कुशीनगर। दो माह पूर्व दुबई कमाने गये जिले के दो युवक सहित कुल पांच लोग धोखाधड़ी के शिकार होकर दुबई मे फसे है। उन्हे न तो रोजगार मिला रहा है न ही समय से भोजन। पीड़ितों ने सोशल मीडिया के जरिये प्रवासी भारतीय मदद समूह निःस्वार्थ टीम से वतन वापसी के लिए मदद की गुहार लगाई है।इसके बाद संगठन की तरफ से विदेश मंत्रालय व दुबई स्थित भारतीय एंबेसी को मामले की जानकारी दी गई है।
दुबई फसे पीड़ितों में कुशीनगर जिले के निवासी रंजीत मुंडेरा और अकरम के अलावा चंदौली जिले के नुमान, पडोसी राज्य बिहार के सिवान जिले के गोविंद और गोपालगंज के बिट्टू कुमार शामिल है जो रोजी-रोटी के जुगाड़ के लिए दुबई गए थे। वहां पहुंचने के बाद उन्हें पता चला कि यहा उनके लिए कोई काम नही है। उसके बाद पीड़ितों ने वहां भेजने वाले ऑफिस से संपर्क कर अपनी दास्ता सुनाई लेकिन ऑफिस की तरफ से भी सिर्फ झूठा आश्वासन के सिवाय कोई सहयोग नही मिला। बताया जाता है कि दो महीने के लंबे इंतजार के बाद हताश होकर पीड़ितों ने सोशल मीडिया के जरिए प्रवासी भारतीय मदद निःस्वार्थ टीम के छोटेलाल यादव व विजय मद्धेशिया से संपर्क कर मदद के लिए गुहार लगाई। सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ प्रवासी भारतीय निःस्वार्थ टीम ने विदेश मंत्रालय व दुबई में स्थित भारतीय एंबेसी को ट्विटर व ईमेल के जरिये मामले से अवगत कराया. इसके बाद मंत्रालय व एंबेसी की तरफ से मामले में केस दर्ज कर उचित कार्यवाही का भरोसा दिया गया है।
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