🔴 संजय चाणक्य
कुशीनगर। वह अलग-अलग समुदाय के युवक-युवती है जिनकी बचपन मे दोस्ती हुई और किशोरावस्था के उम्र पहुचते ही प्यार हो गया। साथ जीने, साथ मरने की कसमें खाकर दोनो ने घर बसाकर साथ रहने का निर्णय लिया। हिन्दू-मुस्लिम और लव जिहाद के झंझटो की परवाह न करते हुए समाजिक कुरीतियों से बेपरवाह प्रेमी युगल घर से भाग कर शादी करने के बजाय अपने परिवारजनों को समझा-बुझाकर दोनो ने अपना घर बसाने की सहमति ली, फिर परिवार के हंसी-खुशी रजामंदी से बचपन की दोस्ती सात जन्मों तक साथ निभाने वाली रस्म मे तब्दील हो गयी। इस अविस्मरणीय क्षण की साक्षी बने दोनो समुदाय के परिजनों के साथ-साथ महिला आयोग की सदस्य संगीता तिवारी।
काबिलेगोर है कि महिला आयोग के सदस्य संगीत तिवारी बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित सर्किट हाउस में जनता से रुबरु होकर जन सुनवाई कर रही थी। इसी दरम्यान महाराजगंज जनपद के निचलौल थाना क्षेत्र के ओडवलिया गांव के निवासिनी एक हिंदू युवती ने कुशीनगर जिले के कसया थाना क्षेत्र के रामनगर निवासी एक मुस्लिम युवक से शादी कराने की इच्छा जताई। युवक-युवती के परिवारजनों ने अपने बच्चो के बचपन की प्रेम को बालिग होने पर शादी करने में आ रही सामाजिक व कानूनी अड़चन को दूरकर शादी कराने की गुहार लगाई। इसके बाद महिला आयोग की सदस्य संगीता तिवारी ने मौजूद लोगो के सामने दोनो हिन्द पक्ष के युवती व मुस्लिम पक्ष के युवक के परिजनो व युवक-युवती से कुछ औपचारिकताएं पूरी कराने के बाद हिंदू युवती की शादी मुस्लिम लड़के से करायी, जिसके साक्षी बने सर्किट हाउस मे मौजूद पुलिसकर्मी सहित सैकडों आम आदमी। धर्मनिरपेक्ष इस शादी की सराहना चहुओर हो रही है।
🔴 क्या है मामला
गौरतलब हो कि हिंदू लड़की महाराजगंज जिले के ओडवलिया थाना निचलौल के रहने वाली है जबकि मुस्लिम समुदाय का लड़का कसया थाना क्षेत्र के रामनगर जनपद कुशीनगर का रहने वाला है. बताया जाता है कि हिंदू लड़की रामनगर गांव अपने मामा के घर आकर रहती थी और बचपन से ही दोनो मे दोस्ती थी। किशोरावस्था पहुते-पहुचते दोनो की दोस्ती प्यार मे बदल गया और दोनो साथ जीने, साथ मरने की कसमें खाकर शादी के बंधन मे बधने का निर्णय लिया।
🔴 परिवार को किया राजी
प्रेमी युवग की माने तो जब उन्हे अपने प्यार का एहसास हुआ तो उन दोनो ने शादी के बंधन मे बधने का फैसला लिया। चूकि मामला हिन्दू-मुस्लिम का था इस लिए दोनो परिवार के लोग इस शादी के लिए राजी नहीं थे। इसके रिश्ते में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए युवक-युवती ने अपने अपने परिवारजनों को समझा-बुझाकर इस शादी के लिए राजी किया, दोनो परिवार की रजामंदी होने के बाद प्रेमी युगल ने सामाजिक और कानूनी अड़चनों को दूर कर शादी कराने महिला आयोग के सदस्य संगीता तिवारी से गुहार लगाई।
🔴 लव जेहाद नहीं है ये मामला मामला
महिला आयोग की सदस्य संगीता तिवारी की माने प्रमाणपत्रो के आधार पर लड़का और लड़की दोनो बालिग है। दोनों परिवार की मर्जी और युवक-युवती ने अपनी इच्छा से यह विवाह किया है। किसी पक्ष से कोई आपत्ति नही जतायी गयी है। इस प्रकरण में कथित लव जिहाद का कोई मामला नहीं है। भविष्य में दोनो परिवार के तरफ से किसी प्रकार की आपत्ति जताई जाती है तो इन दोनों पति-पत्नी के सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।
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