🔵 चार थानों की पुलिस द्वारा चोरो के साथ मुठभेड़ का मामला
🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर। जनपद के चार थानों की पुलिस द्वारा मिलकर चोरो के साथ किये गये मुठभेड़ पर सवाल-पे-सवाल खडा हो रहा है। यह बात दीगर है कि इस फेक मुठभेड़ के बाद भी यहां कि पुलिस अपना कालर टाइट करते हुए खुद अपना पीठ थपथपा रही है।
गौरतलब है कि जनपद के खड्डा थानाक्षेत्र में बीते रविवार को चार थानों की पुलिस ने संयुक्त रूप मिलकर चोरों के साथ मुठभेड़ होने का दावा किया है। पुलिस द्वारा जारी प्रेसनोट मे कहा गया है कि अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम मे 26 मार्च को जिले के खड्डा थाना , पडरौना कोतवाली, हनुमानगंज व जटहा बाजार थाने की पुलिस संयुक्त रूप से पनियहवा पिकेट के पास चेकिंग कर रही थी। इस दौरान कुछ संदिग्ध चार पहिया वाहन व दोपहिया बाहन आ रहे थे जिनको पुलिस टीम ने रोका तो संदिग्धों ने पुलिस टीम को मारने की नीयत फायर झोक दिया। पुलिस की जबाबी कार्रवाई मे महराजगंज जिले के कोठीभार थाना क्षेत्र के जैनीपुर निवासी इन्नर चौधरी के पैर मे गोली लगने के कारण घायल हो गया। पुलिसिया कहानी के मुताबिक इसके बाद चारो थाने की पुलिस ने घायल अभियुक्त के अलावा दो अन्य अभियुक्त अंकित पाण्डेय निवासी वार्ड संख्या सात इन्दिरानगर खड्डा व गोविंद पटेल निवासी वार्ड संख्या नौ शिवाजी नगर खड्डा को गिरफ्तार कर अभियुक्तों के पास से लाखो रुपये के चोरी के सामान सहित तमंचा और कारतूस बरामद करने का दावा किया जा रहा है, जबकि पुलिसिया कहानी को पीडित व्यापारी की बयान पूरी तरह झुठला रही है।
🔴 19 दिन बाद दर्ज हुआ चोरी का मुकदमा
बतादे कि खड्डा थाना क्षेत्र के मठिया बुजुर्ग चौराहे पर स्थित हनुमान मंदिर के बगल मे प्रिंस की डीजे की दुकान है। बीते तीन मार्च को प्रिंस के डीजे की दुकान में रखे लाखो रुपये के सामन की चोरी हो गयी थी। पीड़ित व्यवसायी प्रिंस के अनुसार घटना के दिन ही वह खड्डा थाने के पुलिस को तहरीर देकर घटना की जानकारी देते हुए विधिक कार्यवाही करने की गुहार लगायी किन्तु खड्डा पुलिस ने घटना के उन्नीस दिन बाद 22 मार्च को मुकदमा अपराध- 117/2023 दर्ज किया। अब सवाल यह उठता है कि 19 दिनो तक पुलिस क्या करती रही?
🔴 पीड़ित प्रिंस ने खोला पुलिसिया कहानी का पोल
एक तरफ पुलिस मुठभेड़ का दावा कर चोरी की घटना का खुलासा करते हुए अपना कालर टाइट कर रही है वही दुसरी तरफ पीड़ित व्यापारी प्रिंस पुलिस की कारगुजारियों का पोल खोल रहा है। प्रिंस ने बताया कि "उसकी दुकान खड्डा थानाक्षेत्र के मठिया बुजुर्ग चौराहे पर हनुमान मंदिर के बगल मे स्थित है। बीते तीन मार्च को अज्ञात चोरों ने उसके दूकान से लगभग पांच लाखों रुपये के सामन चोरी कर ले गये। पीड़ित ने बताया कि वह 3 मार्च को ही खड्डा थाने में घटना की सूचना देते हुए प्रार्थना पत्र दिया था। लेकिन पुलिस ने कोई सक्रियता नही दिखाई। इसके बाद वह चोरी हुए अपने सामनो का पता लगाने के लिए तांत्रिकों के चौखट पर दौड़ लगाने लगा लेकिन वहा से भी प्रिंस को कोई लाभ नही मिला। पीड़ित ने बताया कि इसी दौरान उसे अपने साउंड सिस्टम के बारे में कुछ जानकारी मिली। इसके लिए वह लगभग 50 हजार रुपये खर्च भी किया। उसके बाद 22 मार्च को खड्डा नगर के एक मकान में उसके साउंड सिस्टम होने की पुख्ता जानकारी मिली। प्रिंस बताते है कि इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दिया। फिर पुलिस मौके पहुचकर उसके दूकान से चोरी किये गये समानो को बरामद करते हुए कुछ लोगो को पकडकर थाने लेकर आयी। प्रिंस ने बताया कि इसके बाद पुलिस उसके प्रार्थना पत्र पर मुकदमा दर्ज की और कहा कि तुम यह मत कहना कि सामान तुमने पकड़वाया है। बल्कि कहना पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ सामान बरामद की हैं।" अब सवाल यह उठता है जब पुलिस ने पीड़ित द्वारा दी गयी पुख्ता जानकारी के बाद चोरी किये गये सामनो को बरामद कर चोरो गिरफ्तार किया है तो फिर चोरो के साथ मुठभेड़ कर चोरी का सामना बरामद दिखाकर अपना पीठ क्यो थपथपा रही है? कहना न होगा कि यह पुलिस की यह फेक मुठभेड़ तो एक बानगी है कहने वाले तो यह कहते है कि जिले मे अब तक हुए सभी मुठभेड़ो की मजिस्ट्रेटी जांच हो जाये तो जिले की पुलिस की कली खुल जायेगी।
🔴 एसपी बोलो
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक धवल जसवाल से जब बात की गई तो उन्होंने मामले को अपने स्तर से दिखवाने की बात कही। साथ ही उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता को बुलवाकर बयान दर्ज करायी जायेगी।
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