🔴 पीड़ित महिला को न्याय दिलाने के लिए सपा ने किया धरना प्रदर्शन
🔴 छात्रों व पत्रकारो पर लाठीचार्ज निंदनीय, घटना की हो मजिस्ट्रेटी जांच - बालेश्वर
🔴 मांग पूरा नही होने पर सडक से सदन तक सपा करेगी आन्दोलन - राधेश्याम
🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज व्यूरो
कुशीनगर। अपने विद्यालय के महिला कर्मी के साथ छेड़छाड़, अश्लील हरकत व गाली-गलौच करने वाले गीता इन्टरनेशनल पब्लिक स्कुल के गालीबाज प्रबंधक ओपी गुप्ता का मामला तूल पकडते जा रहा है। गालीबाज प्रबंधक की गिरफ्तारी व स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग को लेकर समाजिक व छात्र संगठनों द्वारा शुरू किए गए आन्दोलन के बाद समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेताओ ने भी महिला को न्याय दिलाने की गरज से प्रबंधक के खिलाफ बिगुल फूक दिया है।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद बालेश्वर यादव व पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह के अगुवाई मे सपा के हजारों कार्यकर्ता जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट परिसर मे धरना पर बैठे। इस दौरान पूर्व सांसद बालेश्वर यादव, पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह व सपा नेता वंटी राव ने कहा गीता इण्टरनेशनल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक द्वारा एक महिलाकर्मी की चरित्र का हनन किया गया है जिसे समाजवादी पार्टी कभी बर्दाश्त नही कर सकती है। उन्होने कहा कि प्रबंधक ओपी गुप्ता की घटिया कृत्य ने शिक्षा जगत की छवि घूमिल करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि ओपी गुप्ता जैसे लोग समाज के लिए घातक है इसे सलाखों के पीछे रहना चाहिए। सपा नेताओं ने तत्काल गीता इण्टरनेशनल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक ओपी गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेजने व गीता इण्टरनेशनल पब्लिक स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग की। इस दौरान राधेश्याम सिंह ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपते हुए चेतावनी दिया कि शीघ्र मांग पूरी नही हुई तो सपा इस मामले को सडक से लेकर सदन तक आरपार की लड़ाई लडेगी। हालांकि ज्ञापन लेते समय एडीएम विंध्यवासिनी राय ने सपा नेताओं को उनकी मांग पुरा करने का आश्वासन दिया। इसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने अपने अगुआ नेताओं के नाम पर जिन्दाबाद का नारा लगाते हुए धरना समाप्त कर दिया।
🔴 पूर्व के आन्दोलनकारियों पर पुलिस ने किया था लाठीचार्ज
कहना न होगा कि गीता इण्टरनेशनल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक ओपी गुप्ता द्वारा महिलाकर्मी के साथ मोबाइल पर गाली-गलौच करने का आडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बुधवार को समाजिक व छात्र संगठनों के युवाओं ने प्रबंधक ओपी गुप्ता की गिरफ्तारी की मांग को लेकर स्कूल के गेट के सामने धरना पर बैठे थे। तभी सीओ सदर संदीप वर्मा व कोतवाल पडरौना अनुज सिंह मयफोर्स मौके पर पहुचते ही धरना पर बैठे युवाओं पर तबातोड लाठी बरसाने लगे। इस दौरान खाकी की रौब मे पुलिस ने एक पत्रकार को भी बेरहमी से पीटा। पुलिस के लाठी चार्ज मे इसमे आधा दर्जन से अधिक छात्र जख्मी भी हुए। सवाल यह उठता है कि छात्रों पर लाठीचार्ज करने का आदेश किसने दिया था? क्या योगी सरकार मे महिलाओं के सम्मान से खिलवाड़ करने वाले प्रबंधक की गिरफ्तारी की मांग के लिए धरने पर बैठे छात्रों और समाचार कबरेज कर रहे पत्रकारों पर लाठीचार्ज करना इस बात का घोतक नही है कि कुशीनगर पुलिस योगी सरकार की छवि बिगाड़ने मे कोई कसर नही छोडना चाहती है। लाठीचार्ज का मामला जब तूल पकडने लगा तो पुलिस यह कहकर थेथरई पर उतर आयी कि छात्रो द्वारा चक्काजाम मे दोनो तरफ एम्बुलेंस फंसे हुए थे और छात्र एम्बुलेंस को जाने नही दे रहे थे जबकि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि एम्बुलेंस को देख छात्रों ने खुद रास्ता खाली कर एम्बुलेंस को भीड से निकाला था। यही वजह है कि धरने पर बैठे सपा नेता राधेश्याम सिंह ने पुलिस प्रशासन को खुला चुनौती देते हुए कहा कि अगर पुलिस प्रशासन मे महिम्मत हो तो लाठी चला के दिखाए। लेकिन किसी खाकी ने राधेश्याम सिंह व बालेश्वर यादव के सामने खडा होने कि हिम्मत नही दिखाई। सपा ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन मे लाठीचार्ज की घटना को मजिस्ट्रेटी जांच कराने की मांग की है।
🔴 क्या है मामला
जनपद के कसया निवासी व गीता इण्टरनेशनल पब्लिक स्कूल मे पीआरओ पद पर कार्यरत अंजुम आरा ने बीते 12 अगस्त को स्कूल के प्रबन्धक ओपी गुप्ता के मोबाइल नम्बर पर फोन कर अपने वेतन की बकाया धनराशि 39 हजार देने के बारे में पूछा तो अचानक प्रबंधक ओपी गुप्ता ने महिला को भद्दी-भद्दी गाली देने लगा। पीड़िता का कहना है कि वह बार बार कहती रही कि सर गाली क्यो दे रहे है लेकिन प्रबंधक के तरफ से लगातार अपशब्दो का बौछार कर मेरा चरित्र हनन किया जाता रहा। इस दौरान प्रबन्धक ने मेरे घर आकर मेरी इज्जत तार तार करने की धमकी भी दिया। पीडिता द्वारा पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र पटेल को दिए गये प्रार्थना पत्र मे कहा गया है कि गीता इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक ओपी गुप्ता ने बीते वर्ष सितंबर 2020 में अपने विद्यालय मे पीआरओ के पद पर उन्हे नियुक्त किया था। इसके लिए प्रबंधक ने 15 हजार प्रति माह वेतन देने की बात कही थी। महिला कर्मी का कहना है कि वह जब से स्कूल गई तभी से विद्यालय के प्रबंधक ओपी गुप्ता उसके प्रति गंदी नीयत से साथ छेड़छाड़ व अश्लील हरकत करने लगे। महिला ने शिकायती पत्र में लिखा है कि विद्यालय के एमडी ओपी गुप्ता कई बार उसे अलग अलग जगहों पर छूते थे जिसका वह विरोध करती थी तो उसे स्कूल से निकालने की धमकी देते थे। महिला ने कहा कि लोकलाज के डर से वह शान्त रही लेकिन हद तब हो गयी जब ओपी गुप्ता ने उन्हे अपने साथ सोने के लिए दबाब बनाने लगा जिसका विरोध करने पर बकाया वेतन का 39 हजार रुपये रोकर वह उन्हे विद्यालय से निकाल दिया
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