🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज व्यूरो
कुशीनगर। बसपा सरकार में कौडियो के दाम बेचे गये चीनी मिलो मे भारी पैमाने पर किये गये गोलमाल की चल रही जांच कर रही परिवर्तन निदेशालय (ईडी) लखनऊ की टीम ने जनपद के रामकोला, छितौनी व लक्ष्मीगंज चीनी मिलो पर अपना ताला लगाकर सील कर दिया है। अब इन चीनी मिलो की देखरेख जिला प्रशासन करेगा। ईडी ने अग्रिम आदेश तक किसी भी तरह के खरीद फरोख्त पर रोक लगा दी है।
काबिलेगोर है कि तत्कालीन बसपा सरकार ने वर्ष 2010-11 मे प्रदेश के सात चीनी मिलो को कौडियो के भाव बेच दिया था। इन चीनी मिलो मे कुशीनगर जनपद के राज्य चीनी मिल निगम की छितौनी, लक्ष्मीगंज और रामकोला (खेतान) चीन मिल शामिल थी। एक जनहित याचिका पर सुप्रिम कोर्ट ने चीनी मिल के बिक्री मे हुए गोलमाल की जांच का आदेश दिया था। सपा सरकार इस पर ध्यान नही दिया लेकिन भाजपा की योगी सरकार ने दो वर्ष पूर्व इसकी जांच परिवर्तन निदेशालय को सौपी थी। इसके बाद कौडियो के दाम बेचे गये प्रदेश के सातो चीनी मिलो की बिक्री ईडी ने जांच शुरू किया। इसी मामले मे बसपा सरकार मे कद्दावर मंत्री रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी समेत कुछ बसपा नेताओ की भूमिका की भी जांच की जा रही।
डेढ़ वर्ष से प्रवर्तन निदेशालय की ओर से की गई जांच के बाद 10 मार्च 2021 को प्रदेश के सातों चीनी मिलों को जब्त कर लिया गया था। इसमें बरेली, देवरिया, हरदोई, बाराबंकी व कुशीनगर की रामकोला खेतान, लक्ष्मीगंज व छितौनी चीनी मिल शामिल हैं। इन्हें बसपा सरकार ने वर्ष 2010-11 में पूर्व एमएलसी इकबाल को कौड़ियों के दाम बेच दी थी। प्रकरण से जुड़े जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2016 में सीबीआइ को इकबाल के खिलाफ जांच करने का निर्देश दिया था। पूर्व एमएलसी इकबाल के सहारनपुर व दिल्ली स्थित आवासों पर छापेमारी कर सीबीआइ ने कई दस्तावेज बरामद किए थे। शिकायत संख्या- 1432/2021 में अधिनियम की धारा-6 के तहत गठित न्याय निर्णय टीम के अधिकारी की ओर से तीन सितंबर 2021 को आदेश की पुष्टि की थी। इसके बाद धारा-8 के आदेश के तहत छितौनी, रामकोला खेतान व लक्ष्मीगंज चीनी मिल को खरीदने वाली ओंकारा चीनी मिल के मालिक इकबाल के खरीद-बिक्री, गिरवी व उपहार के अधिकार पर रोक लगा दिया गया है।
सोमवार की शाम परिवर्तन निदेशालय लखनऊ के सहायक निदेशक राहुल वर्मा के साथ छितौनी पहुंची तीन सदस्यीय टीम ने चीनी मिल के गेट पर अपना ताला लगाया। फिर ताले को सील कर दिया। गेट के समीप तीनों मिलों की दीवार पर धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (2003 का 15) की धारा 8 की उप-धारा (4) के तहत कब्जा लेने की सूचना लिखवाई। साथ ही मिल के रखरखाव के लिए जिला प्रशासन को सौंप दिया। सहायक निदेशक राहुल वर्मा ने बताया कि मेसर्स ओमकारा सुगर मिल छितौनी, रामकोला खेतान चीनी मिल व लक्ष्मीगंज की उत्तर प्रदेश कारपोरेशन चीनी मिल लिमिटेड की बिक्री में हुए घोटाले की दो वर्षों जांच की जा रही है। इसलिए चीनी मिल को ईडी अपने कब्जे में ले रहा है। जांच पूरी होने तक सभी प्रकार की खरीद-फरोख्त, उपहार, गिरवी या अन्य किसी भी तरह से इस संपत्ति को स्थानांतरित या चार्ज करने पर रोक लगा दी गई है। मिलों को रखरखाव के लिए जिला प्रशासन को सौंपा गया है। सहायक निदेशक राहुल वर्मा ने बताया कि छितौनी, रामकोला खेतान व लक्ष्मीगंज चीनी मिल को सील कर दिया गया है। सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन को हैंडओवर किया जाएगा।
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