सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करता था अरमान - Yugandhar Times

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Saturday, April 23, 2022

सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करता था अरमान

🔴 अरमान खान पूर्व मंत्री सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का है निजी सचिव

🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो 

कुशीनगर । एसटीएफ लखनऊ द्वारा बीते दिनों जनपद के पडरौना नगर के जमालपुर मुहल्ले से गिरफ्तार किये गये पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खासमखास कहे जाने वाला अरमान पर गिरोह बनाकर नौकरी के नाम करोडो रुपये ठगी करने का मामला प्रकाश मे आया है। इसका खुलासा एसटीएफ की लखनऊ की इकाई ने की है। इस मामले मे एसटीएफ ने अरमान सहित पांच लोगो को दबोचा है। यह सभी बेरोजगार नवयुवकों को विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करते थे। इनके पास से विभिन्न पदों की नियुक्ति पत्र, पहचान पत्र, बैंकों के खाता, सचिव पास समेत अन्य चीजें बरामद हुआ है।

पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ दीपक कुमार ने बताया कि हजरतगंज इलाके से पांच शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त कुशीनगर निवासी अरमान खान पूर्वमंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का निजी सचिव है। इसके अलावा देवरिया निवासी असगर अली, बस्ती निवासी मो. फैजी, विशाल और कुशीनगर निवासी अमित राव है। पूछताछ में अभियुक्तों ने स्वीकार किया है कि वह लोग बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते हैं। असगर अली ने बताया कि अरमान खान पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का ओएसडी था। वह अपने गैंग के साथ बेरोजगारों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लेता था। इसके बाद उन्हें डुप्लीकेट नियुक्ति पत्र देकर गुमराह किया जाता था। अब तक उन लोगों ने करोड़ों रुपये ठगे हैं, जिनके शिकार पूर्वांचल के अधिकांश लोग हैं।बताया जा रहा है कि ऐसे मामलों की जांच एसडीएम की लखनऊ विंग द्वारा की जा रही है। एसटीएफ ने सभी अभियुक्तों के खिलाफ अग्रिम कार्रवाई के लिए हजरतगंज थाना पुलिस के सुपुर्द किया है।

🔴 अभियुक्तों के पास से कई गयी बरामदगी

स्पेशल टास्क फोर्स लखनऊ ने नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना अरमान खान, अमित राव, असगर अली, मुहम्मद फौजी और  विशाल के पास से सात अदद मोबाइल, विभिन्न बैंको व खातो के हस्ताक्षर युक्त 57 चेक, पांच कूटरचित आईडी कार्ड, विभिन्न पदो के 22 नियुक्ति पत्र, चौदह व्यक्तियों के अंक पत्र सहित शैक्षिक प्रमाण पत्र, एक एक्सयूवी 700 बिना रजिस्ट्रेशन नम्बर की गाड़ी, एंव दो बिना हस्ताक्षर सचिवालय पास बरामद किया है।

🔴 साठ लाख की महंगी गाडी से चलता था अरमान

काबिलेगोर है कि अरमान बेहद गरीब परिवार से विलांग करता था। उसके पिता बेचू खान पहले टैक्सी स्टेण्ड पर ठेकेदार के लिए वसूली का कार्य करते थे। वर्ष 2009 मे अरमान पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के संपर्क मे आया और कुछ ही दिनो मे वह मंत्री के इतना करीबी हो गया कि उनका निजी सचिव बन गया। इसके बाद अरमान का रहन-सहन और लाइफ स्टाइल बदल गया और वह अकूत संपत्ति का मालिक बन बैठा। ऐसी चर्चा है कि अरमान पडरौना नगर का पहला व्यक्ति है जो सबसे मंहगी साठ लाख की गाडी से चलता है। लखनऊ मे उसने करोडो की लागत मे घर बनवाया है और जमीन खरीदा है। चर्चा यह भी है कि विधानसभा चुनाव से पूर्व अरमान ने पडरौना मे ग्यारह कट्ठा जमीन खरीदा था इसके अलावा उसके पास करोडो रुपये बैंक वैलेंस है। सवाल यह उठता है कि इतने कम समय मे वह अकूत संपत्ति का मालिक कैसे बन गया।



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