🔴छत्तीसगढ़ स्थित एक कंपनी से किया ऑनलाइन फ्राॅड
🔴मास्टरमाइंड पुलिस की पकड़ से अभी भी है दूर
🔴सीजेएम कोर्ट दी ट्रांजिट रिमांड
🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर ।जनपद के तमकुहीराज की मदद से छत्तीसगढ़ पुलिस ने दो साइबर जालसाजों को गिरफ्तार किया। कई घंटो के पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को सीजेएम कोर्ट में पेश किया जहां से छत्तीसगढ़ पुलिस दोनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले गई। इस गिरोह का मास्टर माइंड अभी पुलिस की पकड़ से दूर है।
जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के तेली बाधा के अवंती विहार स्थित डीवी प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी से साइबर जालसाजी कर 55 लाख 55 हजार 311 रुपये ठगे गए थे। इसकी जानकारी हुई तो कंपनी के अधिकारियों के होश उड़ गए। इसके बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ के तेली बाधा थाने में केस दर्ज कराया। पड़ताल कर रही छत्तीसगढ़ पुलिस को कंपनी से ठगे गए रुपये की निकासी तमकुहीराज कस्बे के एटीमए से किए जाने की पुष्टि हुई। पुलिस की जांच में खाताधारक तमकुहीराज के कोइंदी गोसाईपट्टी गांव का निवासी निकला। मंगलवार की रात छत्तीसगढ़ पुलिस के उपनिरीक्षक श्रवण कुमार मिश्रा अपने टीम के साथ जिले के तमकुहीराज थाना पहुंचे। यहा तमकुहीराज पुलिस के सहयोग थाना क्षेत्र के कोइंदी गोसाईपट्टी निवासी सलाउद्दीन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति ने रुपये का लालच देकर खाता खुलवाया और खाते का एटीएम, पासबुक आदि अपने पास रख लिया। इसी दौरान दो लाख रुपये साइबर फ्राॅड के माध्यम से आए रुपये निकाल लिए गए। इंस्पेक्टर तमकुहीराज नीरज कुमार राय और छत्तीसगढ़ पुलिस के उपनिरीक्षक श्रवण कुमार मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने देवरिया के भाटपाररानी के छतरपुर निवासी धनंजय को भी गिरफ्तार किया है। इसके खाते में इसी कंपनी से साइबर जालसाजी के माध्यम से चार लाख रुपये आए हैं, लेकिन इस रकम की निकासी नहीं हो सकी है। इंस्पेक्टर नीरज कुमार राय ने बताया कि साइबर जालसाजी के दो आरोपियों को छत्तीसगढ़ पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर छत्तीसगढ़ पुलिस लेकर चली गई है।
🔴छत्तीसगढ़ पुलिस को मिली ट्रांजिट रिमांडछत्तीसगढ़ पुलिस ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कुशीनगर के न्यायालय में ट्रांजिट रिमांड के लिए प्रार्थना पत्र दिया। बताया कि रायपुर के डीबी हाउस मौलसरी बिहार वीआईपी रोड निवासी सतीश कुमार सरावनी ने 14 सितंबर को तेली बांधा थाने में केस दर्ज कराया। सतीश कुमार सरावनी कंपनी में सीएफओ के पद पर कार्यरत है। 14 सितंबर 2023 को उसके व्हाट्सएप नंबर पर कंपनी के डायरेक्टर दिनेश पटेल बनकर इमरजेंसी कॉल किया गया। कहा कि कंपनी के खाते से 25 लाख 90 हजार 609 रुपये उसके खाते में ट्रांसफर करें। दोबारा 29 लाख 64 हजार 702 रुपये की मांग की गई तो वादी ने कंपनी के खाते से उस रकम को आरटीजीएस के माध्यम से भेजा। 15 सितंबर 2023 को कंपनी के डायरेक्टर दिनेश पटेल से बात हुई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने कोई रकम नहीं मांगी थी। इस तरह 55 लाख 55 हजार 311 रुपए की ठगी हुई थी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया। बुधवार को उप निरीक्षक श्रवण कुमार मिश्रा ने सीजेएम न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया कि इस मामले में वांछित अभियुक्त कोईंदी गोसाईंपट्टी के सलाउद्दीन शेख और देवरिया के भाटपाररानी स्थित छतरपुर निवासी धनंजय सिंह को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट कुशीनगर प्रशांत कुमार के न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। ट्रांजिट रिमांड की मांग की गई। सीजेएम ने दोनों अभियुक्तों का 13 अक्तूबर तक ट्रांजिट रिमांड स्वीकार कर नियत तिथि को संबंधित न्यायालय में प्रस्तुत करने का आदेश दिया।
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