🔴 राष्ट्रीय बाल आयोग व संरक्षण आयोग मे पहुचा देवरिया के रामपुर कारखाना पुलिस के खिलाफ मासूम का मामला पहुचा
🔴 बच्चियों के पिता ने मुख्यमंत्री से लगायी गुहार " मुझे न्याय चाहिए" दोषी पुलिसकर्मियों पर की कार्रवाई की मांग
🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज नेटवर्क
कुशीनगर। पडोसी जनपद देवरिया पुलिस द्वारा पूछताछ के नाम पर नाबालिग लड़कियों को जबरिया उठाकर ले जाने व थाने मे मासूम लडकियो के साथ की गयी बेरहमी की चहुओर थू-थू हो रही है। बताया जाता है कि वर्दीधारियो ने इन मासूमों के साथ जिस तरह का सुलूक किया, उससे हर कोई हैरान है। सात घंटे बाद देवरिया की रामपुर कारखाना पुलिस से छूटकर लौटी बेटियों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बहुत बुरा बर्ताव किया। गंदी बातें कीं, गाली दी और बेरहमी से पिटाई की। इस अमानवीय खेल मे महिला पुलिस भी पुरुष पुलिसकर्मियों के साथ कदमताल करने मे पीछे नहीं रहीं। कहना न होगा कि खाकी की रौब मे योगी सरकार की पुलिस न सिर्फ वर्दी का खुला दुरुपयोग कर सरकार की छवि धूमिल कर रही है बल्कि खुलेआम बाल अधिकार का हनन कर कानून का माखौल उडाने मे भी पीछे नही रही। मासूमो के पिता ने मुख्यमंत्री से प्रकरण की जांच कराकर न्याय की गुहार लगाई है।
काबिलेगोर है कि जनपद के खड्डा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर पडरहवा गांव के निवासी प्रभू राजभर की चौदह वर्षीय व बारह वर्षीय मासूम बेटियों को गुरुवार की दोपहर में छह-सात की संख्या मे आए वर्दीधारी जबरन अपनी प्राइवेट गाड़ी में बैठाकर ले गए थे। महत्वपूर्ण बात यह है कि कक्षा दस व कक्षा छह की छात्रा, जिन्हें पूछताछ के नाम पर रामपुर कारखाना पुलिस बिना खड्डा पुलिस को बताए, जबरदस्ती ले गई थी। दबाव पड़ने पर सात घंटे बाद खड्डा लाकर छोड़ा था। इस सात घंटे में जो हुआ,उसके बारे में जब लड़कियों ने बताया तो सुनने वाला हर व्यक्ति खाकी को खतरनाक खलनायक के रूप मे महसूस कर रहा था। मासूमों ने जब कहा कि पुलिसवालों ने उनके साथ बहुत बुरा बर्ताव किया तो लोगो के मुंह से अनयास ही अशब्दो के बाण छूट पडे। लडकियो ने कहा कि पुलिसवालो ने गंदी बाते कई, गंदी-गंदी गाली दी, बेरहमी सेयतमाचा मारा और बाल पकड़कर धक्का दिया। इस दौरान साथ में मौजूद महिला पुलिसकर्मियों ने भी मारपीट की और धमकी दी कि कही मुंह खोली या शिकायत की तो स्कूल का मुंह नहीं देख पाओगी।
लड़कियों का कहना है कि वे बार बार कह रही थीं कि हम लोग कुछ नहीं जानते हैं, फिर भी पुलिस कर्मी नहीं मान रहे थे, गाली देकर पीट रहे थे। शाम को पिता के नंबर पर फोन लगाया, परंतु बात नहीं करने दिए। जब खड्डा थाने से फोन गया, तब लेकर खड्डा थाने आए। लड़कियों के पिता ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए मामले की जांच व दोषी पुलिसवालों पर कार्रवाई की मांग की है। लड़कियों के पिता ने बताया कि अभी तक दोषी पुलिसवालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। बच्चियों को सात घंटे तक अपहृत कर प्रताड़ित करने वालों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। हमें न्याय चाहिए।
गौरतलब है कि खड्डा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर पडरहवा गांव का युवक देवरिया जनपद के रामपुर कारखाना क्षेत्र से किसी लड़की को भगा ले गया। आरोप है कि इसी सिलसिले में रामपुर कारखाना थाने के पुलिसकर्मी गुरुवार को प्राइवेट गाडी से गांव मे पहुंची और आरोपी युवक पर कार्रवाई करने की बजाए पड़ोस की दो नाबालिग बच्चियों को जबरदस्ती उठा ले गयी और सात घंटे तक प्रताड़ित किया। शुरू में तो किसी को पता ही नहीं चल पाया कि वर्दी पहने लोग कौन थे। लड़कियों के पिता ने खड्डा पुलिस को अज्ञात लोगों पर अपहरण की तहरीर देते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई, तब देर शाम पता चला कि लड़कियों को ले जाने वाले रामपुर कारखाना पुलिस के लोग थे। मामला जब तूल पकडने के साथ खड्डा पुलिस के दबाव बढने लगा तो पुलिस अपनी गलती मानते हुए दोनों लड़कियों को खड्डा पुलिस को सौंप दिया। उसके बाद खड्डा पुलिस ने लड़कियों को उनके पिता को सौंप हवाले किया।
🔴 उच्चाधिकारियों के पास राजेश मणि ने की शिकायत
मानव सेवा संस्थान के निदेशक राजेश मणि ने उत्तर प्रदेश बाल आयोग के अध्यक्ष को इसकी जानकारी दी तब जाकर इस मामले में अफसरों ने सक्रियता दिखाई। प्रकरण से राष्ट्रीय बाल आयोग, संरक्षण आयोग नई दिल्ली, डीजीपी, एडीजी, डीआईजी, डीएम, एसपी आदि को भी अवगत गराया गया है। राजेश मणि ने बताया कि उनके शिकायती ट्वीट के जवाब में देवरिया पुलिस की तरफ से एएसपी ने बयान जारी कर गलती मानते हुए जांच कराए जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि रामपुर कारखाना पुलिस द्वारा किया गया यह घृणित कार्य अवैधानिक व किशोर न्याय अधिनियम का उल्लंघन है। राजेश ने इस कार्य मे शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
🔴 सांसद बोले-कृत्य अशोभनीय है होगी कार्रवाई
नाबालिग लड़कियों को जबरदस्ती पूछताछ के लिए ले जाने के इस मामले में सांसद ने भी कार्रवाई की बात कही है। सांसद विजय दूबे ने इस कृत्य को अशोभनीय व अवैधानिक बताते हुए कहा है कि नाबालिग लड़कियों को इस तरह से उठाकर ले जाना निंदनीय है तथा बाल अधिकारों का हनन है। इनके माता पिता की मांग पर दोषी पुलिसवालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। इस मामले को उच्च स्तर पर उठाया जाएगा।
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