🔴बोर्ड पर फर्जी डॉक्टरों के नाम से झांसे में आ रहे मरीज, इलाज में लापरवाही से कई लोगों की हो चुकी है मौत
🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर। स्वास्थ्य विभाग के मेहरबानी के कारण जनपद के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के लोगो की जिंदगी झोलाछाप डॉक्टरों के हवाले हैं। शहर में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और पीएचसी पर सरकारी चिकित्सको की उदासीन रवैया कारण शहरवासी फर्जी व झोलाछाप चिकित्सकों की शरण में जाने के लिए मजबूर हैं। शहर के गली-मोहल्लों के साथ-साथ खिरकिया बांसी,सेवरही दुदही कोटवा, छहूं चौराहा, जटहा,बसाहिया दुदही व जनपद के अन्य हिस्सों में ऐसे क्लीनिक अथवा मेडिकल स्टोर हैं, जहां इलाज और ऑपरेशन किया जा रहा है। ऐसी चर्चा है कि जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग पांच सौ क्लीनिक बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे हैं। पुश्तैनी दवाखानों के नाम से मरीजों को लूटा जा रहा हैं। इन क्लीनिक में बैठने वाले चिकित्सक हाईस्कूल या इंटरमीडिएट हैं। कई क्लीनिक ऐसे हैं जिनमें निजी महंगे अस्पतालों के एजेंट चिकित्सक बनकर बैठे हुए है। बुखार,पेट दर्द आदि आम बीमारियों की दवा वह अपने पास से देते है और हालात बिगड़ने या भंयकर बीमारी होने पर मरीज को निजी अस्पताल में भेजकर अस्पताल संचालकों से कमीशन लेते हैं।
🔴 केस- एक
तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के गड़हिया में संचालित अवैध अस्पताल में बीते वर्ष 2022 के अगस्त माह के पहले सप्ताह मे एक महिला की ऑपरेशन के बाद मौत हो गई। महिला को पेटदर्द हुआ था। दिखाने के बाद ढेर सारी दवाइयां लिख दी गई और पथरी बताकर ऑपरेशन कर दिया गया। इसके तुरंत बाद ही महिला की मौत हो गई
🔴 केस संख्या - दो
गुरवलिया बाजार में 18 अगस्त - 2020 मे बंगाल की एक नर्तकी की इलाज के दौरान मौत हुई थी। इसके बाद आर्केस्ट्रा संचालक और परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए खूब बवाल काटा। इसके बाद सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस डॉक्टर को हिरासत मे लेकर विधिक कार्यवाही कर मामले को शांत कराया था।
🔴 केस संख्या - तीन
18 जुलाई 2022 को कसया थाना क्षेत्र के महुई बुजुर्ग के भैसा डाबर टोला निवासी पप्पू पटेल की सात वर्षीय बेटी अंशिका को हल्का बुखार था। परिजन टेकुआटार के मेडिकल स्टोर पर दवा कराने ले गए। मेडिकल स्टोर संचालक के इंजेक्शन लगाने के बाद बच्ची की मौत हो गई। इस पर घरवालों ने हंगामा खड़ा कर दिया। मौके पर पहुची पुलिस ने मेडिकल स्टोर संचालक के बेटे को हिरासत में लेकर विधिक कार्यवाही करते हुए लोगो को समझा-बुझाकर शांत कराया। घटना 18 जुलाई वर्ष 2022 का है।
🔴केस संख्या - चार
तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के छहूं चौराहे पर बिना लाइसेंस के चल रहे मेडिकल स्टोर को 29 जून - 2022 को सील किया गया । इसी तरह 10 अक्तूबर को राष्ट्रीय बाल आयोग के निर्देश पर सीएमओ डॉ. सुरेश पटारिया और तमकुहीराज सीएचसी के अधीक्षक डॉ. अमित राय ने पुलिस के साथ मेडिकल स्टोर छापेमारी की तो मेडिकल स्टोर के बगल के कमरे में तीन मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा था। इलाज करने वाले के पास न तो कोई डिग्री थी और न दवा बेचने का लाइसेंस था। इसके बाद पुलिस ने मरीजों के जिन्दगी से खिलवाड़ करने वाले झोलाछाप डाक्टर को हिरासत में ले लिया था।
🔴 सीएमओ बोले
मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. सुरेश पटारिया का कहना है कि शिकायतों के आधार पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। ऐसे लोगों पर एफआईआर भी दर्ज कराया जाता है। अभी हाल ही में एक मेडिकल स्टोर पर कार्रवाई हुई है। संचालक पर मुकदमा पंजीकृत हो चुका है। आगे भी स्वास्थ्य विभाग अवैध अस्पतालों पर शिकंजा कसेगा
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