🔴 राजेन्द्र गुप्ता
हाटा (कुशीनगर) । स्थानीय नगरपालिका में अध्यक्ष पद पर विगत तीन दशक से काबिज रही भाजपा के गढ़ में पहली बार सपा की साइकिल दौड़ी है। यहा सपा ने सेंधमारी कर भाजपा के किला को ध्वस्त कर दिया है। नतीजतन सपा के रामानंद सिंह ने भाजपा प्रत्याशी राजू मद्धेशिया को 2655 मतों से पराजित कर जीत हासिल की है।
नगर पंचायत हाटा के गठन के बाद से 1988 में प्रथम बार हुए चुनाव में भाजपा समर्थित प्रत्याशी विहिप नेता बागीशदत्त त्रिपाठी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राजकिशोर मिश्र को हराया था। 1995 में हुए चुनाव में भाजपा की नगीना देवी पत्नी राजकिशोर मिश्र ने सपा प्रत्याशी परवीन अंसारी को 250 मतों के अंतर से हरा जीत दर्ज की थी। 2000 के चुनाव में भाजपा ने नंदकिशोर नाथानी उर्फ पप्पू को चुनाव मैदान में उतारा, जहां भाजपा प्रत्याशी नंदकिशोर नाथानी ने 2424 वोट पाकर चुनाव में विजयी रहे तो वहीं भाजपा से बागी होकर निर्दल प्रत्याशी रहे राजकिशोर मिश्र को 2114 वोट मिला। 2006 के चुनाव में भाजपा ने नंदकिशोर नाथानी उर्फ पप्पू की पत्नी राधा को प्रत्याशी बनाया और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा के श्रीप्रकाश वर्मा को पराजित कर पति के राजनैतिक विरासत को बरकरार रखा। 2012 में भी भाजपा ने राधा पर ही भरोसा जताया और वह निर्दलीय प्रत्याशी मोहन वर्मा को शिकस्त देकर दोबारा अपने नाम जीत दर्ज की। 2017 में नगर पंचायत से नगर पालिका परिषद में विस्तारित हाटा पिछड़ा वर्ग के लिए पहली बार आरक्षित हुआ, जहां भाजपा ने तीन बार के सभासद व एक बार नगर पंचायत के उपाध्यक्ष रहे मोहन वर्मा को अपना प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारा। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा के मारकंडेय मद्धेशिया को 1310 वोटों के अंतर से हराया। मोहन वर्मा को 14325 तथा मार्कंडेय को 13015 मत मिले थे। 2023 में भी हाटा नगर पालिका पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हुआ और इस बार सपा ने भाजपा को पटखनी देकर पहली बार भाजपा के गढ मे अपना साइकिल दौडाया है।
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