🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व शनिवार को जनपद के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में परम्परागत तरीके से धूमधाम से मनाया गया। मंदिरों के अलावा लोगों के घरों में भगवान श्रीकृष्ण की मनमोहक झांकी सजाई गई। सुबह से लोग व्रत रह कर भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारी में जुटे रहे। शाम होते ही हरे रामा हरे कृष्णा के भजन कीर्तन की गूंज चारों तरफ शुरू हो गई। आधी रात को भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के साथ ही हाथी-घोडा पालकी जय कन्हैया लाल की जयघोष से पुरा पाण्डाल गूंज उठा। महिलाएं जब मंगल गीत व सोहर शुरू की तो पूरा क्षेत्र जवार श्रीकृष्णमय हो गया।
भद्रपद के कृष्ण पक्ष के अष्ठमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इसकी तैयारी में लोग कुछ दिन पूर्व से जुट जाते है। शनिवार को सुबह मंदिरों व घरों में भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा रखकर विभिन्न तरह के लाइट, झालर व झूमर के साथ झांकी सजाई गई। सुबह से भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों ने पूरा दिन व्रत रखा। शाम होते ही भक्त मंदिरों व घरों में सजाई गई झांकियों के समक्ष भजन कीर्तन शुरू कर दिए। आधी रात तक भजन कीर्तन चलता रहा। मध्य रात्रि 12 बजने पर बिजली विभाग द्वारा लाइट बंद होते ही भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के साथ ही महिलाएं मंगल गीत व सोहर गाने लगी। इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण के जयकारे से समूचा क्षेत्र जवार भक्तिमय हो गया।
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