फाजिलनगर ने दिया एक साथ तीन विधायक - Yugandhar Times

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Saturday, March 12, 2022

फाजिलनगर ने दिया एक साथ तीन विधायक

🔴फाजिलनगर से सुरेंद्र कुशवाहा, रामकोला (सुरक्षित) विनय प्रकाश गौड़ और  देवरिया सदर से शलभ मणि त्रिपाठी बने विधायक

🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज व्यूरो 

कुशीनगर।भगवान महावीर की निर्वाण स्थली फाजिलनगर विधानसभा सभा ने एक साथ तीन विधायक देने का गौरव हासिल किया है। पावा की धरती पर पले - बडे यह नौजवान अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करेगे।  इन प्रत्याशियों की जीत के बाद उनके पैतृक गांव में जश्न का माहौल है और पुरा क्षेत्र भगवामय मे तब्दील हो गया है।

काबिलेगोर है कि फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र के नारायनपुर निवासी विधायक गंगा सिंह कुशवाहा के बेटे सुरेंद्र सिंह कुशवाहा को भाजपा ने 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया था। सुरेंद्र कुशवाहा पेशे शिक्षक हैं। उन्होंने बड़े अंतर से सपा उम्मीदवार व भाजपा के ताबूत मे आखिरी कील ठोकने का दावा करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य को बहुत ही बुरी तरह से हराया है। इस विधानसभा सीट से गंगा सिंह कुशवाहा विधायक हैं। क्षेत्र में विकास और पिता की उम्मीदों को पूरा करने के उद्देश्य से सुरेंद्र उनके नक्शे कदम पर चल पड़े हैं। उन्होंने पिता की विरासत संभाल ली है।

 पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विनय प्रकाश गौड़ इसी विधानसभा क्षेत्र के भठही खुर्द गांव के निवासी है जिन्हें भाजपा ने रामकोला (सुरक्षित) विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया। उन्होंने सपा के पूर्व विधायक पूर्णमासी देहाती को हराया है। विनय प्रकाश गौड़ पहली बार विधायक चुने गए हैं। उनके पैतृक गांव में खुशी का माहौल है। फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र के दुमही निवासी शलभ मणि त्रिपाठी भाजपा के टिकट पर देवरिया सदर से चुनाव जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं। कहना न होगा कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव से पूर्व उन्होंने पत्रकारिता छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए और अपनी राजनीतिक पारी शुरू की थी। पार्टी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता देखते हुए प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया सलाहकार बनाया। उन्होंने पद के अनुरूप कार्य करते हुए कोविड संक्रमण के दौरान लोगों की खूब मदद की। उनकी कार्यशैली का इनाम देते हुए भाजपा ने उन्हें देवरिया सदर से प्रत्याशी घोषित किया। वह भी बड़े अंतर से चुनाव जीते हैं। उनके पैतृक गांव दुमही में जश्न का माहौल है।

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