🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
हाटा (कुशीनगर)। स्थानीय कोतवाली की पुलिस ने बिहार से ट्रक पर लादकर ले जा रहे सौ से अधिक मजदूरों को रोक ट्रक को सील कर दिया है। ट्रक मालिक और ठेकेदार की गलती के कारण मजदूर और उनके परिजनों में शामिल महिलाओं और बच्चों को रात सड़क के गुजारना पड़ा। गुरुवार पुलिस ने ठेकेदार के जरिए बस से मजदूरों को गन्तव्य स्थान के लिए भेजा।
काबिलेगौर है कि सूबे सरकार ने कानपुर में हुए हादसे के बाद मालवाहक वाहनों से सवारियों की आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। उसके बाद भी सरकारी आदेशो को नजर अंदाज करके ट्रक यूपी 85 सिटी 0418 द्वारा बिहार पटना के रास्ते नालन्दा से उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर किसी भठ्ठे के लिए लाया जा रहा था। कुशीनगर जिले के हाटा पुलिस ने मंगलवार की दोपहर ट्रक को नेशनल हाइवे 28 पर रोक लिया। इसके बाद ट्रक को लेकर हाटा कोतवाली पहुच वाहन को सीज कर दिया। लेकिन मजदूर और उनके परिवार की महिलाएं और बच्चे सड़क के किनारे भूखे प्यासे बैठे रहे। मजदूर फिरोज, सुबोध, शान्ती देवी, सीता, श्रवण, बेबी, चंदा राहुल ने बताया कि पुलिस ने दोपहर से ही ट्रक को कोतवाली में लाकर खड़ा कर दिया है। रात भर मजदूर महिला व बच्चे भूखे रहे हैं। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था। हम जाएं भी तो कहां जाएं। मामला मीडिया में आने के बाद गुरुवार को सुबह पुलिस ने ठेकेदार से कहकर मजदूरों और उनके परिवार को बस के माध्यम से उनके गन्तव्य स्थानों को भेजवाया। इस सम्बन्ध में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक निर्भय कुमार सिंह ने बताया कि किसी भी मालवाहक वाहन से सवारी ढोने का प्राविधान नहीं है। इसलिए ट्रक को सीज कर दिया गया है। मजदूरों को छोड़ दिया गया है।
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