🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर । फर्जी अंक के सहारे सफाईकर्मी की नौकरी हथियाने वाली मंजू देवी को पंचायती राज विभाग बचाने मे जुटा है। दो नोटिस का जबाव नही देने के बावज़ूद डीपीआरओ उस सफाई को बर्खास्त करने से परहेज कर रहे है। चर्चाओ के बाजार मे चर्चा जोरो पर है कि सफाईकर्मी मंजू देवी मामले को मैनेज करने के लिए विभाग को मोटी रकम का चढावा भेट की है। यही वजह है कि जांच मे पाये फर्जी अंक पत्र पाये जाने बावज़ूद अब मंजू देवी पर कोई कार्रवाई नही की गयी।
काबिलेगौर है कि जनपद के हाटा विकास अन्तर्गत ग्राम पंचायत घोरटप मे सफाईकर्मी के पद पर तैनात मंजू देवी के अंक पत्र, व जन्म प्रमाणपत्र फर्जी होने का दावा करते हुए देवरिया निवासी अधिवक्ता मोहम्मद अरशद ने मंजू देवी के खिलाफ निदेशक पंचायती राज उत्तर प्रदेश लखनऊ को शिकायत करते हुए प्रकरण की जांच कराकर कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। इसको गंभीरता से लेते हुए शासन ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कुशीनगर को मंजू देवी का अंक पत्र व जन्म प्रमाणपत्र जांच करने का आदेश दिया। आदेश के अनुपालन मे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रकरण की जांच की तो आरोप सही पाया गया। बीएसए ने पत्र संख्या - 9826 दिनांक - 5 सितंबर - 2022 को प्रेषित रिपोर्ट मे कहा है कि प्रधानाध्यापक छोटे लाल द्वारा संलग्न मंजू देवी के अंकपत्र व टीसी को कूटरचित व फर्जी बताया गया है तथा यह भी अवगत कराया गया है कि मंजू देवी पुत्री नथुनी प्रसाद कभी भी इस विद्यालय मे शिक्षा ग्रहण नही की है। डीपीआरओ कार्यालय द्वारा मंजू देवी को दिये गये आरोप पत्र क्रमशः संख्या - 1968 व 2357/पंचायत - 7/स्था/स. क. /2022-23 दिनांक - 13/9/2022 एंव 17/10/2022 मे शासन के सभी पत्रों का हवाला देते हुए यह भी कहा गया है कि खण्ड शिक्षा अधिकारी रामकोला की आख्या पत्रांक - 242/2022-23 दिनांक - 31/8/2022 एंव प्रधानाध्यापक बरवा महदेवा के लिखित कथन से यह स्पष्ट है कि मंजू देवी पुत्री नथूनी प्रसाद पत्नी स्व. चंद्र देव द्वारा प्रस्तुत अंक पत्र व टीसी पूर्णतः फर्जी व कूटरचित है।
🔴 दो नोटिस के बाद भी जबाब नहीडीपीआरओ द्वारा मंजू देवी को दिये गये प्रथम नोटिस दिनांक - 13/9/2022 मे कहा गया है कि उक्त आरोप मे आपको क्यो न बर्खास्त करते हुए एफआईआर दर्ज करा दी जाये। लिहाजा पन्द्रह दिनो के अन्दर अपना पक्ष प्रस्तुत करे अन्यथा आपके विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जायेगी। बताया जाता है कि मंजू देवी द्वारा प्रथम नोटिस का जबाव नही दिये जाने पर दिनांक - 17/10/2022 को डीपीआरओ कार्यालय ने मंजू देवी को दुसरा व अतिंम अवसर देते हुए सात दिनों के भीतर अपना पक्ष रखने का अवसर दिया था। इसके बावजूद भी मंजू देवी ने कोई जबाब नही दिया। मजे की बात यह है कि दुसरे नोटिस दिये जाने के एक माह बाद भी डीपीआरओ द्वारा मंजू देवी के खिलाफ कोई कार्रवाई नही किया गया है। सूत्र बताते है कि मंजू देवी अपनी नौकरी बचाने के लिए मोटी रकम लेकर विभाग की परिक्रमा कर रही है। फर्जी प्रमाण पत्र पाये जाने के बावजूद मंजू देवी पर कार्रवाई न होने के कारण चर्चाओ का बाजार गरम है।
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