🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज व्यूरो
कुशीनगर । जनपद मे प्रतिबंधित बीज का नाम बदलकर खुलेआम बेचा जा रहा है। यह सब कुछ जिले के कृषि विभाग के आला अफसर और बोनिटो कम्पनी के एरिया मैनेजर के साठगांठ से हो रहा है। ऐसा किसानों का आरोप है। किसानों का कहना है कि जिस कम्पनी के बीज को प्रतिबंधितकिया गया है उसी कम्पनी के बीज का सिर्फ नाम बदलकर बेचा जा रहा है, जबकि प्रोडक्ट का नाम बदलकर बेचे जा रहे बीज का विभाग द्वारा कोई जांच नही करायी गयी है।
काबिलेगोर गौर है कि बीते साल चाइका कम्पनी द्वारा बोनिटो के बी.डब्ल्यू-6 के नाम से गेहू का बीज बाजार मे बेचा गया था। कम्पनी के एरिया मैनेजर और दुकानदारो द्वारा गेहू की उत्तम पैदावार प्रति कठ्ठा एक कुंतल से ज्यादा की गारंटी देकर किसानो को बुवाई से लेकर कटाई तक हर तरह से सहयोग करके गेहूं की बेहतर उपज के दावे किये गये थे। किसान बताते है कि कम्पनी के एरिया मैनेजर और दुकानदारों के लुभावने दावे के चक्कर मे फस कर जिले के तमाम किसान ठगी के शिकार हो गये थे। किसानों का न सिर्फ उनकी गाढ़ी कमाई मिट्टी मे मिल गया बल्कि फसल उत्पादन के लिए की गई मेहनत भी बर्बाद हो गया। पडरौना नगर के किसान आफताब बताते है कि बीते वर्ष उन्हे दुकानदार और एरिया मैनेजर ने जबरिया बोनिटो के बीडब्लू-6 बीज देकर दावा किया कि प्रति कट्ठा एक कुन्तल गेहूं उत्पादन होगा। एरिया मैनेजर ने अश्वस्त किया था कि खेत मे बीज डालने से लेकर गेहू के कटाई तक हर समय वह साथ रहेगे और दावे के मुताबिक उतना उत्पादन दिखायेगे। लेकिन गेहू का बिल्कुल पैदावार ही नही हुआ। इस दरम्यान वह लगातार एरिया मैनेजर अखिलेश कुमार को उनके मोबाइल पर फोन करते रहे और एरिया मैनेजर बहाना बनाते रहे। आफताब ने बताया कि इसके बाद वह जिलाधिकारी से लगायत कृषि विभाग के निदेशक व केन्द्रीय कृषि मंत्रालय को शिकायत किया जिसके बाद मामले की जांच कराकर कृषि निदेशक ने बोनिटो बी.डब्ल्यू-6 गेहूँ बीज को प्रतिबंधित कर दिया। बताया जाता है कि प्रतिबंध के बावजूद बाजार मे यह प्रोडक्ट खुलेआम बिक रहा था जब इसकी शिकायत किसानो ने कृषि विभाग के उच्चधिकारी से किया तो जिला कृषि अधिकारी ने बीते दिनो कठकुईया स्थित ध्रुव कुशवाहा के दुकान पर छापेमारी कर साठ बोरी बोनिटो का बीज बरामद किया था। यह बात अलग है कि बाद मे मामला मैनेज होने के बाद बिना कोई कार्रवाई किए जिला कृषि अधिकारी प्यारेलाल ने दुकानदार को छोड दिया और बरामद माल का सैम्पलिंग कराये बगैर कम्पनी को सुपुर्द कर दिया।
🔴 क्या बी.डब्ल्यू-9 की गुणवत्ता की जांच हुई है?
गौरतलब है कि बोनिटो बी.डब्ल्यू-6 के बाद कम्पनी द्वारा बी.डब्ल्यू-9 के नाम से गेहू का बीज बाजार मे उतारा गया है। जानकार बताते है कि प्रतिबंधित प्रोडक्ट बी.डब्ल्यू-6 का नाम बदलकर बी.डब्ल्यू-9 कर दिया गया है और इस प्रोजेक्ट के जरिए कम्पनी द्वारा किसानों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। किसानो का आरोप है कि कम्पनी के इस कार्य मे जिला कृषि अधिकारी का संरक्षण प्राप्त है। इसके पीछे कारण यह है कि बीते माह मे जिला कृषि अधिकारी द्वारा छापेमारी के दौरान साठ बोरी बोनिटो का बी.डब्ल्यू-9 पकडा गया था उस समय जिला कृषि अधिकारी प्यारेलाल लाल ने दुकानदार को बताया था कि यह बीज प्रतिबंधित है। बाद मे मामला मैनेज हो गया और अब यह कहा जा रहा है कि बोनिटो का बी.डब्ल्यू-6 प्रतिबंधित है बी.डब्ल्यू-9 नही। ऐसे मे सवाल उठना लाजिमी है कि जब कम्पनी का एक प्रोडक्ट प्रतिबंधित है और कम्पनी संदिग्ध है तो फिर उसके दुसरे प्रोडक्ट की गुणवत्ता जांच विभाग द्वारा क्यो नही करायी गयी है? कहना न होगा कि मोदी सरकार किसानो की आय दोगुना करने का दावा कर रहे है वही कृषि विभाग के अधिकारी और बोनिटो कम्पनी के कर्मचारी किसानो की गाढ़ी कमाई को मिट्टी मे मिलाने मे लगे है तो वही दूसरी तरफ सरकार की छवि को धूमिल करने में कोई कसर छोड़े नही है
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