विद्यालयों मे नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी रकम लेकर कम्पनी के जिम्मेदार व बाबूओ के साथ तालमेल कर चयन सूची तैयार किये और फिर सारे नियम-कानून को तांक पर रखकर नियुक्ति कराये है। गोरखपुर संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय से चयनित अभ्यर्थियों को कुशीनगर जनपद के विभिन्न अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों मे कार्यभार ग्रहण कराने के लिए 38 आउटसोर्सिंग कर्मियों की पहली सूची कुशीनगर के जिला विद्यालय निरीक्षक को भेजी गई है। इस सूची पर गौर करे तो दसवें नम्बर पर अंकित लालबाबू यादव पुत्र मुनेब यादव, जेडी कार्यालय मे कार्यरत व कुशीनगर पटल देख रहे लिपिक रामप्रवेश यादव का भाई है, जिनकी नियुक्ति किसान इण्टर कालेज साखोपार मे परिचारक के पद पर हुई है। इसके अलावा लिस्ट मे क्रम संख्या तेरह पर अंकित अजय कुमार यादव पुत्र हरगोविंद यादव क्रम संख्या उन्नीस पर चयनित अखिलेश्वर पुत्र हरगोविंद यादव जेडी कार्यालय के बाबू रामप्रवेश यादव का मौसेरा व क्रमांक पैत्तीस पर दर्ज रामनाथ यादव फुफेरा भाई है । इन तीनो की नियुक्ति भी परिचारक के पद पर की गयी है जो एक बानगी है। ऐसे तमाम अभ्यर्थियों का चयन हुआ है जो रामप्रवेश के रिश्तेदार व चहेते है।
🔴 38 मे 14 एक ही जाति के चयनितकहना न होगा कि संयुक्त शिक्षा निदेशक सप्तम कार्यालय गोरखपुर द्वारा जारी प्रथम सूची मे चतुर्थ श्रेणी के विभिन्न पदो पर चयनित कुल 38 अभ्यर्थियों मे 14 एक ही जाति के लोग है जिसको लेकर आम लोगो मे नाराजगी है। इतना ही नही चयन प्रक्रिया मे मेरिट को भी नजरअंदाज किया गया है। आउटसोर्सिंग के इस नियुक्ति मे प्रत्येक अभ्यर्थियों से डेढ से दो लाख रुपये वसूली किये जाने की बात भी सामने आ रही है। बताया जाता है कि जिन अभ्यर्थियों की मेरिट अधिक है लेकिन उन्होंने बक्शीश देने से इंकार कर दिया उन्हें चयन सूची से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
🔴अखबार मे नही प्रकाशित हुआ विज्ञापन
सूत्र बताते है कि इन नियुक्तियों से संबंधित विज्ञापन सर्वाधिक पढे जाने वाले सर्कुलेट अखबारो मे नही निकलवाया गया, जिसके वजह से इतनी बडी संख्या मे हुई नियुक्ति की जानकारी सार्वजनिक नही हो पाई और धन उगाही कर सारे नियम कानून को ताक पर रखकर नियुक्ति मे खेल कर दिया गया।
🔴 विधायक करेगे मुख्यमंत्री से शिकायत
जनपद के खड्डा विधानसभा क्षेत्र के विधायक विवेकानंद मिश्रा को जब आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के नियुक्ति मे किये गये धांधली की जानकारी हुई तो उन्होंने नाराजगी जताई। विधायक ने कहा कि योगी सरकार मे अनियमितता और भ्रष्टाचार बर्दाश्त नही किया जायेगा। उन्होंने कहा है कि वह इस मामले की शिकायत माध्यमिक शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों और मुख्यमंत्री से मिलकर करेंगे। दोषी व जिम्मेदार किसी सूरत मे बक्से नही जायेगें।
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