🔴 सीडीओ की अध्यक्षता मे गठित टीम ने किया लोकनिर्माण विभाग के भ्रष्टाचार का खुलासा
🔴 संजय चाणक्य
कुशीनगर। सूबे की योगी सरकार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के चाहे जितने भी दावे कर ले, लेकिन कुशीनगर मे इस दावे का दूर दूर तक कही कोई असर दिखाई नही दे रहा है। जनपद मे हो रहे विकास कार्यों के नाम पर ग्राम पंचायत से लगायत पीडब्ल्यूडी के नुमाइंदे दोनो हाथो से सरकारी धन को लूटने मे लगे। अगर यकीन नही हो रहा है तो पीडब्ल्यूडी के कारनामों पर नजरे-इनायत कर लिजिए, जहा तकरीबन सवा करोड की लागत से बनने वाली सडक पर बिना कोई कार्य कराये ही 70 लाख रुपये खर्च कर दिया गया है। मजे की बात यह है कि इसका खुलासा कमिश्नर के निर्देश पर सीडीओ द्वारा गठित टीम ने किया है।
काबिलेगोर है कि जनपद के खड्डा तहसील क्षेत्र के सोनबरसा करूअना से अबदकारी खास टोला संपर्क मार्ग के निर्माण कार्य की मंजूरी 20 जनवरी 2019 को मिला था। इसके लिए शासन स्तर पर 1.12 करोड़ रुपये बजट स्वीकृत हुआ। डेढ़ किमी लंबी इस सड़क के निर्माण के लिए शासन की ओर से लोक निर्माण विभाग को 89 लाख रुपये आवंटित किया गया। महत्वपूर्ण बात यह है कि बिना कोई कार्य कराए ही शासन से आवंटित धनराशि मे से 75 लाख रुपये लोक निर्माण विभाग द्वारा भुगतान कर दिया गया है। बताया जाता है कि सीडीओ की अध्यक्षता मे गठित दो सदस्यीय जांच कमेटी जब मौके पर पहुंची तो सड़क पर कोई कार्य ही नहीं दिखा और 75 लाख रुपये का भुगतान करा लिया गया। खास बात यह है कि निर्माण एजेंसी ने 60 फीसदी काम पूरा करने का दावा भी किया है, जबकि मौके पर कोई कार्य नही हुआ है। ऐसे यह कहना लाजमी होगा कि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ बेशक भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए संकल्पित है लेकिन इस बात से भी इंकार नही किया जा सकता है कि सरकारी मशीनरी योगी सरकार की छवि बिगाड़ने के लिए कोई कसर नही छोड रही है। ऐसे मे अगर सरकार भ्रष्ट नौकरशाहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नही करती है तो सवालों के घेरे मे आना स्वाभाविक है।
🔴 कमिश्नर के निर्देश पर हुई जांचगौरतलब है कि जिले के खड्डा तहसील क्षेत्र की तीन व हाटा की एक सड़क की जांच मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर के निर्देश पर हुई। इनमें 1 करोड 12 लाख की लागत से सोनबरसा करुअना से अबदकारी खास टोला संपर्क मार्ग बना नही और 70 लाख रुपये का लोकनिर्माण विभाग द्वारा कर दिया गया है। इसके अलावा एक सड़क खड़ंजा के ऊपर पक्की कर दी गई। इसका भुगतान भी करा लिया गया। बताया जाता है कि पगरा-रामनगर मार्ग से प्राइमरी स्कूल होते हुए पोखरा टोला संपर्क पर पहले से हुए खड़ंजा मार्ग पर पक्की सड़क बना दी गई। इस्टीमेट में खड़ंजा का जिक्र नहीं किया गया है। टीम ने उसे खोदवाकर देखा तो नीचे खड़ंजा पाया। यह सड़क 2.20 किमी लंबी है। यहां दो सड़कों का निर्माण कार्य संतोषजनक मिला है। मंडलायुक्त ने जिले की चार सड़कों की जांच के लिए निर्धारित प्रारूप पर 15 बिदुओं पर रिपोर्ट मांगी है। संभावना है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर इन कार्यों से जुड़े कई चेहरे बेनकाब होंगे, तो कइयों के खिलाफ कार्रवाई होगी। सीडीओ के अलावा टीम में औद्यौगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य अभियंता एआर वर्मा, अधीक्षण अभियंता सिचाई खंड द्वितीय केके राय भी शामिल हैं।
🔴 सीडीओ बोली
सीडीओ अन्नपूर्णा गर्ग ने कहा कि दो सड़कों के निर्माण में धांधली की गई है, जिसकी जांच में पुष्टि भी हुई है। इसकी रिपोर्ट तैयार हो रही है, जिसे शीघ्र भेजा जाएगा।
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