अपने सेवाभाव के बदौलत आज भी जीवित है डा. ब्रजेश--नंदकिशोर - Yugandhar Times

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Saturday, June 5, 2021

अपने सेवाभाव के बदौलत आज भी जीवित है डा. ब्रजेश--नंदकिशोर

🔴 एक चिकित्सक की सेवा को परिभाषित किया है डा ब्रजेश ने- अनिरुद्ध तिवारी

🔴 पिता की सीख ही मेरी ताकत- संयोग

🔴युगान्धर टाइम्स न्यूज नेटवर्क 

कुशीनगर। पूर्व विधायक व सपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर मिश्रा ने कहा कि स्वर्गीय डा. ब्रजेश चंद श्रीवास्तव ने इस क्षेत्र की जनता के दिलो मे अपने स्वास्थ्य सेवाओं  के दम पर जो मुकाम हासिल किया है जो विरले किसी को मिलता है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय डाक्टर की कृति और सेवाभाव आज भी लोगो के दिलो अमिट छाप छोड गया है। इसी का नतीजा है कि मरने के करीब दो दशक बाद भी वो क्षेत्र की जनता के दिलो मे जीवित है। 

 सेवरही के पूर्व विधायक व सपा नेता पं.मिश्रा ने शनिवार को तरयासुजान क्षेत्र के समाजसेवी चिकित्सक स्व0 डा. ब्रजेश चंद्र श्रीवास्तव के उन्नीसवीं पूण्यतिथि के अवसर पर उनके निवास स्थान  तरयालछ्चीराम में आयोजित एक सादे समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्होने कहा कि स्व. डा. ब्रजेश चंद्र असाधारण और व्यक्तित्व के घनी थे। समाज सेवा उनके रग-रग मे बसा था। वह ग्रामीण अंचल मे रहकर चिकित्सा के क्षेत्र मे जो पहचान बनाए थे वह अपने आप मे एक मिसाल है। उन्होने कहा कि जो दुसरे के दिलो में जिंदा रहते है वह कभी मरते नही बल्कि युगो तक याद किए जाते है। 

डा. ब्रजेश श्रीवास्तव के मित्र रहे पूर्व बीडीसी अनिरुद्ध तिवारी ने कहा कि हमने देखा है कि वह सही मायने मे भगवान के दुसरे रुप कहे जाने वाले डाक्टर के धर्म का निष्ठा पूर्वक निर्वहन करते थे। श्री तिवारी एक वाक्या दोहराते हुए कहा कि स्व. डा. ब्रजेश  दीन-दुखियों के साथ-साथ पशुओं और जानवरों की सेवा भी दिल से करते थे। आज उनके पुत्रों पत्रकार संयोग श्रीवास्तव, राकेश बधाई के पात्र है जो उनके पुण्यतिथि पर ये आयोजन किये है। पूर्व प्रधान डा सुबोध श्रीवास्तव,रामकिशोर लाल, ज्योतिषाचार्य पं अशोक मणि त्रिपाठी पं मित्र राकेश ने भी डा श्रीवास्तव के साथ अपने संस्मरण बताएं. इस अवसर पर बरिष्ठ पत्रकार अशोक तिवारी ग्राम प्रधान प्रतिनिधि आदित्य कुमार, हफुआ चतुर्भुज के प्रधान प्रतिनिधि चंदन ठाकुर,पं सदस्य संतोष पांडेय, मनोज गुप्ता, बेचू गोड,डा श्रीवास्तव के पौत्र ऋषि श्रीवास्तव, यशराज,ओम सहित पशु अस्पताल तरयासुजान से डा ब्रजेन्द्र श्रीवास्तव मौजूद रहे.अंत में डा.श्रीवास्तव के पुत्र पत्रकार संयोग श्रीवास्तव ने कहा कि आज वह जो कुछ भी पिता की दी हुई सीख के बल पर है। अंत मे संयोग श्रीवास्तव व राकेश ने सबके अतिथियों प्रति कृतज्ञता व्यक्त किया।

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