कुशीनगर । देश की राजधानी दिल्ली के राजपथ पर बुधवार को निकली 73 वें गणतंत्र दिवस परेड में बौद्ध सर्किट की झांकी में कुशीनगर के महापरिनिर्वाण मंदिर को शामिल किए जाने से लोग फुले नहीं समा रहे हैं। जिले के बाशिंदे टीवी व इंटरनेट मीडिया पर इस दृश्य को बार बार देख अभिभूत हुए। इतिहास में पहली बार राजपथ पर कुशीनगर का महापरिनिर्वाण मंदिर के दिखने को लोग बड़ी उपलब्धि बता रहे हैं।
एयरपोर्ट अथार्टी आफ इंडिया और नागरिक उड्डयन मंत्रालयके संयुक्त प्रयास से निकली झांकी में सारनाथ के धम्म स्तूप समेत बुद्ध के जीवन से जुड़े दृश्यों व प्रेरक वाक्यों को उकेरा गया था। सरकार के इस कदम से कुशीनगर बौद्ध भिक्षु भी बहुत उत्साहित है। बुद्धनगरी के बौद्ध भिक्षु का कहना हैं कि यह हर्ष व गौरव का विषय है की आज पूरे विश्व ने परेड के माध्यम से भारतीय गणतंत्र व बुद्ध को एक साथ आज आत्मसात किया।
🔴 बौद्ध सर्किट के प्रमुख स्थलों को हवाई सेवा से जोड़ने का संदेश
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के माध्यम से एयरपोर्ट अथार्टी आफ इंडिया ( एएआई) ने बौद्ध सर्किट के प्रमुख स्थलों को हवाई सेवा से जुड़ जाने का संदेश पूरी दुनिया को दिया है। एएआई के 'सब जुड़े सब उड़े' के ध्येय वाक्य की गूंज पूरी दुनिया ने सुनी। झांकी के साथ चल रहे बौद्ध भिक्षु व कलाकार एएआई के क्षेत्रीय संपर्क योजना, प्रगति पथ पर बढ़ चला भारत, आशाओं को मिली उड़ान, नए भारत की नई उड़ान, पर्यटन का हुआ विस्तार व दूरियां घटी-अवसर बढ़े का गीत गा रहे थे।
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