🔴युगान्धर टाइम्स न्यूज व्यूरो कुशीनगर। जनपद के रामकोला थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पपउर में स्थित बुद्ध विहार में स्थापित तथागत भगवान बुद्ध की मूर्ति को अराजक तत्वों द्वारा ईट से प्रहार कर तोड़ने का मामला प्रकाश में आया है जिससे क्षेत्र में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मौके पर स्थानीय पुलिस एवं नायब तहसीलदार कप्तानगंज पहुच कर जांच - पड़ताल में जुटे है।
मिली जानकारी के अनुसार रामकोला थाने के ग्राम पपउर में स्थित बुद्ध विहार में गांव के पूर्व प्रधान व बुद्ध विहार के संरक्षक रामनाथ नित्य की भांति वृहस्पतिवार की आला सुबह साफ- सफाई व पूजा अर्चना के लिए बुद्ध विहार में आए तो देखे की भगवान बुद्ध की मूर्ति को रात में अराजक तत्वों द्वारा राड व ईट आदि से प्रहार कर तोड़ दिया गया है,जिसकी सूचना स्थानीय थाने को दी ।मूर्ति तोड़ने की घटना क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते सैकड़ो की संख्या में अनुयायी व ग्रामीण मंदिर पर पहुच कर गिरफ्तारी व नई मूर्ति लगाने की मांग करने लगे।
काबिलेगोर है कि 13 मई2014 को पुरातत्व विभाग द्वारा खुदाई में भगवान बुद्ध के जीवन से सम्बंधित अवशेष मिलने पर तत्कालीन जिलाधिकारी आर सैम्फिल ने तथागत भगवान बुद्ध की संगमरमर की प्रतिमा स्थापित करवाई थी जिससे क्षेत्र में हर्ष उत्पन्न हो गए था।इसी बीच 14 अप्रैल 2017 को अराजक तत्वों द्वारा मूर्ति को तोड़ा गया था जिसको प्रसाशन ने रिपेरिंग करवाकर मामले को रफा- दफा कर दिया गया था लेकिन स्थानीय पुलिस प्रसाशन द्वारा अराजक तत्वों के ऊपर कार्यवाही न करने के कारण अराजक तत्वों का मनोबल इतना बढ़ गया कि बुधवार की रात में पुनः भगवान बुद्ध की प्रतिमा तोड़ डाली। जिससे लोगो मे भारी आक्रोश है।घटना स्थल पर पहुचे नायब तहसीलदार राधेश्याम उपाधयाय व राजस्व निरीक्षक शिवप्रसाद द्वारा धरना दे रहे अनुयायियों से मूर्ति रिपेरिंग करने की बात कही जिसपर सभी लोगो ने आपत्ति जताते हुए नई मूर्ति स्थापित करने व अराजक तत्वों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई।घटना स्थल पर नायब दरोगा विशाल सिंह, रसीद खा , कांस्टेबल अमित सिंह,उमेश यादव सहित दर्जनों पुलिस कर्मी मौजूद रहे।समाचार लिखे जाने तक तहरीर देने के बाद भी मुकद्दमा पंजीकृत नही हुई थी।इस संबंध में नायब तहसीलदार ने बताया कि तहसील स्तर पर नई मूर्ति लगवाना सम्भव नही है।
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