🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज
कुशीनगर । भिक्षु संघ अध्यक्ष एबी ज्ञानेश्वर को उपाधि प्रदान करने आए म्यामांर के राजदूत ऊ मोचो आंग ने रविवार को भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण मंदिर में विशेष पूजा अर्चना कर तथागत की लेटी प्रतिमा पर चीवर चढ़ाया। इसके बाद वह म्यांमार बुद्ध मंदिर गए जहां परंपरागत ढंग से बोधिवृक्ष पर जल चढ़ाया। इस मौके पर बौद्ध भंते व गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।
पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत राजदूत ऊ मोचो आंग महात्मा बुद्ध की विधिवत पूजा-अर्चना करने के बाद पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत सीधे म्यांमार बुद्ध विहार के सभागार पहुचे। यहां उन्होंने कुशीनगर भिक्षु संघ के अध्यक्ष एबी ज्ञानेशवर को अभिध्वजा महारथा गुरू की उपाधि दी। इस दौरान कुशीनगर के विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी समेत गण्यमान्य लोग मौजूद रहे। कहना न होगा कि कुशीनगर भिक्षु संघ के अध्यक्ष एबी ज्ञानेश्वर को म्यांमार की सरकार ने अपने सर्वोच्च धार्मिक उपाधि अभिध्वजा महारथा गुरू देने की घोषणा की थी। पहले यह उपाधि म्यांमार में आयोजित कार्यक्रम में दिया जाना था। लेकिन कोरोना संकट के चलते रविवार को यह कार्यक्रम कुशीनगर में आयोजित किया गया।
गौरतलब है कि कुशीनगर भिक्षु संघ अध्यक्ष एबी ज्ञानेश्वर को उपाधि प्रदान करने आए म्यामांर के राजदूत ऊ मोचो आंग अपनी पत्नी निलार आंग के साथ शनिवार की शाम सात बजे सड़क मार्ग से कुशीनगर पहुंचे। यहां पहुंचने पर उनका राजकीय सम्मान के साथ स्वागत किया गया। यहां मुख्य द्वार पर कुशीनगर के विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी तथा अन्य बौद्ध अनुयायियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद म्यांमार बुद्ध बिहार पहुंचे जहां पुलिस के जवानों ने गार्ड आफ आनर दिया।
No comments:
Post a Comment