🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज नेटवर्क
कुशीनगर।नकली सेनिटाइजर मे पानी मिलाकर धोखाधड़ी कर सरकारी धन गबन करने वाले पूर्वाचंल के चर्चित फार्मासिस्ट को कोतवाली पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उपजिलाधिकारी के जांच मे दोषी पाए गये फार्मासिस्ट पर दो दिन पूर्व दर्ज हुए मुकदमे के बाद से ही उसकी गिरफ्तारी न होने पर सवाल उठ रहे थे। क्योकि पहले दिन पुलिस पुछताछ करने बाद फार्मासिस्ट को छोड दिया था। चूकि फार्मासिस्ट अशोक यादव एनआरएचएम मामले मे भी आरोपी है। इनके कुकृत्यो की फेहरिस्त बहुत लंबी है। ऐसे मे नकली सेनिटाइजर एंव सरकारी धन गबन करने के मामले मे गंभीर धाराओं मे दर्ज मुकदमे मे इनकी गिरफ्तारी की मांग जोर पकडने लगी। नतीजतन कोतवाली पुलिस ने अशोक यादव को उनके घर से गिरफ्तार कर पूरे मामले का पटाक्षेप कर दिया।
काबिलेगोर है कि बीते दिनो जिलाधिकारी एसराज लिंगम जिला अस्पताल के निरीक्षण में गए थे, जहां कर्मचारियों ने डीएम से शिकायत की थी कि जो सैनिटाइजर उन्हें उपयोग के लिए दिया गया है, उसकी गुणवत्ता बेहद खराब है। इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने सीएमओ से उपलब्ध सैनिटाइजर की जांच कराने एवं जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया था। उसके बाद जिलाधिकारी ने एसडीएम पडरौना को जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बताया जाता है कि उपजिलाधिकारी के जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने दोषी पाए गये फार्मासिस्ट अशोक यादव के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश सीएमओ को दिया। कोविड कंट्रोल रूम में समीक्षा बैठक के दौरान भी डीएम ने इस प्रकरण पर नाराजगी जताते हुए बैठक में मौजूद एडिशनल एसपी को भी इस मामले में सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया था। इसके बाद गुरुवार को सीएमओ के तहरीर पर पडरौना कोतवाली पुलिस ने जांच मे दोषी पाए गए फार्मासिस्ट अशोक यादव के खिलाफ सेनीटाइजर में मिलावट, धोखाधड़ी व गबन के आरोप मे मुकदमा अपराध संख्या - 208/21 धारा-419, 420, 409, 467, 468 एंव 471के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। बताया जाता है कि पुलिस ने आरोपी को कोतवाली बुलाया था और पूछताछ के बाद छोड़ा दिया है। हलाकि गंभीर धाराओं मे मुकदमा दर्ज होने के बाद पूछताछ कर आरोपी को छोड दिए जाने को लेकर कोतवाली पुलिस पर तमाम सवाल उठ रहे थे। इसी दरम्यान मीडिया और जनप्रतिनिधियो ने नकली सेनिटाइजर आपूर्ति कर सरकारी धन गबन करने वाले चर्चित फार्मासिस्ट के गिरफ्तारी पर सवाल खडे करने लगे। सूत्र बताते है कि इस मामले मे जिलाधिकारी काफी गंभीर थे। परिणाम स्वरूप पुलिस ने शनिवार को फार्मासिस्ट अशोक यादव को गिरफ्तार कर जेल दिया है। कहना न होगा कि प्रदेश की यह पहली घटना है जहा सरकारी अस्पतालो मे नकली सेनिटाइजर आपूर्ति कर धन का बंदरबांट किया गया है। आरोपी अशोक यादव स्वास्थ्य विभाग का फार्मासिस्ट है और सीएमओ दफ्तर में ही लंबे समय से संबद्घ है।
🔴 एनआरएचएम घोटाले में भी आ चुका है नामसीएमओ कार्यालय के जिस फार्मासिस्ट पर धोखाधड़ी व गबन का केस दर्ज किया गया है, उसका नाम इससे पहले भी एनआरएचएम घोटाले मे भी नाम आ चुका है। एनआरएचएम मामले मे सीबीआई ने अशोक यादव को कुशीनगर जनपद का मुख्य आरोपी बनाया है। यही वजह है कि वह इस मामले मे दो बार जेल भी जा चुके है। इस फार्मासिस्ट के जिला अस्पताल में संबद्घता को लेकर भी कई बार सवाल उठ चुके हैं लेकिन लेकिन ऊची पहुंच और अफसरों से अत्यंत नजदीकी के चलते कभी कोई कार्रवाई नहीं होती है। आरोपी फार्मासिस्ट सीएमओ दफ्तर के स्टोर का भी काम देखते हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद एक बार फिर से पूरा मामला चर्चा में आ गया है।
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