🔴 जिलाधिकारी बोले- हमारा संविधान हिन्दू-मुस्लिम, सिख-ईसाई आपस मे है भाई - भाई के पथमार्ग पर चलने का देता है प्रेरणा देता
🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज नेटवर्क
कुशीनगर। बुद्ध नगरी में गणतंत्र दिवस का राष्ट्रीय पर्व गर्व और जोश के साथ मनाया गया। मंगलवार सुबह सरकारी और अर्द्धसकारी सस्थानो पर ध्वजारोहण के बाद " जन गण मन अधिनायक की जय हो भारत भाग्य विधाता " राष्ट्रगान की धुन से धरती-आसमान गुंजायमान रहा। जिला मुख्यालयों पर शान से तिरंगा लहराया। सरकारी व गैर सरकारी संस्थानो पर जहां विभागाध्यक्षो ने ध्वजारोहण कर अमर शहीदो को याद किया और उनके बीरगाथाओ पर विस्तार से प्रकाश डाला।
आजादी के 72 वे गणतंत्र वर्षगांठ पर कलेक्ट्रेट भवन पर जिलाधिकारी एसराज लिंगम ने प्रातः साढे बजे राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। राष्ट्रगान के बाद जिलाधिकारी ने राष्ट्रसेवा का संकल्प दिलाते हुए अमर शहीदों को नमन किया। डीएम ने कहा कि आज का दिन अमर शहीदों से प्रेरणा लेने का दिन है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमे आजादी दिलायी। उन्होंने कहा कि यह आजादी लाखो जवानों और क्रान्तिकारियों के बलिदान के बाद प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि माँ भारती के उन सपूतो के सपनो को पूरा करना ही हमारा नैतिक कर्तव्यों के साथ-साथ उन महान आत्माओ को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि 26 जनवरी 1950 को हमारा देश लोकतांत्रिक गणराज्य बना, हमारा संविधान विश्व का सबसे बडा संविधान है और हमे अपने संविधान पर गर्व है जो सबको समानता का अधिकार प्रदान करता है। हमारा संविधान हिन्दू-मुस्लिम, सिख-ईसाई आपस मे है भाई - भाई के पथमार्ग पर चलने का प्रेरणा देता है। उन्होंने देश मे अशांति और अराजकता फैलाने वाली शक्तियों के नापाक इरादों को पराजित करने की बात दोहरायी। डीएम ने गणतंत्र दिवस पर अधिकारियों को देश मे चलायी जा रही सरकारी योजनाओं को पुरे मनोयोग से समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुचाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने सभी को सामूहिक रूप से संकल्प दिलाते हुए कहा कि " हम भारत के लोग भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व - सम्पन्न समाजवादी, धर्म निरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय विचार अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए उन सब मे व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बन्धुता बढ़ाने के लिए दृढसंकल्प होकर अपनी इस संविधान को आत्मार्पित करते है। झण्डारोहण के ऊपरान्त जिलाधिकारी द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर मे वृक्षारोपण कर महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया।
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