🔴 नसबंदी शिविर मे आपरेशन के बाद परिजन महिलाओं के अपने कंधे पर लेकर आते दिखे दो बेड पर चार मरीजों को लिटाया
🔴 सीएचसी पर दुर्व्यवस्था के बीच हुई नसबंदी
🔴 युगान्धर टाइम्स न्यूज़
कुशीनगर। जनपद के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के कोटवा सीएचसी पर आयोजित नसबंदी शिविर में दुर्व्यवस्था पूरी तरह हावी रही। आलम यह रहा कि ऑपरेशन के बाद मरीजों का कोई पुरसाहाल नही था दो बेड पर चार महिलाओं को लिटाकर उनको अपने हाल पर छोड़ दिया गया था। इतना ही नही कुछ देर आपरेशन से कराह रही महिलाओं को उनके परिजनों के साथ घर भेज दिया गया यह कहकर कि सब कुछ ठीकठाक है।
काबिलेगोर है कि शनिवार को कोटवा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया था। अस्पताल परिसर मे सुबह से ही महिलाएं अपने परिजनों के साथ ऑपरेशन के लिए जुटने लगी थीं। चूकि आपरेशन का समय उन्हे सुबह ग्यारह बजे बताया गया था। समय से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुची महिलाओं दिनभर भूखे - प्यासे इधर-उधर भटकती रही। सायंकाल तक3पांच बजे सर्जन डॉ0 एए खान, डॉ0 आफताब हसीना खातून आदि की टीम ने कुल 25 महिलाओं की नसबंदी की। ऑपरेशन के बाद महिलाओं को लिटाने के लिए पर्याप्त बेड नहीं होने के कारण दो बेड को जोड़कर चार मरीजों को लिटाया गया था। इस दौरान परिजन अपने मरीजों के हाथ-पांव की मालिश करते दिखे गये। आपरेशन से कराह रही महिलाओं को कुछ ही देर बाद दवा देकर उन्हे घर जाने के लिए कहा जा रहा था। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर दुर्व्यवस्था का आलम यह रहा कि अस्पताल के दूसरे मंजिल पर ऑपरेशन के बाद परिजन स्ट्रेचर की बजाय कंधों पर रख3महिलाओं को नीचे ला रहे थे। ग्राम हरदी छपरा की सरोज देवी, लौकरिया की बबिता देवी, पशुरामपुर कमलावती देवी, बेलवा घाट की कविता आदि ने बताया कि सुबह ही बुलाया गया था लेकिन डाक्टर शाम पांच बजे आए। इस संबंध में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉक्टर संतोष गुप्ता का कहना है कि शिविर में अव्यवस्था की शिकायत कई मरीजों के परिजनों ने भी की है। शिविर के आयोजन की जिम्मेदारी जिनको सौंपी गई थी उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
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