🔴 युगान्धर टाइम्स डिजिटल डेस्क
लखनऊ। डॉक्टरी एक ऐसा पेशा है। यहां थोड़ी सी गड़बड़ी किसी की मौत की वजह भी बन सकती है, लेकिन बावजूद इसके, देशभर में बेखौफ चल रही है डॉक्टर बनाने की फैक्ट्री। हैरान मत होइए, ये एक फैक्ट्री ही है जहां एमबीबीएस की डिग्री तैयार की जाती है। न छात्रों की पढऩे की जरूरत होती है, न एग्जाम देने की और न ही कॉम्पिटीशन की चिंता। बस लाखों रुपये खर्च कीजिए और कारखाने में डिग्री तैयार। पूरे देश में पैसे देकर डॉक्टर बनाने का काम धड़ल्ले से चल रहा है और हैरानी की बात ये है कि पढ़े लिखे लोग इस फैक्ट्री में पैसे देने को तैयार भी हैं। पैसे देकर डॉक्टर बनने वालों की संख्या काफी ज्यादा है और इसका फायदा उठा रहे हैं इस फैक्ट्री को चलाने वाले। दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार हर जगह फर्जी डिग्री तैयार करने का काम चल रहा है। दिल्ली में शिवशक्ति नाम के एक शख्स ने साइबर क्राइम डिपार्टमेंट में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिवशक्ति ने बताया कि उनके बेटे को एमबीबीएस की डिग्री दिलाने के नाम पर उनसे 12 लाख रुपये ठग लिए गए हैं। 12 लाख रुपये में शिवशक्ति के बेटे को बैंगलोर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने का झांसा दिया गया था और शिवशक्ति इस झांसे में आ गए।
ऐसा ही मामला सामने आया था। दो छात्रों को हापुड़ के सरस्वती इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में एडमिशन दिलाने के नाम पर 60 लाख रुपये ठगे गए थे। परिवारवालों ने शिकायत दर्ज करवाई थी। इसपर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कानपुर और नोएडा में एक गैंग चला रहे करीब 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
डॉक्टर बनाने के नाम पर ऐसी ठगी के मामले अक्सर सामने आते हैं। कभी एक शहर से तो कभी दूसरे से, लेकिन सवाल ये है कि कोई ऐसे लोगों के झांसे में आता ही क्यों है। एमबीबीएस जैसी डिग्री के लिए पैसे खर्च करने वाले भी कम दोषी नहीं हैं। कड़ी मेहनत करने के बाद छात्र नीट का एग्जाम पास कर पाते हैं, ऐसे में ये सोचना कि पैसे देकर डिग्री हासिल कर लेंगे, बेहद गलत है।
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