🔴 सपा से बगावत कर निर्दल चुनाव से लड़ा रहे है अलाउद्दीन अपनी पत्नी को
🔴 तीस वर्षों तक कुशीनगर विधान सभा सीट पर काबिज रहे पूर्व मंत्री की चुप्पी सपा पर पड़ सकता है भारी
🔴 संजय चाणक्य
कुशीनगर। जैसे- जैसे मतदान की तिथि नजदीक आ रहा वैसे- वैसे न सिर्फ प्रत्याशियों की धड़कने बढ रही है बल्कि राजनीतिज्ञो का गुणा-भाग भी बदलते जा रहा है। सबक यह है कि एक तरफ भाजपा अपने अंतर्कलह से जूझ रही है, तो दुसरी तरफ सपा पूर्व मंत्री व सपा के कद्दावर नेता बम्हाशंकर त्रिपाठी व राजेश प्रताप उर्फ बंटी राव के तरफ दो फाक मे बटी हुई दिख रही है। यही वजह है कि राजनीतिज्ञो का गणित भी उलझ गया है। चौक-चौराहों पर इस बात की चर्चा जोरों पर है कि सपा का दो धड़ में बटना और भाजपा का अंतर्कलह आखिरकार किसको लाभ पहुँचाएगा।
काविलेगौर हो कि सपा प्रमुख ने नगर निकाय चुनाव में कुशीनगर नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी चुनने की जिम्मेदारी पूर्व विधान सभा प्रत्याशी राजेश प्रताप राव उर्फ बंटी राव को सौंपी थी। श्री राव ने नगर पालिका कुशीनगर के अध्यक्ष पद के लिए अशोक जायसवाल की पत्नी मुन्नी देवी को पार्टी का प्रत्याशी बनाने के लिए पैरवी किया तो पार्टी ने मुन्नी देवी को टिकट दे दिया। इसके बाद से राजेश प्रताप राव मुन्नी देवी के चुनाव प्रचार मे जी-जान से जुटे हुए है। लेकिन मुन्नी देवी को टिकट मिलने के कारण बीस वर्षों से पार्टी की सेवा कर रहे निष्ठावान कार्यकर्ता पार्टी द्वारा खुद को काफी उपेक्षित महसूस कर रहे है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब पार्टी हाईकमान को नये चेहरे को ही तवज्जो देना है तो फिर वर्षों से से पार्टी का झण्डा - बैनर ढोने का क्या मतलब है। कार्यकर्ताओं मे इत बात का मलाल भी है कि पार्टी हाईकमान ने जमीनी स्तर पर बिना सर्वे कराये ही सिर्फ़ कुछ लोगो के सिफारिश पर योग्य व कर्मठ नेताओं को दरकिनार कर नये चेहरे को पार्टी द्वारा प्रत्याशी बनाया गया है जिसका खामियाजा पार्टी को इस चुनाव मे भुगतान पडेगा। पार्टी के इस निर्णय से नाराज तीन दशक से सपा का दामन थामे व पूर्व मंत्री बम्हाशंकर त्रिपाठी के प्रतिनिधि रहे अल्लाउद्दीन अंसारी सपा से बगावत कर अपनी पत्नी को निर्दल प्रत्याशी के रूप चुनाव मैदान में उतार दिये है जो सपा से ब्लाक प्रमुख भी रह चुकी है। कहना न होगा कि जहाँ सपा प्रत्याशी मुन्नी देवी को आम जनता जहां राजेश प्रताप राव का प्रत्याशी मान रही है, तो वही सपा से बगावत कर निर्दल चुनावी रणभूमि मे उतरे अलाउद्दीन अंसारी की पत्नी को यहा के मतदाता कुशीनगर विधान सभा से पांच बार विधायक व मंत्री रहे ब्रम्हाशंकर त्रिपाठी का प्रत्याशी मान रहा है। हालांकि श्री त्रिपाठी देवरिया जनपद के पथरदेवा में पार्टी के प्रचार-प्रसार में जुटे है।राजनीतिज्ञयो का कहना है कि कुशीनगर विधान सभा से पांच बार सपा के विधायक व पूर्व मंत्री रहे ब्रम्हाशंकर त्रिपाठी का मूल कार्यकर्ताओ में अच्छी पकड़ है। इसके अलावा कुशीनगर जनपद के बडे बाम्हण नेताओं के साथ साथ स्वर्ण मतो को रिझाने व अपने पाले में करने का महारथ भी हासिल है। हालांकि श्री त्रिपाठी देवरिया में प्रचार में व्यस्त है और कुशीनगर को लेकर पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है जबकि राजनीतिक गणितज्ञ यह मान रहे है कि तीस वर्षों तक कुशीनगर विधान सभा सीट पर काबिज रहे पूर्व मंत्री की चुप्पी नगर निकाय चुनाव में सपा पर भारी पड़ सकता है और इसका लाभ किसी अन्य दल को मिल सकता है।
No comments:
Post a Comment