🔴 सडकों पर पसरा सन्नाटा
🔵अलाव के लिए फंड का रोना रो रहे है ईओ
🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर। ठंड कि सितम पिछले एक पखवाड़े से जारी है। कड़ाके की ठंड से जनजीवन बेहाल है। आम लोगों का दिनचर्या घर में कैद होकर रह गयी है। आवश्यक काम के लिए लोग घर से बाहर निकल रहे है। सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। सबसे खराब स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों की है। जहां चुनाव में जनप्रतिनिधियों के दावे मुंह चिढा रही है और इस कड़ाके की ठंड में वह लोग अपने घरो मे दुबकने के लिए मजबूर है। यहां तक कि अफसर भी चुप्पी साधे हुए है अलाव का चिंता करे तो कौन करे?
गौरतलब है कि योगी सरकार के सख्त हिदायत के बावजूद जिले के कुछ नगर पंचायतों को छोड़ कहीं भी अलाव की व्यवस्था नही की गई है। पडरौना, कुशीनगर, हाटा नगर पालिका सहित सेवरही, खड्डा, कप्तानगंज, दुदही, समेत अन्य नगर पंचायतो मे गिने-चुने मुख्य चौक-चौराहों पर अलाव जलवाकर जहां अपने दायित्वों का इतिश्री कर लिया जा रहा है वही नवसृजित नगर पंचायत मथौली में प्रशासन की ओर से कहीं अलाव नही जलवाया जा रहा है। इतना नही यहां रैन बसेरा की भी कोई व्यवस्था नही किया गया है। राहगीर और निराश्रित सडकों पर ठिठुरने के लिए विवश है। इनको पूछने वाला कोई नही है। जनप्रतिनिधि चुप है और अफसर धृतराष्ट्र बनकर मौन साधे हुए है। भला हो नगर के युवाओं का, जिन्होंने चंदा लगाकर लकड़ी की व्यवस्था कर छिटपुट स्थानो पर अलाव जलवाने की व्यवस्था मे जुटे है। मथौली बाजार के अमरनाथ जायसवाल, सोनू केजरीवाल, आशीष जायसवाल, संजय जायसवाल, टुनटुन, प्रिंस जायसवाल, दृगराज मद्धेशिया, देवीदयाल पाल, राहुल गुप्ता, बैजू यादव ने चंदा लगाकर आर्थिक नगर के चौक चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की। इन युवाओं के हौसले का सभी ने सराहना की। रविवार को जनपद मे न्यूनतम तापमान 6 डिग्री के आस-पास रहा। सर्द का सितम और बढ़ा तो चौराहों पर लोग दिखने कम हो गए और ठिठुरन बढ़ी तो परेशान लोग अलाव के लिए अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों कोसने लगे। योगी सरकार के निर्देश को ताक पर रख कर ईओ अंबरिश कुमार सिंह फंड का रोना रोना रो रहे है। ईओ ने अलाव के लिए हाथ खड़े करते हुए कहा कि बजट नहीं है। बजट आते ही अलाव की व्यवस्था की जाएगी। हाटा तहसील के एसडीएम वरुण कुमार ने ईओ को तत्काल अलाव जलवाने का निर्देश दिया है।
🔴कडाके के ठंड मे भगवान व पशुओं को ओढाया जा रहा है गर्म कपडेबर्फीली हवाओं के के चलते लोग कापते हुए नजर आए। रविवार को दिनभर कोहरा छाया रहा। हालत यह है कि कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त होने लगा है। पडरौना नगर में ठंड से बचाने के लिए लोगों ने मंदिरों में भगवान की मूर्तियों को भी गर्म कपड़े ओढ़ा दिए हैं। पशुओं को आग जलाकर और स्वेटर-शॉल से ढंककर ठंड से बचाने की कोशिश की जा रही है। शनिवार को न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्यियस दर्ज किया गया।
नगर के साहबगंज स्थित शनि मंदिर और दुर्गा मंदिर में देवी देवताओं की प्रतिमा पर श्रद्धालुओं ने गर्म कपड़े ओढ़ाए। मंदिर परिसर में हीटर भी लगाया गया है। दुर्गा मंदिर के पुजारी गिरजेश तिवारी ने बताया कि मनुष्य की तरह भगवान को भी मौसम के बदलाव की अनुभूति होती है। इस आस्था और विश्वास के साथ ठंड के मौसम में देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को गर्म कपड़े ओढ़ाकर ठंड से बचाने का प्रबंध किया जाता है।साहबगंज स्थित शनि मंदिर के पुजारी पीयूष शर्मा ने बताया कि मौसम में परिवर्तन हुआ है, ठंड से बचने के लिए जहां मनुष्य गर्म वस्त्र पहनते हैं। वहीं, भगवान को भी गर्म कपड़े पहनाए गए हैं। जैसी आवश्यकता मनुष्य की होती है, वैसा महसूस कर हम भगवान को अर्पण करते हैं। सड़कों पर भटकने वाली गाए और बछड़े भी जहा अलाव जलते हुए देखा वहा पहुंच गए। ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं को ठंड से बचाने के लिए लोग गर्म कपड़े ओढ़ा रहे हैं। पशुओं की सुरक्षा के लिए उनके पास अलाव भी जलाया जा रहा है।
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