🔵देवरिया नरसंहार की पुर्नावृति का धमकी देकर दबंगों ने बनाया खौफ का माहौल
🔴 जनपद के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के खुजरिया सुरजनगर चौराहे का मामला
🔵 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर। सूबे के राजनीतिक व प्रशासनिक गलियारों में भूचाल लाने वाला देवरिया नरसंहार कांड की यादे अभी घूमिल भी नही हुआ कि उस घटना की पुर्नावृति की घमकी देकर दबंगों ने खौफ का माहौल कायम कर दिया है। नतीजतन पीड़ित परिवार अपना जमीन और मकान बेचने का पोस्टर लगाकर ग्राहक का राह निहार रहा है। पोस्टर पर साफ तौर पर दबंगों का नाम भी लिखा हैं। बावजूद इसके प्रशासनिक अमला धृतराष्ट्र बना बैठा है।
मामला कुशीनगर जनपद के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र व पडरौना तहसील अंतर्गत खुजरिया सुरजनगर चौराहे का है। यहां के बाशिंदे नागेश्वर गुप्ता चार दशक पूर्व बाढ की त्रासदी से ऊबकर पडोसी राज्य बिहार के मधुबनी से खुजरिया आ गये थे। नागेश्वर गुप्ता व उनके भाई मोहन गुप्ता की माने तो बिहार से खुजरिया आने के बाद वह आठ डिस्मिल जमीन खरीदे और कच्चा मकान बनवाकर अपने कुनबे के साथ रहने लगे।
🔴दबंग जबरिया मांग रहे है पांच लाख रुपयेमीडिया से अपनी पीडा सुनाते नागेश्वर गुप्ता कहते है कि 42 वर्ष पूर्व निर्मित कच्चा मकान जर्जर होकर गिरने लगा था जिससे जान माल के खतरा का भय बना रहता था इसको देखते हुए वह मकान ध्वस्त कराकर अपनी जमीन पर ही पक्का मकान बनवा रहे थे। इसी दौरान गांव के ही संतोष रॉय और उनके भाई व रिस्तेदार मौके पर पहुचकर मकान का निर्माण कार्य रोक दिया। नागेश्वर गुप्ता ने बताया कि जब उन्होंने संतोष राय से निर्माण कार्य रोकवाने का सबब पूछा तो पूरे दबंगई के साथ संतोष रॉय ने उनसे पांच लाख रुपये की मांग की, और रुपया न देने पर किसी भी सूरत मे मकान न बनने देने का धमकी देने लगा। इतना ही नही पीडित बुजुर्ग ने यह भी आरोप लगाया कि संतोष राय ने यह भी धमकी दिया कि रुपया दिये बगैर अगर मकान निर्माण कराने का प्रयास किया तो देवरिया नरसंहार की पुर्नावृति यहा भी दोहरायी जायेगी ।
🔴 42 वर्ष पूर्व संतोष के पिता से नागेश्वर ने खरीदा है जमीनबताया जाता है कि 42 वर्ष पूर्व नागेश्वर गुप्ता ने संतोष रॉय के पिता से उस जमीन को खरीदा था। अब 42 वर्ष बाद संतोष रॉय अपने दबंगई के बल पर नागेश्वर गुप्ता को उस भूमि पर मकान नही बनने दे रहा हैं। पीड़ित नागेश्वर गुप्ता व उनके भाई मोहन गुप्ता का कहना हो कि वह अपनी फरियाद लेकर कई बार उपजिलाधिकारी व लेखपाल से मिल चुके हैं लेकिन किसी ने उनकी फरियाद नही सुनी। इधर संतोष राय ने अधिकारियों को गुमराह करके संबंधित जमीन पर स्थगन आदेश ले लिया हैं जिसके वजह से कानूनी रूप से भी उनके मकान निर्माण मे अवरोध उत्पन्न हो गया है। पीड़ित ने बताया कि संतोष राय का उस जमीन में एक इंच भी हिस्सा नहीं हैं। संतोष राय के पिता ने 40 वर्ष पूर्व ही वहां स्थित अपने जमीन का सम्पूर्ण हिस्सा अलग अलग लोगों के हाथो बेच दिया था। इसके बावजूद संतोष राय अपने दबंगई के दम पर हमारा मकान नही बनने दे रहे है। इस लिये हम लोग यह जमीन और मकान बेच कर कही और जाने का निर्णय लिया हैं।
🔴 एसडीएम बोले
इस संबंध में जब पड़रौना उपजिलाधिकारी महातम सिंह से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आया हैं, इस संबंध में लेखपाल से बात हुई है, पीड़ित परिवार ने जितनी जमीन खरीदी हैं उतने पर अपना निर्माण करवाए, कोई अड़चन नहीं आयेगा। एसडीएम ने कहा कि वह दोनो पक्षों को बुला कर समझा बुझा कर मामले को निपटाने का प्रयास करेगें।
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