🔴 पूरी रात लाचार बने रहे डीएम, एसपी
🔴 नदी के बीच मझधार मे खत्म हो गया नाव के इंजन का तेल
🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज व्यूरो
कुशीनगर । पडोसी राज्य बिहार सीमा से सटे नारायणी नदी के उस पार जनपद के दियरा क्षेत्र से गुरुवार की रात बडी नांव से लौट रहे तकरीबन दो सौ लोगो की जान पर ऐसी बनी कि प्रशासन के हाथ-पाव फूलने लगे। शुक्र हो ऊपर वाले का सब कुछ ठीकठाक रहा। हुआ यह कि खेती करके वापस लौट रहे लोग जिस नाव पर सवार थे वह बीच मझधार मे तकनीकी खराबी के चलते फंस गई और पांच किलोमीटर नदी की धारा मे बहते हुए अमवा दीगर के टोला सम्पूर्णनगर के पास जाकर रुकी।एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुची। रातभर चले रेस्क्यू आँपरेशन के बाद सभी लोगो को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस दौरान डीएम और एसपी पूरी रात नदी के किनारे अनहोनी की आशंका के बीच कैप करते रहे।
काबिलेगोर है कि नारायणी नदी के इस के तकरीबन एक दर्जन से अधिक गांव के लोग उस पार दियरा क्षेत्र के भगवानपुर, बनलही, सम्पूर्ण नगर, किशुनवा, बक्सर आदि क्षेत्रों मे परिवार समेत खेती किसानी के लिए गए हुए थे। बताया जाता है कि प्रशासन के डर से इनको इस पार लाने के नांव मालिक रात के अंधेरे मे नांव लेकर उस पार चला गया और उधर से लौटते समय नदी के बीच मझधार मे नांव के इंजन का तेल खत्म हो गया। यह जानकारी जब नांव पर सवार लोगो को हुई तो सबके होश उड गए और देखते ही देखते नाव सवार लोगो की चीख-पुकार गूंजने लगी। इधर नांव नदी की धारा मे बहते हुए बरवापट्टी घाट से पांच किलोमीटर दूर अमवा दीगर गांव के सामने बने ठोकर के समीप जा फसी। सूचना पाकर जिलाधिकारी एस राजलिंगम व पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र पटेल तत्काल मौके पर पहुंचकर एसडीआरएफ को सूचना दी
किसी अनहोनी की आशंका को ध्यान मे रखते हुए रात 11 बजे जिलाधिकारी एस राजलिंगम व एसपी सचिद्र पटेल पूरी टीम के साथ पहुंचे तो जरूर लेकिन अंधेरे व नदी के उफान के चलते कुछ कर न सके। पूरी रात बेबस होकर मूक दर्शक बने रहे। उधर नदी की धारा में फंसे लोग बचाने की गुहार लगाते हुए चीखते-चिल्लाते रहे। जिलाधिकारी के सूचना पर एनडीआरएफ की टीम रात मे पहुंचकर मौर्चा सम्भाल लिया।
रात मे ही मौके पहुची एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू आँपरेशन शुरू कर दिया। नतीजतन सुबह तक नांव मे सवार सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। फंसने वालों में पुरुषों के साथ महिलाएं व बच्चे भी शामिल थे तो वही लगभग सौ मवेशी भी सवार पर सवार थे। प्रशासन द्वारा नदी के खतरनाक रुख को देखते हुए नाव पर रोक लगाई गई थी, फिर भी ,खतरा मोल लिया गया. अब सख्ती से कार्रवाई होगी।
🔴 सबको सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया- शर्मा
एनडीआरएफ के अधिकारी पीएल शर्मा ने बताया कि बीती रात करीब 11 बजे नाव का इंजन बंद होने के कारण सैकडो लोगों के फंसे होने की सूचना मिली थी। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. सभी लोगों को बचा लिया गया है. अब कोई भी नदी में नहीं फंसा है।
जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने कहा कि बोट पर कईलोगों के फंसे होने की जानकारी मिली थी. सभी लोगों को बचा लिया गया है। डीएम ने माना कि एक बडा हादसा टला है
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