🔴 युगान्धर टाइम्स नेटवर्क
कुशीनगर। हाईकोर्ट के आदेश के बाद पोखरे के जमीन पर अवैध तरीके से निर्माण किये गये दस भवनो पर तहसील प्रशासन का बुलडोजर चला। पांच थानो की फोर्स और पीएसी बल के मौजूदगी मे हुई ध्वस्तिकरण की पूरी प्रक्रिया की प्रशासन द्वारा वीडियोग्राफी करायी गयी। इस दौरान अपनी आँखों के सामने अपना आशियाना मलबे मे तब्दील होता देख अवैध कब्जाधारियो के घर की महिलाओं और बच्चों की चीख-पुकार काफी देर तक सुनाई देती रही।
गौरतलब है कि जनपद के हाटा तहसील क्षेत्र के पिपरा उर्फ तितिला गांव में गाटा संख्या 221 पोखरे के नाम दर्ज है। इसी नम्बर के 72 डिस्मिल जमीन पर कई लोगों ने पक्का निर्माण कराया था। तहसील व जनपद स्तर पर शिकायत के बाद भी जब अतिक्रमण नहीं हटा तो गांव के ही दो लोगों ने उच्च न्यायालय में वाद दाखिल कर दिया था।
🔴 तहसील से लगायत जिला स्तर पर नहीं हुई थी कोई कार्रवाईकहना न होगा कि गांव के सार्वजनिक पोखरे के जमीन पर अवैध तरीके हुए कब्जे के विरोध मे गांव के ही नर्मदा प्रजापति और वीरेंद्र सिंह ने स्थानीय तहसील से लगायत जिला स्तरीय अधिकारियों के शिकायत पत्र देकर जनहित मे कार्रवाई करने की गुहार लगाई थी। किन्तु इन अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नही किया गया। नतीजत शिकायतकर्ताओ ने उच्च न्यायालय के शरण जाकर जनहित याचिका दाखिल कर दिया। बताया जाता है कि 0.292 हेक्टेयर अराजी नं 221 पोखरी के नाम से है, जिस पर कई परिवार द्वारा जबरदस्ती पक्का निर्माण कर लिया गया है।
🔴 चार घंटे तक चली कार्रवाई
हाईकोर्ट के आदेश पर एसडीएम प्रमोद तिवारी के नेतृत्व में हाटा, अहिरौली, कप्तानगंज व कसया थाने की फोर्स और पीएसी बल रविवार को पिपरा उर्फ तितिला गांव पहुंची। यहा लगभग चार घंटे की कार्यवाही में चिन्हित पक्के निर्माण पर बुलडोजर चलवाकर ध्वस्त करा दिया गया। मौके पर तहसील से जुड़े अधिकारी, कर्मचारियों के साथ पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान
🔴 रोते - बिलखते रहे बच्चे और महिलाएं
पोखरी की जमीन पर वर्षों से अवैध मकान बना कर रह रहे लगभग आधा दर्जन परिवार के बच्चे और महिलाएं अपना आशियाना मलवे मे तब्दील होता देख घंटो रोते-बिलखते रहे। ग्रामीणों का कहना कि प्रशासन के इस कार्रवाई से चार परिवार खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर हो गया है।
🔴 एसडीएम बोले-
उपजिलाधिकारी कप्तानगंज प्रमोद तिवारी ने बताया कि हाईकोर्ट में दाखिल तितला गांव के एक मुकदमे में न्यायालय द्वारा जो आदेश जारी किए गए हैं उसी अनुसार पूरी कार्रवाई की गयी है। पोखरे के जमीन पर अवैध तरीके से हुए अतिक्रमण को हटवा दिया गया है, इस कार्यवाही की पूरी रिपोर्ट न्यायालय को उपलब्ध करा दी जाएगी।
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