🔴 नाराज भाजपाइयों ने कहा सांसद, विधायक पर निकाली भडास, बोले - कार्यकर्ता उठाए झंडा वो काटे मलाई
🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज
कुशीनगर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आरक्षण सूची जारी होने के बाद सत्ताधारी दल के लोगो मे असंतोष की भावना पनप उठी है। पंचायत चुनाव लड़ने की तैयारियां कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं का दर्द आखिरकार सूची जारी होने के बाद गुरूवार को पार्टी कार्यालय पर छलक उठा। पंचायत चुनाव को लेकर जिला मुख्यालय रविंद्रनगर स्थित पार्टी कार्यालय पर आयोजित बैठक में कार्यकर्ताओं ने जारी आरक्षण सूची को लेकर सवालों की झड़ी लगा दी और जिलाध्यक्ष प्रेमचंद मिश्र निरूत्तर होकर बैठे रहे।
काबिलेगोर है कि बुधवार की देर शाम त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आरक्षण की सूची जैसे ही सार्वजनिक हुई, सत्ताधारी दल भाजपा के कार्यकर्ता मायूस हो उठे। इससे चिंतित नेताओं का कहना है कि जो सीटें जिताऊ थीं, वह आरक्षित हो गई हैं। अब प्रत्याशी की तलाश नए सिरे से करनी पड़ेगी।आरक्षित सीट पर जीतने वाले प्रत्याशी मिलेंगे या नहीं, इस पर कुछ कह पाना संभव नहीं है। वही गुरूवार को पार्टी कार्यालय पहुंचे कार्यकर्ताओं ने कहा कि जारी हुई आरक्षण सूची से यह प्रतीत होता है कि पार्टी को सवर्ण बिरादरी से कोई मतलब नही रह गया है। क्योंकि पडरौना विधानसभा में जिला पंचायत के सात वार्ड है और सभी सीटों को पिछ़ड़े वर्ग के लिए आरक्षित कर दिया गया है। इससे जाहिर होता है कि भाजपा को सिर्फ सवर्ण समाज का वोट चाहिए और कुछ नही। कुछ कार्यकर्ताओं ने वरिष्ठ नेताओं के समक्ष अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि हम लोग पार्टी को वोट दिलावाये और सांसद- विधायक मलाई काटे। कार्यकर्ता सिर्फ झंडा उठाता रहे यह नही चलेगा। अगर पार्टी ने हमारी भावनाओं का ख्याल नही रखा है तो हम लोग भी उसके भावनाओं का ख्याल आने वाले चुनावों में नही रखेंगे।
🔴 आरक्षण सूची को लेकर नाराज बसपाईयों ने सौंपा ज्ञापनजनपद में अनुसूचित जनजाति की संख्या शून्य होने के बावजूद भी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उक्त वर्ग के लिए सीटें आरक्षित किए जाने पर आक्रोश जताते हुए बसपा विधानसभा अध्यक्ष सुभाष गौतम के नेतृत्व में सैकड़ों बसपा कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कुशीनगर को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी खड्डा को सौंपा। उपजिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में बसपा कार्यकर्ताओं ने लिखा है कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार कुशीनगर जनपद में अनुसूचित जनजाति के लोग नहीं पाए जाते हैं फिर भी 2015 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जनपद कुशीनगर में अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित कर दी थी। इस वर्ग के लिए इस जनपद में कोई अभ्यर्थी नहीं मिला तो कुछ जालसाज किस्म के लोगों ने दूसरे जनपदों से महिलाओं का अनुसूचित जनजाति का प्रमाण प्रस्तुत कर आरक्षित सीटों पर कब्जा जमा लिया था। जिससे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित लोगों के साथ धोखा है। इसलिए अनुसूचित जनजाति के लिए इस जनपद में कोई सीट आरक्षित न किया जाए। इस मौके पर खदेरी प्रसाद गौतम, रामधनी प्रधान, नवमी प्रसाद, चौधरी नरसिंह प्रसाद, गौतम बिंदेश्वरी, शारदा प्रसाद सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
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