🔴 वर्ष 2014 में देवी-देवताओं पर की थी टिप्पणी
🔴 युगान्धर टाइम्स व्यूरो
कुशीनगर। भाजपा का दामन छोड चुके सूबे के योगी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य मंगलवार को मंत्री पद से इस्तीफा देते हुए भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड राजनीतिक गलियारों मे जहां भूचाल ला दिया वही दुसरे दिन बुधवार वर्ष 2014 से जुडे़ एक मामले मे मौर्या खिलाफ एमपी-एमएलए कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। सुल्तानपुर कोर्ट ने उन्हें आगामी 24 जनवरी तक पेश होने का आदेश दिया है।
🔴 स्वामी ने की थी देवी देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी
कहना ना होगा कि मामला साल 2014 से जुड़ा है, जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिन्दू देवी देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस मामले को लेकर बुधवार को पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को अदालत में हाजिर होना था, लेकिन वे हाजिर नहीं हुए। नतीजतन अपर मुख्य दंडाधिकारी एमपी-एमएलए ने आरोपित पूर्व श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ पूर्ववत जारी गिरफ्तारी वारंट को पुन: जारी करने का आदेश दिया है, अब इस मामले में कोर्ट की ओर से 24 जनवरी की तारीख निर्धारित की गई है।
🔴 वर्ष 2016 में स्वामी ने लिया था स्टे
काबिलेगोर है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ जारी हुआ वारंट कोई नया नहीं है। यह वारंट पहले से जारी था, लेकिन मौर्य ने हाईकोर्ट से वर्ष 2016 मे स्टे ले रखा था। इस जनवरी माह के 6 तारीख को एमपी-एमएलए कोर्ट ने मौर्य को 12 जनवरी को हाजिर होने को निर्देश दिया था। निर्धारित तारीख पर जब मार्या कोर्ट मे हाजिर नहीं हुए तो न्यायाधीश द्वारा दुबारा वारंट जारी किया गया है। मालूम हो कि मौर्य ने योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और पिछड़ों दलितों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए बीजेपी से नाता तोड लिया है। इशारा मिल रहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य अब सपा की साइकिल पर सवार होकर राजनैतिक वैतरणी पार करेगे।
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