🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर ।शरदीय नवरात्र के पहले दिन रविवार को जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के मंदिरों में माँ जगत जननी के दर्शन के लिए भोर से ही माँ के भक्तो की लंबी कतारें लगी रहीं। श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से माँ दुर्गा का प्रथम स्वरूप माँ शैलपुत्री की पूजा-अर्चना किया। घर मे सुख, शांति और उन्नति के लिए लोगों ने घरों और मंदिरों में कलश स्थापना कर शक्ति स्वरूपा माँ दुर्गा का आह्वान किया। श्रद्धालुओं ने व्रत रखकर भगवती से सुख समृद्धि की कामना भी की। इस दौरान चहुओर जयकारा शेरावाली के जयघोष से पुरा वातावरण भक्तिमय रहा।
शारदीय नवरात्र के पहले दिन से ही श्रद्धालु शक्ति स्वरूपा की पूजा-अर्चना में डूब गए। शारदीय नवरात्र के लिए तैयारियां एक दिन पूर्व ही पूरी कर ली गई थी। मां के मंदिरों और शक्तिपीठों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। नगर के बुढ़िया माई मंदिर, खिरिकिया दुर्गा मंदिर में सुबह चार बजे से ही भक्तों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। मंदिर का पट खुलने से पहले ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग गई थी। मंदिरों के पुजारी और पुरोहितों ने सभी की मंगल कामना की और अखंड मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित कराया। सभी देवी मंदिरों में शाम को महाआरती हुई, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। नगर के साहबगंज स्थित दुर्गा मंदिर, अंबे चौक स्थित दुर्गा मंदिर, लखरावा देवी मंदिर, छावनी स्थित हठी माई मंदिर समेत सभी देवी मंदिरों में देर शाम तक श्रद्धालुओं ने पूजन किया। इस दौरान मंदिरों परिसरों में मेला जैसा माहौल था। धूप, अगरबत्ती, कपूर आदि की दुकानें आकर्षक ढंग से सजाई गई थी।
🔴 मंदिरो मे श्रद्धालुओं ने माथा टेकापडरौना नगर के बुढ़िया मंदिर, लखरांव मंदिर और खिरकिया दुर्गा मंदिर में हमेशा श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है लेकिन नवरात्र के समय यहा भक्तो का सैलाब उमड़ जाती है। इसको ध्यान मे रखते हुए मंदिर समिति की तरफ से महिला और पुरुष अलग-अलग कतार लगाई गई। इसके अलावा श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महिला और पुरुष पुलिस के जवान तैनात थे।
🔴 खन्ह्वार देवी मंदिर पर लगा श्रद्धालुओं का तांता
जनपद के कुबेरस्थान क्षेत्र के प्राचीन देवी मंदिर खन्ह्वार मंदिर व जल्पा देवी (बुढ़िया माई) मंदिर में रविवार को शारदीय नवरात्र के पहले दिन श्रद्धालुओं ने विधिवत पूजा-अर्चना कर माँ जगत जननी का आशीर्वाद प्राप्त किया। यहां ब्रह्म बेला से ही आसपास के अलावा दूर दराज क्षेत्रों से व्रती महिलाओं व पुरुषों ने सिंदूर, चुनरी, नारियल, कपूर, अगरबत्ती, प्रसाद, मिष्ठान आदि चढ़ाकर माता रानी की पूजा की और मन्नतें मांगी। इसके अलावा माता रानी के भक्तों द्वारा पूरे दिन मंदिर परिसर में भजन कीर्तन का कार्यक्रम चलता रहा। मंदिर में प्रवेश करने वाले मुख्य द्वार के दोनों तरफ कतार में प्रसाद एवं अन्य सामग्री की दुकानें सजी हुई थीं। जहां पूजन दर्शन के बाद श्रद्धालु तथा मेले में आये अन्य लोग खरीदारी करते रहे। श्रद्धालुओं तथा मंदिर की सुरक्षा के लिए पुलिस एवं पीएसी के जवान तैनात किए गए थे।
🔴 धर्मसमधा मंदिर में भक्तों ने की पूजा-अर्चनानवरात्रि पहले दिन रामकोला स्थित मां धर्मसमधा देवी के मंदिर में भक्तों ने देवी का दर्शन किया। यहां कपूर, अगरबत्ती जलाए और नारियल तोड़कर मनोकामना पूर्ण करने की मन्नतें मांगी। पुजारी ने बताया कि नौ दिन चलने वाले नवरात्र में सुबह ही मंदिर का दरवाजा खोल दिया जाता है।
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