🔴 संजय चाणक्य
कुशीनगर । गन्दा है पर धंधा है के तर्ज देह व्यापार के अवैध कारोबारी अपने इस अवैध कारोबार को बुद्धनगरी सहित आस-पास क्षेत्रों मे व्यापक स्तर पर बढा रहे है।चर्चा-ए-सरेआम कि पूरी दुनिया को शान्ति का संदेश देने वाले तथागत बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर मे संचालित हो रहे रेस्टोरेंट व होटलों के कुछ कारोबारी नाबालिग व भोली-भाली मासूम लड़कियों को अपने झांसे में फंसाकर चकाचौंध की दुनिया का मलिका बनाने का दावा करके उन्हें जिस्म के सौदागरों के आगे परोस रहे है। यही वजह है कि समाज को दूषित करने वाला व अन्तर्राष्ट्रीय फलक पर ख्याति प्राप्त बुद्धनगरी को कलंकित करने वाला यह कारोबार जनपद के आस-पास के गलियारों मे भी पांव पसारते जा रहा है।
सबब यह है कि किसी मासूम की मजबूरी का फायदा उठाकर तो किसी को रातों-रात अमीर बनाने का सपना दिखाकर इस अनैतिक धंधे में उतारने वाले कुशीनगर के इज्जतदार रेस्टोरेंट व होटल मालिकों द्वारा न सिर्फ भारतीय संस्कृति को खुलेआम रौंदा जा रहा बल्कि बहुतेरे लड़कियों का जिन्दगी बर्बाद कर उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। फलतः परिवार से बेदखली और सामाजिक तिरस्कार के बाद आज यह कालगर्ल अपने स्टेटस को कायम रखने के लिए खुद ही अपने ग्राहकों की तलाश कर वहशीपन की शिकार हो रही हैं। किन्तु अफसोस यह है कि कार्यवाही करने वाले सरकार की सरकारी मशीनरी सुरदास बने बैठे हैं।
बुद्धनगरी कुशीनगर के एनएच-28 पर स्थित तकरीबन ढाई दर्जन से अधिक रेस्टोरेंट, ढाबा व होटलो मे बेखौफ संचालित हो रहे जिस्मफरोशी का अवैध कारोवार कोई नया नहीं है। जागरूक लोगों की माने तो बीते डेढ़ दशकों से यह कारोबार बुद्धनगरी मे फल-फूल रहा है। यह बात दीगर है उस समय यह धंधा कुशीनगर मे एक दायरे के अतर्गत सीमित था। किन्तु अब जिस्मफरोशी का यह धंधा महानगरों के भांति कुशीनगर मे भी कुछ सडक छाप एंव समाज में अपना प्रभाव जमाने वाले ऊचें रसूख के लोगो का कमाई का जरिया चमडी बेचकर दमडी कमाना बन गया है। सूत्रों की मानें तो कुशीनगर नेशनल हाइवे के हिरनहापुर से गोपालगढ़ के बीच लगभग ढाई दर्जन रेस्टोरेंट और होटलों मे सेक्स रैकेट संचालित करने वाले अनैतिक कारोबारियो से न सिर्फ शहर के बच्चे-बच्चे परिचित है बल्कि यहां के संभ्रांत लोग का इन पेशेवर रेस्टोरेंट व होटल मालिको से जहां अच्छी ताल्लुकात है वही खाकी व तथाकथित पत्रकारों से इनका गहरा याराना भी है।
हाईवे के किनारे हिरनहापुर से गोपालगढ़ के बीच संचालित रेस्टोरेंट व होटल मालिकों का दावा है कि उनके इस अवैध कारोबार को कोई बंद नही कर सकता है। वह दम भरते है कि यहा के पुलिस प्रशासन के साथ साथ मीडिया मैनेज के नाम पर यहां के कुछ तथाकथित पत्रकारों को भी हर माह बक्शीश दिया जाता है। इन होटलो और रेस्टोरेंट पर हो रहे अवैध कारोबार की जानकारी मिलने पर जब जिला मुख्यालय से पत्रकार पहुचे और वहा के कारोबारियों से पूछे कि यह अवैध धंधा कैसे चल रहा है? तो इस पर अवैध कारोबारियों ने कुछ कथित पत्रकारों का नाम लेते हुए पूछा कि इन्हें आप जानते है। इनसे बात कर लिजिए।
पुलिस महकमा का दावा है कि युगान्धर टाइम्स व संदेशवाहक सहित लखनऊ से प्रकाशित समाचार पत्रों द्वारा उठाए गये मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित थाना को कार्रवाई का निर्देश दे दिया गया है।अभियान चलाकर अनैतिक कारोबार करने वालो के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी
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