शिक्षा और संस्कार से चरित्र का होता है निमार्ण - बीएसए - Yugandhar Times

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Saturday, March 25, 2023

शिक्षा और संस्कार से चरित्र का होता है निमार्ण - बीएसए

🔴प्राचीन काल से गौरवशाली रही है हमारी शिक्षा -  प्राचार्या 

🔵 विद्यालय शिक्षा का मंदिर और बच्चों देश के भविष्य है

🔴 रियल पैराडाइज ऐकडमी स्कूल का वार्षिकोत्सव कार्यक्रम 

🔵युगान्धर टाइम्स व्यूरो 

कुशीनगर । पडरौना नगर के रियल पैराडाइज ऐकडमी स्कूल का वार्षिकोत्सव कार्यक्रम शनिवार को धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान उपस्थित अतिथियों ने माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित  कर दीप प्रज्वलित किया। इसके बाद स्कूली बच्चों द्वारा सरस्वती वन्दना व स्वागत गीत प्रस्तुत कर सांस्कृतिक कार्यक्रम का श्रीगणेश किया गया। नौनिहालों ने सभी विधाओं को बडी ही खुबसूरती प्रस्तुत किया जिसमें शिक्षा का महत्व, शिक्षा का अधिकार, बच्चों के प्रति माता-पिता और गुरुजनो का दायित्व, राष्ट्रभक्ति आदि विषयो पर प्रस्तुत किये गये  नाट्यमंचन को खूब सराहा गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राम जियावन मौर्य ने   कहा कि विद्यालय शिक्षा का मंदिर है और बच्चे इस देश के भविष्य। विद्यालय से पढ़कर ही कोई भी व्यक्ति शिक्षक, इंजीनियर, अच्छे राजनेता एवं उच्चाधिकारी बनते हैं। गुरुओं और माता-पिता का सम्मान करें तभी आप उच्च शिखर पर पहुंचेंगे। उन्होंने विद्यालय परिवार को शुभकामना देते हुए कहा कि शिक्षा व संस्कार न सिर्फ चरित्र निर्माण करते है बल्कि राष्ट्र को शिखर पर पहुंचाते है। उन्होंने अमेरिका मे स्वामी विवेकानंद के दिये अभिभाषण को दोहराते हुए कहा कि विवेकानंद ने कहा था आपकी पहचान (अमेरिकावासियो) एक दर्जी से है जो आपकी कोट-पैंट सिलता है और हमारी पहचान हमारे चरित्र संस्कृति से होती है। उन्होंने छात्रों का हौसलाअफजाई करते हुए कहा कि अपना कार्य लगन से करे सफलता आपकी कदम चूमेगीं। बीएसए ने शिक्षकों को भी निष्ठा पूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करने की अपील किया। कहा कि गुरु को सबसे अधिक खुशी तब मिलती है जब उनका शिष्य पढ-लिखकर किसी उच्च पद पर आसीन होता है।

विशिष्ट अतिथि उदित नारायण स्नातकोत्तर महाविद्यालय की प्राचार्या डाँ. ममता मणि त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षा हमे सोचने-समझने और आगे बढ़ने की शक्ति प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा प्राचीन काल से ही गौरवशाली रही है। उन्होंने नालंदा व तक्षशिला विश्व विद्यालय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उस समय हमारे  देश का जीडीपी बहुत अच्छी हुआ करती थी।  आज हम उसी दिशा मे आगे बढ रहे है। प्राथमिक शिक्षा पर ध्यान आकर्षित कराते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों को खेल-खेल मे शिक्षा दे। बच्चों पर बिना वर्डन की शिक्षा होनी चाहिए ऐसी सरकार की मंशा और गाइड लाइन भी है।  कहा कि शिक्षा तक सबकी पहुच होनी चाहिए, शिक्षा सभी का अधिकार है।  उन्होंने बच्चों का उत्साहित वर्धन करते हुए कहा कम नम्बर पाने वाले छात्रों को कभी हतोत्साहित नही होना चाहिए। इससे अपनी कमी को दूर करके आगे बढने के लिए मेहनत करनी चाहिए। प्राचार्या ने कहा कि आप अपना रोल माडल तय करे। उन्होंने बच्चों को मोबाइल से दूर रहने की सलाह दी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही नगर पालिका परिषद की पूर्व अध्यक्ष शिव कुमारी देवी ने कहा कि मुझे बच्चों के बीच उपस्थित होने में अत्यन्त हर्ष का अनुभव हो रहा है । यह बच्चे उन सुकुमार पौधों के समान है जो आगे चलकर एक विशाल वृक्ष का रूप धारण कर समाज को स्वादिष्ट फल प्रदान करेंगे । उन्होंने बच्चों के प्रस्तुतिकरण की सराहना करते हुए कहा कि कल यह ही बच्चे देश के कर्णधार बनेंगे । 

कार्यक्रम को खंड शिक्षा अधिकारी पडरौना पंकज सिंह, हनुमान इंटर कालेज के प्रधानाचार्य शैलेन्द्र दत्त शुक्ल, उदित नारायण इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य सुरेन्द्र सिंह, हनुमान इण्टरमीडिएट कालेज के प्रबंधक मनोज शर्मा शास्वत सहित तमाम लोगों ने संबोधित किया। कार्यक्रम का सफल संचालन युवा कवि अनुप मिश्रा ने किया। अंत मे विद्यालय के प्रबंधक डाँ. नीरन पाण्डेय व प्रधानाचार्या डाँ. सुनीता पाण्डेय ने सभी आगन्तुको के प्रति आभार व्यक्त किया। 

🔴 दादा-दादी और नाना-नानी को किया गया सम्मानित

वार्षिकोत्सव कार्यक्रम मे बच्चो के अभिभावक के रूप मे पधारे दादा-दादी और नाना-नानी को विद्यालय परिवार की ओर से अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा विभिन्न विद्यालय के प्रबंधक, प्रधानाचार्य, शिक्षक, पत्रकार, समाजसेवी व कक्षा मे सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया गया।

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