🔴 डॉ. अजय शाही ने मंगलवार को दिन में 2 बजे किया था युवक ऑपरेशन, बुधवार की भोर मे युवक की हुई मृत्यु के बाद व परिजनों ने किया हंगामा, चिकित्सक पर लापरवाही का लगाया आरोप
🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज
कुशीनगर। जनपद के कसया थाना क्षेत्र के राष्ट्रीय राज मार्ग 28 पर स्थित गौतम बुद्धा हॉस्पिटल मे उस समय भीड़ इकठ्ठा हो गई जब एक 30 वर्षीय युवक ऑपरेशन के बाद पूरी रात कराहते हुए दम तोड दिया। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल परिसर मे हंगामा शुरू कर दिया। यह देख हॉस्पिटल स्टाप मौके से फरार हो गए। घण्टो चले हंगामे के बीच मृतक की पत्नी का जबरिया स्टाम्प पर अंगूठा लगवाकर युवक के शव को एम्बुलेंस से उसके घर भेजा गया, जिसका मौके पर मौजूद चौकी इचार्ज ने विरोध भी किया, लेकिन पुलिस के बड़े अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद चौकी इचार्ज को पीछे हटना पड़ा। चर्चा-ए-सरेआम है कि हास्पिटल प्रशासन द्वारा मामले को शान्त करने के लिए पुलिस अधिकारी से लगायत तथाकथित मीडिया कर्मियों को तगडा मैनेज किया गया है।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार की सुबह तकरीबन 11 बजे 30 वर्षीय ज्ञानप्रकाश पुत्र भुटेली निवासी ग्राम लछिया देवरिया थाना पटहेरवा अपने पूरे परिवार के साथ हार्निया का ऑपरेशन कराने कुशीनगर के एनएच-28 पर स्थित गौतम बुद्धा हॉस्पिटल आया था। परिजनों के अनुसार डॉ. अजय शाही ने युवक का ऑपरेशन उसी दिन 2 बजे किया गया। ऑपरेशन के बाद डॉ. अजय शाही मरीज को नर्स के भरोसे छोड़ गोरखपुर चले गए। उसी दिन रात में लगभग आठ बजे युवक दर्द से कराहने लगा। युवक की हालत देख परिजन लगातार डॉक्टर को मौके पर बुलाने का गुहार लगाते रहे लेकिन नर्स ने पीडित को दर्द का इंजेक्शन लगाकर यह कह परिजनो को डपट दिया कि मरीज ठीक है परेशान होने की जरूरत नही है। जाता रहा कि युवक ठीक है। इधर डाक्टर की अनुपस्थिति मे युवक पूरी रात दर्द कराहता रहा और सुबह चार बजे दम तोड दिया। परिजनों ने युवक के शांत होने की सूचना हॉस्पिटल स्टाप (यानी नर्स) दिया तो नर्स युवक के पास पहुची और युवक को मृत्यु देख हास्पिटल छोडकर फरार हो गयी। इसके बाद धीरे धीरे हास्पिटल के सभी कर्मचारी हास्पिटल से गायब हो गये।
🔴 डॉक्टर ने पत्नी के नाम 3 लाख रुपये का चेक देकर स्वीकार किया अपनी लापरवाहीयुवक के मौत के बाद परिजनों द्वारा हास्पिटल पर हंगामा करने के बाद मौके पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई, जिसके बाद मृतक युवक के रिश्तेदार, ग्राम प्रधान, ग्रामीण व अन्य सम्बन्धी भी जुट गए। सूत्र बताते है कि इस दौरान डॉक्टर ने परिजनों व रिस्तेदारों से अपनी लापरवाही मानते हुए माफी मांगी। घण्टों चले गहमागहमी और मान मनावल के बाद तीन लाख रुपये का चेक मृतक के पत्नी के नाम से उसके भरण पोषण के लिए दिया गया।
🔴 मृतक के पत्नी से जबरन लगवाया अंगूठा
पति के मौत के बाद रोती विलखती तीन मासूमो बच्चो की मा अपने पति को न्याय दिलाने की मांग करती रही। वह कहती रही कि हमको कोई पैसा नही चाहिए, बस न्याय चाहिए। इस दौरान समझौते के कागजात पर पत्नी का हस्ताक्षर लेने का दबाव हास्पिटल की ओर से बनाया जा रहा था। सूत्र बताते है कि जब मृतक की पत्नी ने समझौता पर हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया तो ग्राम प्रधान व हॉस्पिटल स्टाप ने जबरन मृतक की पत्नी का अंगूठा लगवाकर समझौता कराया। इस दौरान मौके पर पुलिस मूकदर्शक बनी रहही।
🔴 नोट- इस संबध मे हास्पिटल प्रशासन से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया किन्तु हास्पिटल प्रशासन से वार्ता नही हो पायी। अगर हास्पिटल प्रशासन या चिकित्सक द्वारा कोई पक्ष आता है तो खबर मे जोड दिया जायेगा।
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